खुद को पाकिस्तानी बताने वाले ट्विटर हैंडल @TheZaiduLeaks ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक शख्स दूसरे को एक डंडे से मार रहा था. इस क्लिप के साथ दावा किया गया – “ग्राफ़िक कॉन्टेंट: कराची में चीनी इंजीनियर का वीडियो जो कि एक पाकिस्तानी ड्राइवर को पीट रहा है क्यूंकि उसने फ़र्ज़ी पेट्रोल बिल जमा किया. पॉवर चाइना गांसू एनर्जी कंपनी का ये इंजीनियर CPEC के तहत आया था.” यदि ये वीडियो हट जाता है तो इसे इस आर्काइव किये हुए लिंक पर देखा जा सकता है.
Graphic Content : Chinese Engineer in Karachi caught on video beating Pakistani driver for submitting fake petrol bill.
Engineer from PowerChina Gansu Energy Co came to Pakistan under CPEC.
My Dear Pakistani brothers & sisters we must raise our voice against this this behaviour pic.twitter.com/SuJK72C1TS
— 🇵🇰Zaidu🇵🇰 (@TheZaiduLeaks) June 28, 2020
इस क्लिप को सैकड़ों फ़ेसबुक और ट्विटर यूज़र्स ने इसी दावे के साथ शेयर किया. 29 जून को यही वीडियो न्यूज़ 18 ने भी टीवी पर यही वीडियो दिखाया. इस दौरान ऐंकर ने कहा, “अभी आ रही एक ख़बर के मुताबिक़ एक चीनी इंजीनियर को कैमरे पर पाकिस्तानी ड्राइवर को पीटते हुए पकड़ा गया है. ये घटना कराची की है. ड्राइवर को फ़र्ज़ी पेट्रोल बिल जमा करने की वजह से पीटा गया. CPEC में करोड़ों रुपयों का निवेश करने के बाद वांछनीय नतीजे न पाने के कारण पाकिस्तान और चीन के बीच संबंध बहुत ठीक नहीं हैं.”
चैनल ने सोशल मीडिया हैंडल से ये वीडियो हटा दिया है लेकिन इसका स्क्रीनशॉट नीचे पोस्ट किया गया है. इस पोस्ट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है.
इस वीडियो को न्यूज़ नेशन ने भी अपने ब्रॉडकास्ट में चलाया, यहां एंकर ने दावा किया कि पाकिस्तान चीन का गुलाम बन चुका है.
भारतीय सोशल मीडिया में ये वीडियो काफ़ी वायरल है. ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी ने भी इसे शेयर किया है, उनके ट्वीट को इस आर्टिकल के लिखे जाने तक 5000 रीट्वीट मिल चुके हैं.
If this is true Pakistani Govt should arrest this Chinese national. Do they have the courage? https://t.co/OvPTWgUNCL
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) June 29, 2020
CPEC अर्थात चाइना पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर, चीन की बेल्ट ऐंड रोड योजना का एक हिस्सा है जो कि एशिया, अफ़्रीका और यूरोप को जोड़ने का एक प्रयास है जिसके अंतर्गत दुनिया भर में कई बड़े प्रोजेक्ट्स में पैसा लगाए जाने का प्लान है. इस प्रोजेक्ट के चलते बाकी देशों, खासकर पाकिस्तान के कॉन्ट्रैक्टर्स खासे परेशान हैं क्यूंकि उन्हें लोन के पैसे वापस करने में मुश्किल आ रही है. CPEC चीन के शिनजियांग प्रांत के काश्गर को पाकिस्तान के ईरान से लगे बॉर्डर पर ग्वादर पोर्ट से जोड़ने के प्लान पर काम रहा है.
2016 का वीडियो
वीडियो के फ़्रेम्स को यांडेक्स (Yandex)पर रिवर्स सर्च करने के बाद हमें 2016 के कई फेसबुक पोस्ट मिले जिसमें यही वीडियो दिखाई दे रहा था. I’m Malaysian 我是马来西亚人 नाम के एक पेज पर दिख रहे पोस्ट में बताया गया कि ये वीडियो मलयेशिया का है जिसमें एक चीनी व्यक्ति पर रेशियल हमला हुआ था.
कई मलयेशियाई वेबसाइट्स ने भी इस घटना को रिपोर्ट किया था. mynewshub.tv के अनुसार एक विदेशी को उसके मालिक ने पीटा था.
malaysiakini.com पर मिले 29 नवम्बर, 2016 के एक आर्टिकल के मुताबिक़ पुलिस उस शख्स को खोज रही थी जो कि इस वीडियो में पीली टीशर्ट में दिखाई दे रहा था. उसने Bersih 5 की टीशर्ट पहनी हुई थी जो कि मलयेशिया का एक प्रो-डेमोक्रेसी ग्रुप है.
पाकिस्तानी बनकर ट्वीट करने वाले एक भारतीय पैरोडी हैंडल के ट्वीट में न्यूज़ 18 फंस गया
@TheZaiduLeaks के बायो में लिखा हुआ है, “सभी ट्वीट्स मनोरंजन के लिए हैं और ये शत प्रतिशत फ़र्ज़ी और मनगढ़ंत हैं.”. इसके बावजूद न्यूज़ 18 ने इस हैंडल से आये वीडियो के दम पर एक पूरा शो बना दिया. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब इस हैंडल के ट्वीट के चक्कर में कोई न्यूज़ चैनल फंसा हो. पिछले साल इस हैंडल से टीवी शो गेम ऑफ़ थ्रोंस के एक स्क्रीनशॉट को पैलेट गन से चोटिल हुई कश्मीरी लड़की की तस्वीर बताकर ट्वीट किया गया था. इसे टाइम्स नाउ ने न केवल फ़ैक्ट चेक किया बल्कि पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा तक बता डाला.
ऑल्ट न्यूज़ को मालूम चला कि जब इस ट्विटर हैंडल को बनाया गया था, उसके बाद राइट विंग पोर्टल rightlog.in से जुड़े एक शख्स ने इसे भरपूर प्रमोट किया था. इस हैंडल पर हमारी इन्वेस्टिगेशन यहां पढ़ी जा सकती है.
कुल मिलाकर एक और पैरोडी ट्वीट के चक्कर में न्यूज़ 18 ने एक पूरा शो चला दिया और दावा किया कि एक चीनी शख्स ने कराची में अपने ड्राइवर को बुरी तरह से पीटा. इतना ही नहीं, चैनल ने इस पुराने वीडियो को पाकिस्तान और चीन के बीच चल रहे प्रोजेक्ट CPEC से भी जोड़ दिया.
[आर्टिकल में न्यूज़ नेशन के ब्रॉडकास्ट का वीडियो 30 जून को शामिल किया गया.]सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
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