सोशल मीडिया पर कर्नाटक के मांड्या ज़िले के मालवल्ली शहर में एक बस का दरवाजा बदलने का एक वीडियो वायरल है. दावा किया जा रहा है कि ये दरवाज़ा महिला यात्रियों की भीड़ के कारण टूट गया था. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि सरकार द्वारा महिलाओं को मुफ़्त बस यात्रा की घोषणा के बाद भारी संख्यां में महिलाएं बस में यात्रा कर रही थीं. गौर करें कि हाल ही में कर्नाटक में सत्ता में आयी कांग्रेस सरकार ने 11 जून को शक्ति योजना शुरू की जिसके तहत महिलाओं को ये विशेषाधिकार दिया गया है.

कन्नड़ न्यूज़ चैनल न्यूज फ़र्स्ट ने 19 जून को ये वीडियो कन्नड़ कैप्शन के साथ ट्वीट किया: “बड़ी संख्या में मुफ़्त बस यात्रा के लिए आयी महिलाओं के कारण KSRTC बस का दरवाज़ा टूट गया. ये घटना मांड्या ज़िले के मालवल्ली शहर के एक बस स्टैंड पर हुई. #newsfirstkannada #newsfirstkannada #KSRTC #bus #mandya #ViralVideos #कांग्रेसगारंटी #KarnatakaNews.” (आर्काइव)

भाजपा सदस्य शकुंतला ने 17 जून को इस वीडियो का एक स्क्रीनशॉट भी ट्वीट किया. साथ ही कन्नड़ कैप्शन में लिखा कि “राज्य की स्वाभिमानी महिला टीम ने शक्ति योजना के तहत शक्ति का प्रदर्शन किया.” (आर्काइव लिंक)

TV9 कन्नड़ ने यूट्यूब पर ये वीडियो अपलोड किया और इसके ‘डिस्क्रिप्शन’ में दावा किया कि महिला यात्रियों की भीड़ के कारण बस का दरवाजा टूट गया. कन्नड़ में लिखे वीडियो डिस्क्रिप्शन का ट्रांसलेशन है: “महिलाओं ने बस में चढ़ने की उत्सुकता में बस का दरवाज़ा तोड़ दिया. नारी शक्ति से KSRTC बस का एक और दरवाजा टूट गया. ये घटना मांड्या ज़िले के मालवल्ली शहर में KSRTC बस स्टैंड पर हुई. अभी कुछ दिन पहले, कोल्लेगल बस स्टैंड पर महिलाओं के धक्का-मुक्की के कारण एक KSRTC बस का दरवाज़ा टूट गया था.” (आर्काइव लिंक)

कुछ और यूज़र्स और न्यूज़ पोर्टल्स ने भी इसी तरह के दावों के साथ ये वीडियो शेयर किया. इस लिस्ट में @MadhukumarVP1, गरुड़ वॉयस, एशियानेट सुवर्णा न्यूज़, उदयन डिजिटल न्यूज़ शामिल हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के एक फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें कन्नड़ न्यूज़पेपर प्रजावाणी की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनग्रैब था.

रिपोर्ट की हेडलाइन का ट्रांसलेशन इस तरह है: “मालवल्ली | महिलाओं ने नहीं तोड़ा बस का दरवाज़ा: परिवहन एजेंसी के कर्मचारियों ने बताया.” न्यूज़पेपर ने डिपो मैनेजर शिवकुमार से बात की जिन्होंने बताया कि बस का दरवाज़ा बदला जा रहा था क्यूंकि पुराना दरवाज़ा पहले ही काफ़ी जर्जर हो चुका था. उन्होंने बताया कि यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई परेशानी न हो, इसके लिए बस स्टैंड के भीतर ही दरवाज़े को बदलने का काम किया गया.

हमने मांड्या ज़िले में बस स्टैंड के एक अधिकारी से संपर्क किया जहां ये घटना हुई थी. उन्होंने पुष्टि की कि बस में बड़ी संख्या में महिला यात्रियों के सवार होने से बस के दरवाज़े के टूटने का कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, दरवाज़ा पहले से ही काफी कमजोर हो गया था और इसे बदलने की ज़रूरत थी.

कुल मिलाकर, ये दावा झूठा है कि कर्नाटक में महिला यात्रियों ने मालवल्ली, मांड्या में KSRTC बस का दरवाज़ा तोड़ दिया. टूटे हुए बस के दरवाज़े को बदलने का किसी भी तरह से मुफ़्त बस यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की ज़्यादा संख्या से कोई लेना-देना नहीं है.

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