एक पुलिसवाले की तस्वीर काफ़ी समय से वायरल है. उसके दोनों हाथों में पत्थर नज़र आ रहे हैं. लोग इसे किसान आन्दोलन का बता रहे हैं. बीते कुछ महीनों से दिल्ली में कृषि बिलों के खिलाफ़ चल रहा आन्दोलन 26 जनवरी को हिंसक हो गया था. किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई और पुलिस ने आंसू गैस के गोलों और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया. इसके बाद 29 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शनरत किसानों पर लोगों का एक समूह आकर पत्थरबाज़ी करने लगा. बॉर्डर खाली करने की मांग करने वालों ने खुद को स्थानीय बताया. ऑल्ट न्यूज़ ने इसके बाद अपने फ़ैक्ट-चेक में पाया कि खुद को स्थानीय लोग बता रहे लोगों की इस भीड़ में भाजपा कार्यकर्ता और हिन्दू सेना के लोग शामिल थे.
लोग हाथ में पत्थर लिए पुलिसवाले की तस्वीर के साथ ही एक और तस्वीर शेयर कर रहे हैं. इस दूसरी तस्वीर में बस एक हाथ नज़र आ रहा है जिसपर बहुत ही धुंधला निशान दिख रहा है. इस तस्वीर के साथ वायरल कैप्शन है, “तस्वीरे खुद बोलती है, क्या हो रहा है ये मेरे देश मे.” (आर्काइव लिंक)
तस्वीरे खुद बोलती है,
क्या हो रहा है ये मेरे देश मे..।।#rsskegunde#FarmersProtest pic.twitter.com/QZQz5xGR08— नज़र फ़रीदी Nazar Faridi نظر فریدی (@NazarINCIndia) January 31, 2021
कई अन्य ट्विटर यूज़र्स ने भी ये तस्वीर शेयर कर #farmersprotest और #rsskegunde लिखा.
इसी तरह फे़सबुक पर भी ये तस्वीर काफ़ी वायरल है. एक फे़सबुक पेज ‘जुमला वही सुनायेंगे’ ने ये तस्वीर पोस्ट की जिसे आर्टिकल लिखे जाने तक 1,200 से ज़्यादा लोग शेयर कर चुके हैं. (आर्काइव लिंक)
फ़ैक्ट-चेक
हमने इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया और फे़सबुक पेज Nirmalagiri College SFI पर हाई क्वालिटी में हमें यही तस्वीर मिली. SFI, (स्टूडेंट्स फे़डरेशन ऑफ़ इंडिया) लेफ़्ट विचारधारा का स्टूडेंट विंग है. ये तस्वीर 23 अगस्त, 2013 को अपलोड की गयी थी. इसके साथ कोई डिस्क्रिप्शन नहीं है. लेकिन इस फे़सबुक पेज ने इस तस्वीर के साथ ही किसी प्रदर्शन की कई अन्य तस्वीरें भी शेयर की हुई है.
Posted by Nirmalagiri College SFI on Friday, August 23, 2013
हमने निर्मालागिरी कॉलेज की SFI यूनिट के सचिव और अध्यक्ष से संपर्क किया. लेकिन वो इस तस्वीर के बारे में कुछ भी बताने में असमर्थ थे. फ़िलहाल, इस पेज के अलावा हमें इस तस्वीर का हाई क्वालिटी वर्ज़न और कहीं नहीं मिला. चूंकि ये तस्वीर 23 अगस्त, 2013 को अपलोड की हुई मिली है, ये कहा जा सकता है कि ये कम से कम 7 साल पुरानी है.
पहली तस्वीर जिसमें सिर्फ़ हाथ नज़र आ रहा है, उसका रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें पिछले साल के कुछ ट्विटर पोस्ट्स मिले. ट्विटर यूज़र @single_life_000 ने 16 फ़रवरी, 2020 को किसी पुलिसवाले के हाथ की 3 तस्वीरें पोस्ट करते हुए तमिल में कैप्शन लिखा था, “पुलिस या धूर्त लोग? #CAAProtest #Chennai #ChennaiBagh #ChennaiShaheenBagh #Chennaiagainst_CAA_NRC #ChennaiPolice #CAA_NRC_Protests #வீதிக்குவாங்க_ரஜினி” तस्वीर को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि पुलिसवाले के हाथ पर ‘RSS’ टैटू बना हुआ है.
காவல்துறையா? காவிகளின் ஏவல்துறையா? #CAAProtest #Chennai #ChennaiBagh #ChennaiShaheenBagh #Chennaiagainst_CAA_NRC #ChennaiPolice #CAA_NRC_Protests#வீதிக்குவாங்க_ரஜினி pic.twitter.com/iSQ1wn06vG
— UHD Tamil (@single_life_000) February 15, 2020
यही तस्वीर शेयर करते हुए लोग #rsskegunde लिख रहे हैं. हम इस तस्वीर के बारे में जानकारी जुटाने में असमर्थ थे. लेकिन यहां RSS उस पुलिसवाले के नाम का शॉर्ट फ़ॉर्म भी हो सकता है. इसलिए इस तस्वीर के बारे पक्के तौर से कुछ नहीं कहा जा सकता है. लेकिन ये बात साफ़ है कि दो अलग-अलग तस्वीरों को जोड़कर लोग हालिया किसान आन्दोलन का बता रहे हैं. ये दावा ग़लत है.
दूसरी तस्वीर ऐंटी-सीएए प्रोटेस्ट के दौरान भी वायरल हुई थी. बूमलाइव ने फ़रवरी 2020 में इसका फ़ैक्ट-चेक किया था.
हमें जैसे ही इस तस्वीर का स्रोत मालूम होगा हम ये रिपोर्ट अपडेट करेंगे.
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