27 अगस्त को द गार्डियन ने एक रिपोर्ट में बताया कि तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद आधिकारिक बॉर्डर से होकर काफ़ी संख्या में लोग अफ़ग़ानिस्तान से पाकिस्तान भाग रहे थे.

अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. इसमें बहुत सारे लोग बेतहाशा भागते हुए देखे जा सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो अफ़ग़ानिस्तान-पाकिस्तान सीमा का है. फ़ेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करने वालों में ‘मोदी सेना‘ नामक फ़ेसबुक पेज भी शामिल है जिसके एक लाख से ज़्यादा फ़ॉलोवर्स हैं.

कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने ये वीडियो शेयर किया है. असल में फ़ेसबुक पर ये वीडियो काफ़ी वायरल है.

पाकिस्तानी अधिकारियों ने अफ़ग़ानिस्तान के नागरिकों के लिए पाकिस्तान बॉर्डर खोल दिया उसके बाद का नजारा देखिए

Posted by Jaya Sharma on Tuesday, 31 August 2021

एक अन्य फ़ेसबुक यूज़र ने बताया कि वीडियो में भागते हुए लोगों में किसी भी महिला या बच्चे को नहीं देखा जा सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि ये पाकिस्तान की एक साज़िश है और आगे सवाल किया, “… अफ़ग़ानिस्तान में लोकतंत्र को शरिया कानून से बदल दिया गया है. तो हिंदू तथाकथित लोकतंत्र को हिंदू तंत्र में क्यों नहीं बदल सकते?”

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पुराना वीडियो

हमने वीडियो के एक फ़्रेम का रिवर्स इमेज सर्च करने पर पाया कि ये वाकई अफ़ग़ानिस्तान-पाकिस्तान सीमा का है. हालांकि, ये अप्रैल 2020 का है जब पाकिस्तान ने कुछ दिनों के लिए अफ़ग़ानिस्तान से जुड़ी अपनी सीमाएं खोली थीं. बाद में, अफ़ग़ानिस्तान में बढ़ते COVID-19 मामलों के कारण सीमा बंद कर दी गईं. पाकिस्तान ने फंसे हुए अफ़ग़ान नागरिकों के वापस जाने के लिए विशेष अस्थायी व्यवस्था की थी.

ये वीडियो UK स्थित न्यूज़ आउटलेट ‘द टेलीग्राफ़’ ने 8 अप्रैल, 2020 को अपलोड किया था. उसी दिन, पाकिस्तान स्थित मीडिया आउटलेट ‘द न्यूज़‘ ने भी यही रिपोर्ट दी थी.

नीचे, हमने वायरल वीडियो की द टेलीग्राफ़ की रिपोर्ट से तुलना की है.

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4 अप्रैल, 2020 को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया कि अपने देश वापस जाने के इच्छुक अफ़ग़ान नागरिकों को तोरखम और चमन सीमा गुजरने की अनुमति दी जा रही है.

पाकिस्तान स्थित VOA डीवा के रिपोर्ट की मुताबिक, पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि सीमा 9 अप्रैल, 2020 तक खुली रहेगी.

पिछले साल, वीडियो को ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया था कि अफ़ग़ान COVID-19 स्क्रीनिंग के बिना पाकिस्तान में प्रवेश कर रहे थे. AFP ने इस बात से इनकार किया.

इस तरह, वायरल हो रहा वीडियो तालिबान के कब्ज़े के बाद पाकिस्तान से भाग रहे अफ़ग़ान नागरिकों का नहीं है. वीडियो 2020 का है जब अफ़ग़ानिस्तान सरकार के अनुरोध पर पाकिस्तानी सरकार द्वारा COVID-19 प्रतिबंध हटा दिए गए थे. अफ़ग़ानिस्तान के नागरिक पाकिस्तान से अपने देश जा रहे थे.


मीडिया ने पंजशीर घाटी में तालिबानी आतंकियों के मारे जाने का बताकर पुराना वीडियो दिखाया, देखिये

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