कुछ वीडियो सोशल मीडिया में इस दावे से साझा किया गया है कि यह बच्चा चोर है और पैसों के लिए बच्चों की किडनी को बेच देते है। बच्चा चोरी की अफवाहों को हवा देने के लिए व्हाट्सप्प पर प्रसारित किये गये इन वीडियो की पड़ताल करने के लिए ऑल्ट न्यूज़ को कई रिक्वेस्ट मिले हैं। वीडियो के साथ साझा संदेश के मुताबिक –“इन वीडियो को मध्य प्रदेश के जिला मुरैना से प्रको सारित किया गया है। ये बच्चों के शरीर से किडनी और ह्रदय को निकाल देते है-अनुवाद।” वीडियो के विवरण इस प्रकार है:
- ज़िंदा आदमी के शरीर से ह्रदय को निकालने वाला भयानक वीडियो।
- एक अन्य वीडियो, जिसमें गुस्साई भीड़ एक लड़के से उसके घर और निवास के बारे में पूछताछ कर रही है।
- एक रक्तमय वीडियो में कुछ लोग विखडिंत शरीर को समेटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
- समाचार चैनल IBC24 द्वारा प्रसारित एक समाचार जिसमें एक संत की गिरफ्तारी की रिपोर्ट है जो बच्चों का अपहरण करने का प्रयास कर रहा था।
तथ्य जांच
ऑल्ट न्यूज़ यह पता लगाने में सक्षम रहा कि इन चार वीडियो में से तीन बच्चा चोरी से संबंधित नहीं हैं। हम प्रत्येक वीडियो के स्त्रोत और घटना के बारे में पता लगा पाए है।
पहला वीडियो – व्यक्ति द्वारा ज़िंदा शरीर से ह्रदय निकाला गया
डिजिटल सत्यापन टूल इनवीड के ज़रिये हमने वीडियो को कई कीफ्रेम में तोड़ा और उन्हें गूगल पर रिवर्स सर्च किया। इस घटना के बारे में सबसे पहले अमेरिकी समाचार वेबसाइट Breitbart में प्रकाशित किया गया था। 2018 के लेख में इस रक्तमय वीडियो के स्क्रीनशॉट को प्रकाशित किया गया था और बताया था कि यह घटना मेक्सिको के मिचोआकन और गुरेरो राज्यों के बीच की सीमा पर हुई थी। समान दावे के साथ इस वीडियो को यूट्यूब चैनल BitChute पर भी अपलोड किया गया था। हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ वीडियो के विवरण की पुष्टि नहीं कर पाया है। लेकिन यह स्पष्ट है कि यह घटना भारत की नहीं है और इसका बच्चा चोरी से कोई लेनादेना नहीं है। वीडियो में लोगों को किसी भी भारतीय भाषा में बात करते हुए नहीं सुना जा सकता। इस वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए ऑल्ट न्यूज़ इसका समावेश लेख में नहीं कर रहा है।
दूसरा वीडियो: भीड़ द्वारा लड़के को बंधक बनाया गया
जुलाई के मध्य में यह घटना मध्य प्रदेश के नीमूह जिले में हुई थी। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, भादवा माता मंदिर के पास भीड़ ने तीन लड़को को रंगे हाथों पकड़ा, जब वे पूजा के स्थान पर चढ़ाए गए बकरों को चुरा रहे थे। भीड़ ने बकरियों को चुराने के कारण तीनों को प्रताड़ित किया और उनकी मोटरसाइकिल को जला दिया। पुलिस ने इन तीनों पर चोरी करने के आरोप में मामला दर्ज़ किया जबकि छह अन्य लोगों पर पिटाई करने के कारण मामला दर्ज़ किया गया।
ऑल्ट न्यूज़ ने निमुह पुलिस से संपर्क किया। SP राकेश कुमार सागर ने बताया,“संदिघ्दो को पकड़ा गया और उन्हें न्यायलय ले जाया गया– अनुवाद।” नीमूह सिटी पुलिस ने ऑल्ट न्यूज़ को यह भी बताया कि सभी आरोपी जमानत पर रिहा हैं।
इसलिए, इस वीडियो का बच्चा चोरी से कोई लेना-देना नहीं है।
तीसरा वीडियो: विखंडित शरीर
इस वीडियो की पड़ताल पहले भी ऑल्ट न्यूज़ ने की थी, जब इसे अंग तस्करी के झूठे दावे से साझा किया गया था। हमने पाया कि यह वीडियो 14 जनवरी, 2017 को ब्राजील के Alcaçuz जेल में हुई एक दंगे की घटना का है। वीडियो में लोगों को पूर्वोत्तर ब्राजील के उच्चारण के साथ पुर्तगाली में बातचीत करते हुए सुना जा सकता है। 14 जनवरी को, Alcaçuz जेल में दो विरोधी गुटों के बीच विवाद हुआ था, जिसके कारण कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी। जेल में हुई हिंसा के बाद, विखंडित शरीर के दृश्यों को वीडियो में देखा जा सकता है। इस घटना को कई अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने भी प्रकाशित किया था। आप हमारी विस्तृत तथ्य जांच को यहां पर पढ़ सकते हैं।
चौथा वीडियो: IBC24 का समाचार प्रसारण
IBC24 न्यूज की यह रिपोर्ट 7 अगस्त, 2019 को मध्य प्रदेश के मुरैना शहर में हुई घटना का है। एंकर ने बताया कि, “लोगों ने बाबा को पकड़ लिया है और जमकर पीट दिया है। ये तीन स्कूल के बच्चों को अपने साथ ले जा रहा था। लोगों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है।” प्रसारण के अनुसार, यह घटना स्टेशन रोड पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के तहत हनुमान चौराहे के पास हुई। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, ग्यारह साल की एक लड़की ने बाबा के खिलाफ मामला दर्ज कराया था और उसे जेल भेज दिया गया था। वह कथित तौर पर उसे अगवा करने की कोशिश कर रहा था।
ऑल्ट न्यूज़ ने स्टेशन पुलिस से इस मामले की हालिया स्थति जानने के लिए संपर्क किया था। नगर पुलिस आशीष राजपूत ने बताया,“हमने अपनी जांच पूरी कर ली है और बयान भी दर्ज किये जा चुके है। आरोपी गिरफ्तार हो चूका है और अब उसे कोर्ट में पेश किया जायेगा। जब उनसे पूछा गया कि जांच में क्या मालूम हुआ है तो उन्होंने बताया कि,”चश्मदीदों के मुताबिक, बाबा ने लड़की को अपने साथ ले जाने का प्रयास किया था।”
निष्कर्ष के तौर पर, साझा किए जा रहे चार वीडियो में से तीन वीडियो बच्चा चोरी की घटनाओं से जुड़े हुए नहीं है मगर उन्हें सोशल मीडिया में बच्चा चोरी की अफवाहों को बढ़ावा देने के लिए साझा किया गया है। विखंडित अंगों वाले रक्तमय वीडियो को प्रसारित करके अंग व्यापार करने वाले बच्चा चोर गिरोह के बारे में लोगों में भय पैदा किया जा रहा है। हालांकि, इन वीडियो में से एक वीडियो बच्चा चोरी की घटना से संबंधित था, लेकिन इस पर अभी भी कोर्ट का फैसला लंबित है।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.