सोशल मीडिया पर 2 मिनट का एक वीडियो खूब शेयर हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये मुंबई-पुणे हाइवे के नज़दीक लोनावाला की घटना है. वीडियो में एक फल विक्रेता को फलों पर लाल रंग स्प्रे करते हुए देखा जा रहा है. लोग इस वीडियो को ये कहते हुए इसे वायरल करने का आग्रह कर रहे हैं ताकि इस दुकानदार की दुकान बंद हो जाए. वीडियो के साथ लिखे हुए मेसेज में दुकानदार को मुस्लिम बताया जा रहा है और उसके लिए भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है.
पूरा मेसेज है, “लोनावला (मुंबई पुणे हाईवे पर) मे आजकल लिची खुब बिकने आई है। लिची को देखते ही मुह मे पाणी आ जाता है। खाने से पहले ईस विडीओ को देखो। और आगे इतना वायरल करो के इस मुस्लिम मुल्लेकी दुकान दारी पुरी पुरी बंद हो जाय।”
लोनावला (मुंबई पुणे हाईवे पर) मे आजकल लिची खुब बिकने आई है। लिची को देखते ही मुह मे पाणी आ जाता है। खाने से पहले ईस विडीओ को देखो। और आगे इतना वायरल करो के इनकी दुकान दारी पुरी पुरी बंद हो जाय।
Posted by Monu Jain on Wednesday, 11 March 2020
इस दावे से फ़ेसबुक पर ये वीडियो वायरल है.
वीडियो बनाने वाले और फल बेचने वाले के बीच बातचीत भी सुनी जा सकती है. वीडियो बनाने वाला आरोप लगते हुए कहता है कि लोग यही सब खाकर ऐसे ही कैंसर और तमाम बीमारियों से मरेंगे. इसपर फल बेचने वाला कहता है कि पूरा शहर ही आपस में लोगों को मार रहा है. उसने ये भी कहा कि वो अपने बच्चों को तो ये नहीं खिलायेगा लेकिन किसी को वो मार नहीं रहा है. साथ ही उसने ये भी बताया की वो उस लीची को 350 रुपये किलो बेचता है.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो के एक की-फ़्रेम को रिर्वस इमेज सर्च किया. जिससे सितम्बर, 2018 की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जो इस वीडियो के बारे में थीं.
‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना पाकिस्तान के अफ़ज़लपुर की है. एक ब्रिटिश पाकिस्तानी पर्यटक लायला खान ने अपने चचेरे भाई के साथ वीडियो रिकॉर्ड किया और इसे ऑनलाइन शेयर किया. रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय फल बाजार से अंगूर खाने के बाद उनकी चाची बीमार हो गई थीं और इसलिए उसने इस बारे में पता लगाने की कोशिश की.
‘डेली मेल’ ने यूट्यूब पर 10 सितम्बर, 2018 को इस घटना का वीडियो अपलोड किया था.
इस तरह पाकिस्तान का एक पुराना वीडियो मुंबई का बताकर शेयर किया गया है. दिल्ली हिंसा के बाद से हम देख रहे हैं कि भारत में मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए इसी तरह के वीडियो शेयर किए जा रहे हैं. हाल ही में पुरानी तस्वीरें शेयर करते हुए ये झूठा दावा किया गया कि मुसलमान दुकानदार बिरयानी में नपुंसक होने की दवाई मिलकर हिंदुओं को बेच रहे हैं.
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