18 फ़रवरी 2024 को @Dr_RizwanAhmed नाम के एक यूज़र ने एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, “ये कैसा मास्टरस्ट्रोक है यार?” ग्राफ़िक में ट्विटर हैन्डल ‘@Ansar2ali2’ का ट्वीट है जिसमें लिखा है, “बीजेपी के मुख्य वोटर है हिन्दू लड़के सभी मुस्लिम लड़कियों से गुजारिश है अगले 6 महीने तक हिंदू लड़को को प्रेमजाल में फसाओ फिर कांग्रेस को वोट देने के लिए मनाओ जिससे बीजेपी हार जायेगी”.
2 साल पहले भी हुआ था शेयर
BJP प्रॉपगेंडा आउटलेट क्रियेटली ने 17 जुलाई को एक ग्राफ़िक ट्वीट करते लिखा, “मौलवी ने कहा..अंजुम खान ने किया..!”.
मौलवी ने कहा..अंजुम खान ने किया..! pic.twitter.com/rcxuu6PcUD
— Kreately.in (@KreatelyMedia) July 17, 2021
तस्वीर में एक शादी-शुदा जोड़े की तस्वीर भी दिखती है. ये तस्वीर मुंबई के क्रिकेटर शिवम दुबे की शादी की है. शिवम ने अंजुम खान से 17 जुलाई को शादी की थी. इसी आधार पर ग्राफ़िक में अंजुम खान का नाम लिखा है.
क्रियेटली ने ये ग्राफ़िक फ़ेसबुक पर भी पोस्ट किया है.
ट्विटर से लेकर फ़ेसबुक तक ये ग्राफ़िक वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
सबसे पहले ऑल्ट न्यूज़ ने ट्विटर हैन्डल @Ansar2ali2 के बारे में सर्च किया. हमें इस ट्विटर हैंडल का 18 जुलाई का एक रिप्लाइ मिला जो अब डिलीट हो गया है लेकिन इसमें हमें ट्विटर हैन्डल ‘@Ansar2ali2’ लिखा दिखता है.
आगे चेक करने पर मालूम हुआ कि ये ट्विटर अकाउंट फ़िलहाल डिलीट कर दिया गया है.
इसके अलावा, ट्विटर हैन्डल की प्रोफ़ाइल पिक्चर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर ये तस्वीर विकीमीडिया पर मिली जो काफ़ी स्पष्ट दिखती है. यहां इसे बरेली के मौलाना शाहाबुद्दीन रिज़वी की तस्वीर बताया गया है. 2016 के राजस्थान पत्रिका के आर्टिकल में मौलाना शाहाबुद्दीन को ऑल इंडिया जमात रज़ा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव बताया गया था.
ऑल्ट न्यूज़ ने इस वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट के बारे में मौलाना शाहाबुद्दीन से बात की. उन्होंने बताया, “मुझे मालूम हुआ कि मेरी तस्वीर सोशल मीडिया पर एक गलत बयान के साथ शेयर की जा रही है. मैं ट्विटर पर नहीं हूं. मैं इस वायरल मेसेज के खिलाफ़ कानूनी कारवाई करूंगा. मैंने अपने वकील को भी इसकी जानकारी दे दी है.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अब ऑल इंडिया जमात रज़ा-ए-मुस्तफा के साथ जुड़ा हुआ नहीं हूं. फ़िलहाल मैं दिल्ली के ऑल इंडिया तन्ज़ीम उलमा-ए-इस्लाम का जनरल सेक्रेटरी हूं”. ये बात उनके यूट्यूब चैनल में बताई गई है.
ऑल्ट न्यूज़ के आर्टिकल पर रिप्लाइ करते हुए बरेली पुलिस ने बताया, “प्रभारी साइबर सैल जनपद बरेली को जांच कर आवश्यक विधिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है।”
प्रभारी साइबर सैल जनपद बरेली को जांच कर आवश्यक विधिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है।
— Bareilly Police (@bareillypolice) July 21, 2021
कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर बरेली के मौलाना शाहाबुद्दीन रिज़वी की तस्वीर एक गलत ट्वीट के साथ शेयर की गई. क्रियेटली ने बिना इसे मनगढ़ंत नाम ‘मौलवी अंसार अहमद अली’ का बताकर शेयर किया. पहले भी कई बार मीडिया आउटलेट का मुखौटा पहने क्रियेटली ने सोशल मीडिया पर ऐसी भ्रामक जानकारियां फैलाई है.
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