सरकार की फै़क्ट चेकिंग बॉडी PIB फै़क्ट चेक ने अपनी एक पड़ताल में बताया था कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) का भर्ती वाला एक सर्क्युलर ऑनलाइन शेयर किया जा रहा है जिसे गृह मंत्रालय (MHA) ने जारी किया ही नहीं. 16 दिसम्बर को किये गये इस ट्वीट को PIB ने बाद में डिलीट कर दिया.
I&B मंत्रालय ने PIB फै़क्ट चेक का दावा बताया ग़लत
PIB के इस फ़ैक्ट-चेक के 2 दिन बाद ही सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसे गलत बताया. मंत्रालय के पब्लिकेशंस डिवीज़न ने ट्वीट कर बताया कि IB ने जो भर्ती विज्ञापन निकला था वो फ़र्ज़ी नहीं बल्कि असली था.
Important notice regarding an advertisement of MHA being published in Employment News. pic.twitter.com/s5d3RMrQoV
— Publications Division (@DPD_India) December 17, 2020
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साप्ताहिक जर्नल एम्प्लॉयमेंट न्यूज़ ने भी यही ट्वीट किया.
Important notice regarding an advertisement of MHA being published in Employment News. pic.twitter.com/kqDMPUaZiu
— EMPLOYMENT NEWS (@Employ_News) December 17, 2020
इससे पहले जून में, उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फ़ोर्स (UPSTF) ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने कर्मियों और उनके परिवारों को 52 चाइनीज़ ऐप्लिकेशन हटाने के लिए कहा था जिसे मीडिया ने कवर किया था लेकिन PIB ने ग़लत फ़ैक्ट-चेक करते हुए इस दावे को ‘फे़क न्यूज़’ बता दिया था. ADG प्रशांत कुमार ने इस एडवाइज़री के बारे में एक वीडियो स्टेटमेंट के ज़रिये इस बात की पुष्टि की थी कि जवानों को वाकई ऐसा करने के लिए कहा गया था. लेकिन PIB ने आजतक अपना वो ट्वीट नहीं डिलीट किया है. फै़क्ट चेकिंग करने वाली इस सरकारी एजेंसी ने पहले भी ऐसे निराधार फै़क्ट चेक किये हैं जिसमें COVID लॉकडाउन के दौरान श्रमिक ट्रेन में मरने वाले प्रवासी मजदूरों की मौत का कारण पहले से ख़राब स्वास्थ्य बताया था.
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