सोशल मीडिया पर हाल ही में दो फोटो का कोलाज वायरल हुआ था। ये फोटो हाल ही में दलित संगठनों द्वारा किए गए भारत बंद के दौरान हुई हिंसा में खींची गई थी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी (अत्‍याचार रोधी) अधिनियम के प्रावधानों को कमजोर किए जाने के विरोध में दलित संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया था। दोनों फोटो में एक ही व्‍यक्ति को बंदूक के साथ दिखाया गया है लेकिन एनडीटीवी वाली फोटो की तुलना में जी न्‍यूज वाली फोटो में उस व्‍यक्ति की दाढ़ी ज्‍यादा लंबी है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने बताया कि इस फोटो को फॉटोशॉप किया गया है ताकि साफ तौर पर यह बंदूक पकड़े हुए व्यक्ति की फोटो ऐसी लगे जैसे कि वो मुसलमान हो। इन फोटो के पीछे क्‍या सच्‍चाई है। आइए जानते हैं…

ऑल्‍ट न्‍यूज ने इन फोटो के पीछे की सच्‍चाई सामने लाने के लिए कई चैनलों की फुटेज हासिल की।

जी न्‍यूज ने अपने अलग-अलग कार्यक्रम में इसी व्‍यक्ति का वीडियो कई बार दिखाया। इन सभी प्रसारणों में, इस व्‍यक्ति के चेहरे पर घेरा बनाया गया और उसकी तस्‍वीर को ज़ूम-इन करके दिखाया गया। उसी तस्वीर को नीचे देखा जा सकता है।

एनडीटीवी और एबीपी के मामले में, उन्‍होंने उसी वीडियो का उपयोग किया है जिसका जी न्‍यूज ने किया। हालांकि एनडीटीवी और एबीपी की विडियो में जब ज़ूम-इन करके विडियो को रोक दिया जाता है तब वह लंबी दाढ़ी इस वीडियो में दिखाई नहीं देती है जो जी न्‍यूज में दिखाई दी थी।

सीएनएन न्यूज़ 18 के मामले में, उनके द्वारा किए गए ट्वीट में उन्‍होंने वीडियो को रोककर नहीं दिखाया। एनडीटीवी, जी न्‍यूज और एबीपी चैनलों में जिस व्‍यक्ति का चेहरा ज़ूम-इन किया जा रहा है, वह नीचे इस वीडियो के पहले 2 सेकंड में दिख रहा है।

चूंकि सीएनएन न्यूज़ 18 का वीडियो बिना किसी स्‍पेशल इफेक्‍ट वाले मूल वीडियो का सबसे नजदीकी वीडियो था। इसलिए हमने इस वीडियो को कई फ्रेम में बांटकर (प्रति सेकंड 60 फ्रेम) इस मामले को और गहराई से देखा। हमने पाया कि सीएनएन न्यूज़ 18 वीडियो में, कई फ्रेम में दिख रहे उसी व्‍यक्ति की दाढ़ी अलग-अलग लंबाई की है। जैसा कि नीचे कोलाज में देखा जा सकता है, पहले, दूसरे, तीसरे और छठे फ्रेम में, व्‍यक्ति की दाढ़ी लंबी नहीं लगती है। हालांकि चौथे और पांचवे फ्रेम में, व्‍यक्ति की दाढ़ी ज्‍यादा लंबी नजर आने लगती है।

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ऐसा क्यों हो रहा है कि एक विडियो में एक ही व्यक्ति की दाढ़ी की लम्बाई अलग-अलग दिखती है? अगर आप सीएनएन न्यूज़ 18 के पहले फ्रेम में जो गोलाकार घेरे में व्यक्ति है उसे अगर आप घ्यान से देखोगे तो आपको दिखेगा कि वह राइफल पकड़े हुए व्यक्ति के विपरीत दिशा में आगे बढ़ रहा है। जिस व्यक्ति का सिर पहले फ्रेम में गोलाकार घेरे में हमने देखा उसका सिर दुसरे और तीसरे फ्रेम में भी देखा जा सकता है जिसे तीर के निशान द्वारा चिह्नित किया गया है। चौथे फ्रेम में वही घेरे वाले व्यक्ति के सिर का बाल राइफल पकड़े हुए व्यक्ति की दाढ़ी से मिल जाता है जिससे इस प्रकार एक लंबी दाढ़ी का भ्रम पैदा हो जाता है।

जब हमने जी न्‍यूज के वीडियो को अलग-अलग फ्रेम में तोड़ा (प्रति सेकंड 15 फ्रेम) तो हमने देखा कि उनके वीडियो में वे फ्रेम गायब हैं जिनमें व्‍यक्ति की दाढ़ी सामान्‍य नजर आती है। इसके बजाय, उन्‍होंने उस फ्रेम को चुना जिनमें व्‍यक्ति की लंबी दाढ़ी नजर आती है और उन्‍होंने उस खास फ्रेम को चेहरे पर घेरा बनाकर ज़ूम-इन करके दिखाया।

तो क्‍या उस व्‍यक्ति की दाढ़ी छोटी है जैसा कि एनडीटीवी द्वारा दिखाया गया या उसकी दाढ़ी लंबी है जैसा कि जी न्‍यूज ने दिखाया? क्‍या यह फोटो किसी चैनल द्वारा फोटोशॉप की गई है? इसका जवाब यह है कि जी न्‍यूज ने इस फोटो में छेड़छाड़ नहीं की जैसा कि आरोप लगाया गया। जी न्‍यूज समेत सभी चैनलों ने उसी मूल वीडियो का इस्‍तेमाल किया। हालांकि जी न्यूज ने अपने वीडियो को उस फ्रेम पर रोकने का फैसला किया जहां लंबी दाढ़ी के साथ उस व्‍यक्ति की फोटो दिखती है।

निष्‍कर्ष यह है कि जी न्‍यूज ने इस फुटेज के साथ फोटोशॉप/परिवर्तन/छेड़छाड़ नहीं की है। लंबी दाढ़ी वाली फोटो मूल वीडियो का हिस्‍सा है। हालांकि उन्‍होंने वीडियो को रोकने और फोटो के एक हिस्‍से पर ध्यान दिलाने का फैसला क्‍यों किया, इसकी वजह तय नहीं की जा सकती है। यह बताना नामुमकिन है कि क्‍या यह जानबूझकर किया गया है यह फिर यह केवल खराब संपादन का मामला है।

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