सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक शख्स को हाथों के बल मंदिर की परिक्रमा करते हुए देखा जा सकता है. इस व्यक्ति ने शरीर के ऊपरी हिस्से में कुछ नहीं पहना है. कई सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि ये 26 साल के नरेंद्र मोदी का वीडियो है जब वो ऋषिकेश में साधु दयानंद के मठ में योग कर रहे थे.
👆👆उम्र छब्बीस की थी, जब रिषिकेश स्थित साधु दयानंद जी के मठ में योग विद्या ग्रहण किया। पहचानिए इस तपस्वी को आज हमारे प्रधानमंत्री हैं। एक दुर्लभ विडियो मोदीजी का 👌👍 pic.twitter.com/tpt9ZC3BV6
— MissMatch ! (@ShimlaHelpline) July 11, 2022
महान बनने के लिए बड़ी तपस्या करनी पड़ती है और प्रधानमंत्री तो कोई बन सकता है पर इस पद उचित इंसान पहली बार है
उम्र छब्बीस की थी, जब रिषिकेश स्थित साधु दयानंद जी के मठ में योग विद्या ग्रहण किया। पहचानिए इस तपस्वी को आज हमारे प्रधानमंत्री हैं। @narendramodi जी का एक दुर्लभ विडियो👌 pic.twitter.com/AGO1KcYXWp— बिजेंद्र चौधरी 💚 कृष्ण भक्त ❤️🕉️ (@Krishna__Bhakt_) July 10, 2022
ये दावा ट्विटर और फ़ेसबुक दोनों जगह वायरल है.
हमें हमारे ऑफ़िसियल ऑल्ट न्यूज़ मोबाइल एप्लिकेशन (एंड्रॉइड, iOs) पर इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो को वेरीफ़ाई करने के लिए हमने InVid वेरिफ़िकेशन टूल का इस्तेमाल किया. वीडियो से कई कीफ़्रेम निकालने के बाद हमने इसका यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें जून 2021 का एक यूट्यूब वीडियो मिला. इस वीडियो में कोई डिस्क्रिप्शन नहीं था. और इसका टाइटल तमिल में था, जिसका मतलब होता है, “26 जून 2021.” हालांकि, ये वीडियो बेहतर क्वालिटी का था जिससे हमें अच्छे से जांच करने में मदद मिली.
इस वीडियो को गौर से देखने पर हमने कुछ चीजें नोटिस कीं:
- वायरल वीडियो में आसमान से बर्फ के टुकड़े गिरते हुए देखा जा सकता है लेकिन हमें ज़मीन पर बर्फ नहीं दिख रही है. हाई रिज़ॉल्यूशन वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बर्फ को डिजिटल की मदद से ऐड किया गया है.
- 3 मिनट पर, बैकग्राउंड में एक व्यक्ति को मास्क पहने देखा जा सकता है.
- 3 मिनट 45 सेकेंड पर, एक और व्यक्ति को मास्क पहने देखा जा सकता है.
इन सभी बातों से ये पता चलता है कि ये वीडियो को कोरोनोवायरस महामारी के दौरान लिया गया है. इसलिए इसमें युवा पीएम मोदी नहीं हो सकते.
आगे की जांच के लिए, हमने यूट्यूब वीडियो के कीफ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया. जिससे हमें शेयरचैट, फ़ेसबुक और ट्विटर जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर यही वीडियो दिखा. ये वीडियो भी जून 2021 में पब्लिश हुए थे और अच्छी क्वालिटी के थे. हमने देखा कि वीडियो में ऊपर दायीं ओर, एक सुपरइम्पोज़्ड टेक्स्ट है जिसमें लिखा है, “क्रिएटेड बाय सबसे सुंदर मेरा केदारनाथ ज्योतिर्लिंग आचार्य श्री संतोष त्रिवेदी जी.“
इसे ध्यान में रखते हुए, हमने गूगल पर एक कीवर्ड सर्च किया. हमें ANI के जून 2021 का एक ट्वीट मिला. ANI के ट्वीट में आचार्य संतोष त्रिवेदी की एक तस्वीर है जिसमें केदारनाथ के बाहर उन्हें हाथों के बल खड़े होने की मुद्रा में देखा जा सकता है. ANI की तस्वीर में आचार्य संतोष त्रिवेदी ने जो कपड़े पहने हैं वो वायरल वीडियो में दिख रहे कपड़े से मेल खाता है.
हमने एक और कीवर्ड सर्च किया, जिससे कई वीडियो सामने आए. इनमें आचार्य संतोष त्रिवेदी कई मौकों पर हैंडस्टैंड करते हुए दिखते हैं.
इसके अलावा, हमें जून 2021 की ETV भारत की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि वायरल वीडियो में दिख रहा व्यक्ति असल में आचार्य संतोष त्रिवेदी हैं.
कुल मिलाकर, एक मंदिर परिसर में हाथों के बल परिक्रमा कर रहे शख्स नरेन्द्र मोदी नहीं बल्कि आचार्य संतोष त्रिवेदी हैं. ये दावा बिल्कुल झूठा है कि वीडियो में 26 साल के नरेंद्र मोदी हैं. इससे पहले, ऑल्ट न्यूज़ ने इसी तरह के दावे को खारिज किया था जब एक और “दुर्लभ” वीडियो इसी तरह के दावे के साथ वायरल हुआ था. उस वीडियो में दिख रहे शख्स योगगुरु बीकेएस अय्यंगार थे.
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