एक बेहद परेशान करने वाला वीडियो शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि हिन्दू लड़कियां अपनी मुस्लिम सहेलियों से सावधान रहें. दावा है, “देख लो कैसे मुस्लिम लड़कियां ऐसे जिहादी मुस्लिम लड़कों को हिन्दू लड़कियों को सोप देती है। हिन्दू लड़कियां अपनी मुस्लिम सहेलियों से सावधान रहे.”
गोपाल गोस्वामी नाम के यूज़र ने ये वीडियो शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया है. अक्टूबर 2020 में गोपाल ने बांग्लादेश का एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया था कि भारत के मदरसा में लड़की को छेड़ा जा रहा है.
[इस वीडियो में काफी हिंसा दिख रही है इसलिए ऑल्ट न्यूज़ इसे एम्बेड या हाइपरलिंक नहीं कर रहा है.]एक यूज़र @JHRsitaram99 ने भी ये वीडियो शेयर करते हुए यही दावा किया है.
ये वीडियो फ़ेसबुक पर इसी दावे के साथ वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
‘द न्यूज़ मिनट’ की पत्रकार धन्या राजेन्द्रन ने सितम्बर 2020 में एक यूज़र के ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए बताया था कि ये वीडियो 3 साल पहले आन्ध्र प्रदेश में हुई एक घटना का है.
#Factcheck– It is horrible that this happened to this woman. However, to tweet a COMPLETELY wrong information and to not blur her is also horrible. This incident happened in Andhra 3 years ago, and the police had swiftly arrested all three. FYI @parasguptaoff13 https://t.co/WGlxmvf3Tk
— Dhanya Rajendran (@dhanyarajendran) September 7, 2020
इसके बाद कुछ की-वर्ड सर्च से हमें ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ का 26 सितम्बर, 2017 की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया है कि एक नाबालिग लड़की को हैदराबाद में मोलेस्ट किया गया. ये घटना प्रकाशम ज़िले के कणिगिरी कस्बे की है. इस रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित लड़की पर हमला उसके बॉयफ़्रेंड ने कराया था. लड़के ने अपने दोस्त को ऐसा करने के लिए उकसाया था और उसी ने इसका वीडियो भी बनाया. क्योंकि वो लड़की के नए रिश्ते से नाराज़ था और उससे बदला लेना चाहता था. इस घटना के एक महीने बाद लड़के ने वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया, जिसके वायरल होने के बाद आंध्रप्रदेश पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लड़कों को गिरफ़्तार किया – लकड़ी का बॉयफ़्रेंड बी साई और उसके दो दोस्त कार्तिक और पवन.
इस घटना की रिपोर्ट उस समय न्यूज़ X, द हिन्दू और NDTV ने पब्लिश की थी. इस तरह वायरल हो रहा ये वीडियो केरला का नहीं, बल्कि आंध्र प्रदेश में हुई एक तीन साल पुरानी घटना का है.
सितम्बर 2020 में केरला का बताकर शेयर
‘भैयाजी कहिन (BJP)’ नाम के एक यूज़र ने सितम्बर 2020 में ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “केरल में हो रही महिलाओं से छेड़छाड़ का वीडियो यह कोई पहला वीडियो वायरल नहीं इस प्रकार की घटना हर दिन घटित होती है इसका मुख्य उद्देश्य हिन्दुओं का अल्पसंख्यक होना.” ‘डी.पी बन्ना एक कट्टर हिन्दू’ नाम के यूज़र ने भी इसे शेयर करते हुए यही दावा किया है.
उस समय फ़ेसबुक पर भी ये वीडियो केरला का बताकर शेयर किया जा रहा था.
2. क्या केरला में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं?
2011 की जनगणना के अनुसार, केरला में 54.74% आबादी हिन्दुओं, 26.56% मुस्लिमों और 18.38% आबादी ईसाइयों की है. इस तरह यहां हिन्दू अल्पसंख्यक नहीं हैं और ये दावा भी गलत साबित होता है.
कुल मिलाकर 3 साल पुराना एक वीडियो सांप्रदायिक दावे से केरला का बताकर शेयर किया जा रहा है. जबकि ये घटना आंध्र प्रदेश की थी और पुलिस ने तीन आरोपियों को उसी समय गिरफ़्तार कर लिया था.
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