सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे एक वीडियो में लोग एक व्यक्ति को पीट रहे हैं और ‘जय श्री राम’ का नारा लगा रहे हैं. घटनास्थल पर खड़ी भीड़ तमाशा देख रही है और वीडियो बना रही है लेकिन कोई उसे बचा नहीं रहा है. समाजवादी पार्टी से जुड़ी अदिति यादव ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि UP में नयी सरकार बनने पर BJP के गुंडों ने एक बेकसूर व्यक्ति की हत्या कर जश्न मनाया. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक वीडियो को 36 हज़ार बार देखा जा चुका है.
ट्विटर पर भी ये वीडियो शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया जा रहा है.
नई सरकार बनने पर एक बेकसुर की जान लेकर बिजेपी के गुण्डों ने मनाया जश्न।@yadavakhilesh @myogiadityanath pic.twitter.com/PYx1AU6VQR
— ༒☬विनय यदुवंशी☬༒ (@Vinay757102) March 11, 2022
इसे शेयर करते हुए लोग UP पुलिस को टैग कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं.
कुछ यूज़र्स ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि ये व्हाट्सऐप पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. UP पुलिस से इस मालमे पर संज्ञान लेने की बात कही जा रही है.
ये वीडियो व्हाट्सऐप पर तेजी से वायरल हो रहा है,@UPPViralCheck कृपया सत्यता चेक करें और अगर सत्य है तो कठोर कार्रवाई कराई जाए ।@Uppolice pic.twitter.com/lhdmA7veEW
— अखिलेश आ रहे हैं 🇮🇳 (@DrAnuraagYadav) March 11, 2022
फ़ैक्ट-चेक
इस वीडियो की पड़ताल ऑल्ट न्यूज़ 2 बार अक्टूबर 2019 और नवंबर 2019 में कर चुका है. घटना बिहार की है और मामले में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं था.
इंडिया टुडे ने 5 अक्टूबर, 2019 को इस घटना के बारे में एक ख़बर पब्लिश की थी. रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना 2 अक्टूबर, 2019 को बिहार के कैमूर जिले के भभुआ नगर में घटी थी. भभुआ नगर में दिनदहाड़े गोली मार कर युवक की हुई हत्या से दहशत पैदा हो गई थी. घटना के बाद सदर अस्पताल में जुटी भीड़ सिकठी गांव निवासी माधव सिंह की मौत की सूचना से आक्रोशित हो गई और गोली मारने के आरोपित शाहिद राइन को अपने कब्ज़े में लेने के लिए पुलिस से मांग करने लगी. भीड़ ने शाहिद को मारते हुए ‘जय श्री राम’ का नारा भी लगाया.”
दैनिक जागरण ने भी इस घटना के बारे में रिपोर्ट पब्लिश की थी. ऑल्ट न्यूज़ ने इस मामले को लेकर भभुआ पुलिस से संपर्क किया था. थानाध्यक्ष शशि भूषण ने बताया था कि मामले में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है. उनका आपस में कुछ ज़मीन का विवाद चल रहा था.
कैमूर के SP दिलनवाज़ अहमद ने भी घटना के पीछे सांप्रदायिक मकसद होने की बात से इनकार किया था. शाहीद को मारने वाले व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज़ की गई थी.
यानी, एक व्यक्ति जिसपर गोली मारने का आरोप था, उसे बीच सड़क पर लोगों द्वारा पीटे जाने का वीडियो पहले सांप्रदायिक ऐंगल देकर शेयर किया गया था. इसी वीडियो को अब UP में BJP के जीतने के बाद हुई घटना बताया जा रहा है.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.