आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों के दौरान आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत का ज़िम्मेदार बताया गया है. शर्मा की लाश 26 फ़रवरी को हुसैन के घर के पास वाले एक नाले में मिली थी. उसके बाद से आप नेता को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया और उन्हें पुलिस हिरासत में रखा गया है. इस पूरे दौरान दिल्ली में हुई हिंसा और ताहिर हुसैन से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स में पत्रकारिता के मूलभूत सिद्धांतों की अनदेखी की गई.

ऐसी ही एक रिपोर्ट है ‘सुदर्शन न्यूज़’ की. 27 फ़रवरी को चैनल ने दो मिनट का एक वीडियो ट्वीट किया जिसके अनुसार वो ताहिर हुसैन के घर की ग्राउंड रिपोर्ट है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक.) वीडियो में रिपोर्टर एक व्यक्ति को ‘गवाह’ कहती हैं लेकिन उनका नाम वो प्रसारण के दौरान नहीं बताती हैं. गवाह कहता है कि लड़की को हुसैन के घर में घसीट कर लाया गया, उसकी हत्या कर लाश को पास के एक नाले में फेंक दिया गया. इस दौरान ज़मीन पर पड़े हुए जलाये गए कपड़ो को भी दिखाया गया. गवाह और रिपोर्टर दोनों ने इन जले हुए कपड़ों को उस लड़की का बताया जिसकी लाश पुलिस को 27 फ़रवरी को मिली थी.

सुदर्शन न्यूज़ ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा – “#ताहिर_हुसैन के घर पर मिले एक लड़की के जले कपड़े, जले बैग और अंडरगारमेंट्स..अनुमान है कि लड़की के साथ हुई है अनहोनी. सूत्रों के अनुसार पुलिस को नाले में मिली लड़की की लाश. लड़की को घसीट कर ताहिर के घर में बेरहमी से कत्ल की आशंका.” यहां ये भी समझ लिया जाए कि सुदर्शन न्यूज़ ने इस ओर भी इशारा किया है कि लड़की का रेप भी हुआ है. ट्वीट में इस्तेमाल किया गया शब्द ‘अनहोनी’ इसी ओर इशारा करता है.

सुदर्शन न्यूज़ के इस दावे को कई भाजपा नेताओं ने शेयर किया, जैसे – अमित मालवीय (आर्काइव लिंक), कपिल मिश्रा (आर्काइव लिंक), अभिजात मिश्रा (आर्काइव लिंक), जवाहर यादव (आर्काइव लिंक) और अरुण यादव (आर्काइव लिंक).

दिल्ली पुलिस ने रिपोर्ट को किया ख़ारिज

ऑल्ट न्यूज़ को किसी भी मेनस्ट्रीम मीडिया संगठन की कोई भी ऐसी रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें हुसैन के घर से लड़की की लाश मिलने का दावा किया गया हो. हालांकि, कई सोशल मीडिया यूज़र्स और दक्षिण पंथी वेबसाइट्स ने ये दावा किया कि ताहिर हुसैन के घर के पास से एक नाबालिग लड़की की लाश मिली. इसी सब के बीच ऑल्ट न्यूज़ ने बताया था कि मध्यप्रदेश में अपने ही घर में मृत पायी गयी लड़की की तस्वीर को दिल्ली की घटना से जोड़कर शेयर किया जा रहा था.

ऑल्ट न्यूज़ से बात करते हुए नई दिल्ली के पूर्वी रेंज के जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया -“अंकित शर्मा की लाश चांद बाग़ के जिस नाले से मिली वहां से किसी लड़की की लाश नहीं मिली है. अभी इसकी जांच चल रही है.”

‘CNN न्यूज़ 18’ की संवाददाता नितिशा कश्यप ने 27 फ़रवरी को चांद बाग़ से रिपोर्टिंग की थीं. नीचे दिया गया वीडियो उसी ब्रॉडकास्ट का एक हिस्सा है. इसमें 4:20 मिनट पर वो बताती हैं कि पुलिस ने ये साफ़ किया कि अंकित शर्मा की लाश जिस नाले में पायी गयी है वहां किसी लड़की की लाश नहीं मिली है.

दिल्ली दंगो की महिला पीड़ितों में सिर्फ़ एक बूढ़ी महिला की पहचान हुई

दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान करीब 53 लोगों की मौत हुई है. नॉन प्रॉफ़िट रिसर्च और जर्नलिज्म ऑर्गनाईज़ेशन ‘द पोलिस प्रोजेक्ट’ ने 2 मार्च को एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें दिल्ली हिंसा के दौरान 23 से 29 फ़रवरी के बीच मारे गए लोगों के नामों की लिस्ट दी गई है. रिपोर्ट के अनुसार इस हिंसा में सिर्फ़ एक महिला अकबरी बेग़म की मौत की ख़बर है, जिनकी उम्र 85 वर्ष थी. ‘द स्क्रॉल’ और ‘द क्विंट’ ने इस बारे में रिपोर्ट किया है. इस लिस्ट में अंकित शर्मा का नाम भी शामिल है.

ऑल्ट न्यूज़ ने ‘द पोलिस प्रोजेक्ट’ की रिसर्चर और को-फाउंडर वसुंधरा सिरनाटे से बात की. उन्होंने बताया कि जहां तक मुझे पता है दिल्ली हिंसा में मरने वाले लोगों में सिर्फ़ एक ही महिला अकबरी बेग़म का नाम शामिल है. अकबरी की हत्या के आरोप में उनके घर के पड़ोस में रहने वाले दो भाइयों अरुण और वरुण को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.

ऐसा गवाह जिसने ‘जुर्म’ होते देखा ही नहीं

ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी में ‘गवाह’ का मतलब है -“कोई ऐसा व्यक्ति जिसने घटना को खुद देखा हो और किसी अन्य व्यक्ति को इसके बारे में बता सके.” तो आखिर कैसे ‘सुदर्शन न्यूज़’ ने उस वारदात का गवाह ढूंढ निकाला, जिसकी पुष्टि खुद पुलिस ने भी नहीं की है?

ऑल्ट न्यूज़ ने ‘सुदर्शन न्यूज़’ के दो मिनट के प्रसारण को ध्यान से देखा. इसमें जिन बातों पर गौर किया जाना चाहिए उन्हें नीचे दिया गया है-

  • 19वें सेकंड पर एंकर एक अनजान इंसान को ‘गवाह’ बताते हुए उनसे पूछती हैं – “क्या जानते हैं आप इस बारे में? ये किसी महिला के यहां पर कपड़े दिख रहे हैं, शायद कुछ जला हुआ भी नज़र आ रहा है.” जवाब देते हुए ‘गवाह’ बताता है – “ये कपड़े जिन मैडम की डेडबॉडी मिली है उसी मैडम के है और यहां पर उसको खींच कर लाया गया है, अंदर. और मार के उनके कपड़े यहीं डाल कर उनकी लाश को नाले में फेंका गया है.”
  • जब ‘गवाह’ से 45वें सेकंड पर पूछा गया कि वो लड़की कौन थी? तब ‘गवाह’ ने बताया -“लड़की नाले में मिली है. उसकी डेडबॉडी पुलिसवाले ले गए हैं. देखी नहीं है.” इस तरह ये व्यक्ति उस वारदात का ‘गवाह’ है जो उसने देखा ही नहीं.
  • एंकर लगातार इस व्यक्ति को ‘गवाह’ बताती है जबकि उन्होंने न ही ताहिर के घर पर और न ही नाले में लड़की की लाश को देखा.
  • एंकर और ‘गवाह’ दोनों ये बताते हैं कि लड़की की लाश को पुलिस ले गयी. जबकि पुलिस ने साफ़ तौर पर ये बताया कि नाले से किसी भी महिला की लाश बरामद ही नहीं हुई है.

निष्कर्ष के तौर पर, ‘सुदर्शन न्यूज़’ ने ये झूठी ख़बर चलायी कि दिल्ली हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन के घर में किसी लड़की (या किसी महिला) की हत्या की गयी. रिपोर्ट में जिस व्यक्ति को ‘गवाह’ बताया गया है उसने असल में ऐसा कुछ भी देखा ही नहीं. लेकिन फ़िर भी उसके बयानों को सच बता कर प्रसारित किया गया. पुलिस ने ये स्पष्ट किया कि हुसैन के घर के पास वाले नाले से किसी महिला की लाश नहीं मिली है. इसके बावजूद ‘सुदर्शन न्यूज़’ ने अपना वीडियो नहीं हटाया है. चैनल ने इस गलत जानकारी को प्रसारित करने के लिए न माफ़ी मांगी है और ना ही किसी भी तरह का स्पष्टीकरण दिया है.

‘सुदर्शन न्यूज़’ की ये भड़काऊ रिपोर्टिंग 2002 के गुजरात दंगो के दौरान गुजराती अख़बार ‘संदेश’ की खबरों की याद दिलाती है. इस संगठन ने गोधरा में दो हिन्दू महिलाओं के स्तनों को काटने की झूठी खबर प्रकाशित की थी.

‘सुदर्शन न्यूज़’ के प्रसारण को राइट विंग वालों ने आगे बढ़ाया

इस प्रसारण को राइट विंग वेबसाइट ‘ऑपइंडिया’ के राइटर दिव्य कुमार सोती (पोस्ट का आर्काइव लिंक) और ‘स्वराज्य’ के राइटर विकास सारस्वत (पोस्ट का आर्काइव लिंक) ने शेयर किया है.

ऑल्ट न्यूज़ ने कई ऐसे वेरीफ़ाइड एकाउंट्स देखे जिन्होंने ये दावा/वीडियो शेयर किया है. ये वीडियो शेयर करने वाले अकाउंट्स जिन्हें 1000 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है वो हैं – @janardanmis (आर्काइव लिंक), @JayHind11544289 (आर्काइव लिंक), @deep_mani1 (आर्काइव लिंक), @Amritapandeyy (आर्काइव लिंक).

इसके अलावा इन अकाउंट्स ने भी इस वीडियो को शेयर किया है. इन्हें अलग से इसलिए बताया जा रहा है क्यूंकि इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फॉलो करते हैं – @ThePoojaSingh1 (आर्काइव लिंक) and @sharmaAvl (आर्काइव लिंक) @iBackModi (आर्काइव लिंक), @chintanvedant (आर्काइव लिंक), @SaffrnJay (आर्काइव लिंक), @Priyankabjym (आर्काइव लिंक), @JhaRahul_Bihar (आर्काइव लिंक), @modivanibharat (आर्काइव लिंक) @jaiprakashshah2 (आर्काइव लिंक).

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.