सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है जिसमें एक व्यक्ति को मोटरसाइकिल के पीछे की सीट पर शायद एक लाश को ले जाते हुए देखा जा सकता है. अच्छी तरह से ढकी हुई इस लाश का एक पैर निकल हुआ दिख रहा है. वेरिफ़ाइड यूज़र @arpispeaks ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘उसका अब्दुल सब से अलग था.’ ‘अब्दुल’ शब्द का इस्तेमाल अक्सर राईट विंग सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा मुस्लिम समुदाय को नीचा दिखाने के लिए किया जाता है जिसका मतलब ये है कि हर मुस्लिम व्यक्ति अपनी हिंदू पत्नी को मार सकता है. इस मामले में भी यूज़र ने ये जताया कि एक मुस्लिम ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी जिसकी लाश वो मोटरसाइकिल पर ले जा रहा था. (आर्काइव)
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “ये हिंदू लड़की बिनीता है इसका भी यही कहना था कि सब अब्सुल एक जैसा नही होता है, जब वह बिनीता को बोरे में भरकर पुल के नीचे फेकने ले जा रहा था उसको पता भी नही चला की कब बोरे में से पैर घिसक कर बाहर आ गया। एक सतर्क कार वाले की सूचना पर पुलिस ने कल इसे पकड़ा है.” ये तस्वीर फ़ेसबुक पर वायरल है.
कई अन्य ट्विटर यूज़र्स ने भी ये तस्वीर ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया. (आर्काइव्स 1, 2, 3)
फ़ैक्ट-चेक
इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने से हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें बताया गया है कि ये तस्वीर मिस्त्र की राजधानी काहिरा की है. कैरियो 24 की एक रिपोर्ट में सोर्स के हवाले से तस्वीर को एक रेडीमेड गारमेंट मर्चेंट से लिंक करते हुए बताया गया है कि मोटरसाइकिल सवार असल में रेडीमेड कपड़े लगाने के लिए एक पुतला ले जा रहा था. पुतला का एक हिस्सा कवर से बाहर निकला हुआ दिख रहा है.
कैरियो 24 की एक फ़ॉलो-अप रिपोर्ट में ये पता चला कि एक रेडीमेड कपड़ों की दुकान के मालिक ने एक ट्रांसपोर्ट कंपनी से कैरियो के मोकट्टम क्षेत्र में एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच तक पुतला पहुंचाने की रिक्वेस्ट की थी. इसलिए तस्वीर में दिख रहा मोटरसाइकिल सवार उस दुकान पर गया. उसने पुतले के पार्ट्स अलग-अलग कर दिए ताकि उसे मोटरसाइकिल पर ले जाने में आसानी हो सके. जब इसे ले जाया जा रहा था तो उसका एक हिस्सा बाहर निकला हुआ था.
ऑल्ट न्यूज़ को उस दुकान का फ़ेसबुक पेज मिला जो ये पुतला एक जगह से दूसरे जगह भेज रहा था. BG कलेक्शन नामक इस दुकान ने अपडेट देते हुए स्पष्ट किया कि वे अपनी गमाल अब्देल नासिर ब्रांच से अल-मुक्त्टम ब्रांच में पुतला ले जा रहे थे.
इस पेज ने एक और अपडेट पोस्ट किया जहां उन्होंने अपने कर्मचारियों को मुश्किलों का सामना करने के बावजूद कड़ी मेहनत करने के लिए मज़ाकिया लहजे में ‘धन्यवाद’ दिया.
दुकान ने वायरल तस्वीर के साथ एक ग्राफ़िक भी शेयर किया जिसमें पुतले को दोबारा जोड़ कर लगाने के बाद की तस्वीर थी.
ऑल्ट न्यूज़ ने BG कलेक्शन के व्हाट्सऐप नंबर पर भी संपर्क किया. एक रिप्रेजेंटेटिव ने पुष्टि की कि वायरल तस्वीर उनके स्टोर के एक पुतले की थी.
कुल मिलाकर, मिस्र में पुतला ले जा रहे एक बाइक सवार की तस्वीर भारत में सांप्रदायिक ऐंगल के साथ वायरल है. सोशल मीडिया यूज़र्स ने पुतले को एक लाश बताया और ‘अब्दुल’ कहानी का इस्तेमाल ये ग़लत दावा करने के लिए किया कि मोटरसाइकिल सवार एक मुस्लिम था जिसने अपनी पत्नी की हत्या की थी. कुछ यूज़र्स ने दावा कर दिया कि हिंदू लड़की बिनीता को उसके मुस्लिम पति ने मार कर बोर में न बंद कर दिया.
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