सोशल मीडिया पर एक वीडियो जिसमें आर्मी की पोशाक पहने हुए कुछ लोग एक मंदिर से कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार कर के ले जाते हुए देखे जा सकते हैं, इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के अम्बादेवी मंदिर में तीन आतंकवादी पकड़े गए थे। इस वीडियो में कुछ पुलिसवाले भी देखे जा सकते हैं। वीडियो को मराठी भाषा में उक्त टिप्पणी के साथ साझा किया गया,“अमरावती ला देवी मदींरात आतकंवादी पकडल्या।”
अमरावती अम्बा देवी मंदिर में पकडे गए आतंकवादी 🙏
Posted by Uchhrang Jethwa on Monday, 29 July 2019
कई लोगों ने ऑल्ट न्यूज़ के एंड्राइड एप्प पर इस वीडियो की वास्तविकता को जॉंचने की माँग करी। फेसबुक पर भी बहुत लोगों ने यह वीडियो इसी दावे के साथ साझा किया है।
Mock Drill (नाटकीय अभ्यास)
गूगल पर कुछ सांकेतिक शब्दों(keywords) की खोज करने पर ऑल्ट न्यूज़ को विदर्भ के VCN News द्वारा यू-टूब (youtube) पर पोस्ट किया हुआ एक वीडियो मिला। VCN News की रिपोर्ट से पता चला की यह एक अभ्यास के लिये करी गयी कारवाई का वीडियो है, जो अमरावती (महाराष्ट्र) के अम्बादेवी मंदिर में करी गयी थी।
सोशल मीडिया पर वायरल और VCN News की रिपोर्ट, दोनों वीडियो को ध्यान से देखने पर यह साफ़ हो गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कथित आतंकवादी और VCN News के अभ्यास वाले वीडियो में आतंकवादियों का रोल निभाने वाले इंसान अलग नहीं हैं। हमारे पाठकों को इसका सबूत देने के लिए दोनों वीडियो में से एक-एक तस्वीर निकाल कर नीचे दिखाई गयी है।
VCN News की रिपोर्ट के अनुसार यह अभ्यास 27 जुलाई 2019 को किया गया था। रिपोर्ट में एक पुलिस अफ़सर यह बतलाते हुए देखे जा सकते हैं कि यह अभ्यास बम खोजी दस्ते (Bomb Detection & Disposal Squad – BDDS), Anti-Terrorism Squad (ATS ), Quick Response Team (QRT) के साथ स्थानीय पुलिस द्वारा आयोजित किया गया था, जहाँ उन्होंने तीन आतंकवादियों को धर पकड़ने का पूर्वाभ्यास किया।
ऑल्ट न्यूज़ ने अमरावती पुलिस के इंस्पेक्टर शिवाजी बछाते से बात की, उन्होंने कहा,“यह एक पूर्वाभ्यास था।” उन्होंने यह भी पुष्टि करी कि ये पूर्वाभ्यास 27 जुलाई को आयोजित किया गया था।
ऑल्ट न्यूज़ इस निष्कर्ष पर पहुँची है कि अमरावती के अम्बादेवी मंदिर का उपरोक्त वायरल वीडियो के साथ किया हुआ वह दावा झूठा है, जिसमें कहा गया है कि वहाँ आतंकवादी पकड़े गए थे। इसी वर्ष अप्रैल महीने में गुजरात के बनासकांठा जिले के अंबाजी मंदिर में आयोजित इसी प्रकार की एक अभ्यास के वीडियो को भी एक आतंकवादी हमले का नाम देकर फैलाया गया था।
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