2 जनवरी को, कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने एक वीडियो साझा कर दावा किया कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरें जलायी है। भाजपा के राष्ट्रिय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक उपयोगकर्ता के पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा, “यह वीडियो चौंका देने वाला है…किसी भी प्रदर्शन को हिन्दू धर्म को अपवित्र करने का हक़ नहीं है…किसने उन्हें अधिकार दिया कि वे हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीर को जलाये…कैसे कोई विरोध प्रदर्शन हिन्दू विरोधी हो सकता है?…क्या यह वही है, जिसका प्रचार कांग्रेस और वामपंथी दल कर रहे है। #Shame” (अनुवाद)
This video is shocking …how can any protest have a right to defile the tenets of Hinduism ..who gives them the right to burn the pictures of Hindu Gods & Goddesses ..why should any protest be an Anti-Hindu protest??
Is this is what the Congress & Communists promote??#Shame https://t.co/9rn2gIwQ9T— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 2, 2020
एक अन्य उपयोगकर्ता @pratheesh_Hind ने ट्वीट किया कि, “CAA विरोध प्रदर्शन में हिन्दू देवताओं की तस्वीरें जलाई गई” (अनुवाद) इस पोस्ट को करीब 5000 बार रिट्वीट किया गया है। वीडियो की गति धीमी है, जिस कारण ऑडियो ठीक से सुनाई नहीं देता है।
फेसबुक उपयोगकर्ता सत्य भट ने समान घटना के लम्बे संस्करण – 4:30 मिनट – के वीडियो को पोस्ट किया है।
the protesrors against CAA slapping Hindu GOD photos with sandals and burnt
Why the Religion and God is coming into their protest? I feel it is the indication of their hatred against Hinduism not CAA
As an Hindu why should I tolerate such hatred protests under Secularism?
It all shows that instead of Rohingya, the Indian secular muslim are dangerous to nation
Does JAI BHIM / BABA SAHEEB taught them to hate Hindus in their own land?
Posted by Satya Bhat Suda on Wednesday, January 1, 2020
यह क्लिप फेसबुक और ट्विटर पर व्यापक रूप से वायरल है। ऑल्ट न्यूज़ के अधिकृत मोबाइल एप पर हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरों को मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा जलाने के दावे की पड़ताल करने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हुए है।
पुराना वीडियो, झूठा दावा
अगर कोई ध्यानपूर्वक ऑडियो को सुने, तो वीडियो में लोगों को कन्नड भाषा में नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। सत्य भट सुदा द्वारा साझा किये गए वीडियो में 58वें सेकंड पर, एक प्रदर्शनकारी के नारे को सुना जा सकता है, “ज़िंदाबाद, ज़िंदाबाद, आंबेडकर ज़िंदाबाद।”, इसके इस्तेमाल से फेसबुक पर सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च करने पर, हमें 2018 में पोस्ट किया हुआ एक वीडियो मिला।
23 अगस्त, 2018 को फेसबुक उपयोगकर्ता प्रशांत वेंकटस्वामी ने इस दावे से प्रसारित वीडियो को साझा किया, “ऐसा क्यों…हिन्दू देवी देवताओं ने अआप्के साथ क्या किया है…धर्मनिरपेक्षता पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए…एकसमान नागरिकता संहिता लानी चाहिए।” (अनुवाद)
Why this hell… What Hindus god have done to you… Secularism should be banned … Bring uniform civil code
Posted by Prashanth Venkataswamy on Thursday, August 23, 2018
इसी महीने में कई अन्य उपोगकर्ता ने इस वीडियो को शेयर करते हुए तस्वीरें जलाने के लिए आंबेडकर समर्थकों को दोषी ठहराया था। (आर्काइव)
ऑल्ट न्यूज़ हालांकि इस विरोध प्रदर्शन की वजह को नहीं जान पाया है लेकिन यह स्पष्ट है कि यह वीडियो CAA के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन से सम्बंधित नहीं है। सोशल मीडिया में साझा किया गया दावा कि CAA प्रदर्शनकारियों ने हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरें जलाई है, गलत है।
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