व्हाट्सएप पर एक संदेश वायरल है, “प्रिय सभी, कृपया, ध्यान दें कि सभी बैंक छह दिनों तक बंद रहेंगे। 2 सितंबर- रविवार, 3 सितंबर-जन्माष्टमी, 4, 5 सितंबर -पेंशन के लिए हड़ताल। 8, 9 सितंबर- शनि और रवि – बंद। सभी एटीएम नकदी रहित रह सकते हैं। कृपया उसी अनुसार योजना बनाएं।” (अनुवाद) “Dear All, Pl, note that all the Banks will remain closed for six days. 2nd Sept- Sun, 3rd Sept-Janmashtami, 4th, 5th Sept – Banks strike protest for pension. 8th, 9th Sept- sat & sun – Closed. All ATM’s may remain cashless. Pl, plan accordingly.”

Image credit: K Venugopal Menon/Twitter

यह संदेश कई पर्सनल यूजर्स द्वारा फेसबुक पर भी व्यापक रूप से फैला हुआ है। दावा है कि सभी बैंक 7 सितंबर को छोड़कर 2 सितंबर से 9 सितंबर तक बंद रहेंगे।

सच क्या है?

वित्त मंत्रालय ने 31 अगस्त को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया कि प्रसारित अफवाहें आधारहीन हैं। महीने के पहले सप्ताह में बैंक 2 सितंबर को बंद रहेगा क्योंकि यह रविवार है। जन्माष्टमी 3 सितंबर को पड़ती है और यह राजपत्रित अवकाश नहीं है, इसलिए देशभर में केवल कुछ बैंक बंद रह सकते हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एंड एम्प्लॉयज (यूएफआरबीईई) ने 4 और 5 सितंबर को पेंशन संबंधी मसलों को लेकर लंबे समय से दो दिवसीय सामूहिक छुट्टी घोषित कर रखी है। हालांकि, इसका बैंकिंग गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा जो निर्बाध जारी रहेगा। 8 सितंबर महीने का दूसरा शनिवार है और 9 सितंबर रविवार है, इसलिए बैंक दोनों दिन बंद रहेंगे। प्रेस सूचना कार्यालय के ट्विटर अकाउंट से भी इस व्हात्सप्प अफवाह को ख़ारिज करते हुए ट्वीट किया गया है।

वित्त मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि “बैंकों को एटीएम से निकासी के लिए पर्याप्त नकदी की उपलब्धता सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है।

हालांकि, एटीएम में नकदी भरने संबंधी नियम 8 फरवरी, 2019 से कुछ नए नियमों से प्रभावित होंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के नए निर्देश के अनुसार, शहरों में रात्रि 9 बजे, ग्रामीण इलाकों में शाम 6 बजे और नक्सल प्रभावित इलाकों में शाम 4 बजे के बाद एटीएम में नकदी नहीं भरी जाएगी। इस कदम का उद्देश्य नकदी वैन, नकदी वॉल्ट, एटीएम धोखाधड़ी और अन्य आंतरिक धोखाधड़ी संबन्धी हमलों को लेकर सुरक्षा में सुधार करना है।

व्हाट्सएप संदेशों को अक्सर सूचनाओं को प्रमाणित किए बिना फॉरवर्ड किया जाता है, जिससे नागरिकों के बीच अनावश्यक फिक्र पैदा होती है। दूसरों को भेजने से पहले विश्वसनीय मीडिया स्रोतों के साथ इन्हें क्रॉस-चेक किया जाना चाहिए।

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.