कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने एक तस्वीर शेयर की जिसमें गृहमंत्री अमित शाह और AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी साथ में बैठे हुए हैं. ट्विटर यूज़र @Samiullah_inc ने ये तस्वीर शेयर करते हुए कांग्रेस सदस्य अलका लाम्बा, रोहन गुप्ता और यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. को टैग किया. आर्टिकल लिखे जाने तक ये ट्वीट 150 से ज़्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं.
क्या नज़ाकत
अजी क्या नज़ाकत @LambaAlka @rohanrgupta @srinivasiyc pic.twitter.com/roIDZWAW3O
— Samiullah Kinnu Khan (@Samiullah_inc) March 10, 2021
इसी तरह फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी ये तस्वीर शेयर की.
Bjp b tem owisi brathor
Posted by Ekhlaque Parwez on Saturday, March 6, 2021
फ़ोटोशॉप की गयी तस्वीर
ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर का यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया और हमें ये द न्यूज़ मिनट के आर्टिकल में मिली. लेकिन इस आर्टिकल में ओवैसी के साथ अमित शाह नहीं कोई और व्यक्ति है. द न्यूज़ मिनट का ये आर्टिकल 28 फ़रवरी, 2018 का है. इसके मुताबिक, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई, विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने राज्य सरकार से रेहड़ी-ठेली वालों को स्थानांतरित करने की गुज़ारिश की थी. इसी बाबत दोनों नेता ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) के आयुक्त बी जनार्दन रेड्डी और म्युनिसिपल एडमिनिस्ट्रेशन ऐंड अर्बन डेवलपमेंट (MAUD) के मुख्य सचिव अरविन्द कुमार से मिले थे. उन्होंने राज्य सरकार को पत्र लिखते हुए बताया कि चारमीनार पेडेस्ट्रियनाइज़ेशन प्रोजेक्ट (CPP) के निर्माण कार्य के बाद कई रेहड़ी लगाने वाले बेरोज़गार हो जाएंगे और इसलिए मूसी नदी पर तीन पुलों का निर्माण किया जाना चाहिए ताकि लोग वहां बाज़ार लगा पायें.
असदुद्दीन ओवैसी के ऑफ़िशियल फ़ेसबुक पेज पर भी ये तस्वीर शेयर करते हुए इस बैठक की जानकारी दी गयी थी.
AIMIM President Barrister Asaduddin Owaisi along with Floor leader Akbaruddin Owaisi met Principal Secretary MA&UD Mr…
Posted by Asaduddin Owaisi on Tuesday, February 27, 2018
इस तस्वीर में अकबरुद्दीन ओवैसी और असदुद्दीन ओवैसी के साथ अमित शाह को दिखाने के लिए इसे एडिट किया गया है. नीचे वायरल तस्वीर और असल तस्वीर की तुलना में देखा जा सकता है कि अमित शाह की किसी अन्य तस्वीर को यहां जोड़ा गया है.
अमित शाह की जो तस्वीर ओवैसी की तस्वीर में जोड़ी गयी वो असल में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह के साथ है. यहीं से क्रॉप करके इसे ओवैसी की तस्वीर में जोड़ा गया है.
भाजपा और ओवैसी की सांठ-गांठ के चर्चे कोई नहीं बात नहीं है. इसी को आधार बनाकर किसी ने ये एडिटेड तस्वीर शेयर कर भ्रामकता फैलाने की कोशिश की. इससे पहले भी दिसम्बर, 2020 में हैदराबाद निगम चुनावों के समय केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और ओवैसी की चार साल पुरानी तस्वीर शेयर कर ओवैसी और भाजपा के बीच चुनाव में एक-दूसरे का सहयोग करने की ग़लत अफ़वाह फैलाई गयी थी.
पाकिस्तान में शख्स ने अपने परिवार का क़त्ल कर की ख़ुदकुशी, भारतीय मीडिया ने बताया हिन्दू परिवार पर हमला
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.