एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें कुछ लोग राइफ़ल, पिस्टल जैसे अत्याधुनिक हथियार लेकर एक भैंस का पीछा कर रहे हैं. इस दौरान हथियारों से लैस लोग भैंस पर कई राउंड फायरिंग भी करते हैं. इस वीडियो को भारत के संदर्भ में शेयर किया जा रहा है और लोगों से हथियार खरीदने की अपील भी की जा रही है. साथ ही वायरल मेसेज में भारत को हिन्दूराष्ट्र घोषित करने की मांग भी की जा रही है. ये वीडियो उमा शंकर राजपूत नाम के ट्विटर यूज़र ने इसी दावे के साथ ट्वीट किया है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
🎥 वीडियो :
एक जानवर के लिए इतने हथियार🔪🗡️🔫निकले हैं और हथियारों की कैटेगरी पर भी ध्यान दीजिए👇🏻👇🏽👇🏿☹️🤔
😢आप कहां हो !?!?!?!?!? pic.twitter.com/MsVgAOdOLt
— उमा शंकर राजपूत 🐦💯 %follow back 🚩🚩 (@UmaShan27941413) July 6, 2022
एक और ट्विटर यूज़र सुनील सिंह ने भी ये वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)
बता दें कि ये वीडियो साल 2021 में भी ऐसे ही मेसेज के साथ पोस्ट किया गया था. फ़ेसबुक पेज गोमाता गौ सेवा ट्रस्ट ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था कि ये लोग जानवर के लिए इतने हथियार निकाल सकते हैं तो धर्म पर लड़ाई करते वक़्त क्या होगा? वायरल मेसेज में ‘शांतिदूत’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है. रीडर्स गौर करें कि ये शब्द अक्सर सोशल मीडिया पर मुस्लिम समुदाय पर तंज कसते हुए लिखा जाता है. आर्टिकल लिखे जाने तक इसे 2 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. (आर्काइव लिंक)
2021 में ट्विटर यूज़र पवन सक्सेना ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए यही दावा किया था. ये वीडियो इसी दावे के साथ फ़ेसबुक और ट्विटर पर वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि वायरल वीडियो में लोग हिन्दी/उर्दू बोल रहे हैं. इसके साथ ही कुछ लोग वीडियो में अत्याधुनिक हथियार से फ़ायर कर रहे हैं. हमने अनुमान लगाया कि शायद ये वीडियो पाकिस्तान का है. क्योंकि भारत में नागरिकों को अत्याधुनिक हथियार रखने की अनुमति नहीं है.
इस आधार पर की-वर्ड्स सर्च करने पर 22 जुलाई 2021 को पब्लिश ‘गल्फ़ न्यूज़‘ की रिपोर्ट मिली. इस आर्टिकल के मुताबिक, ये घटना कराची यूनिवर्सिटी हाउसिंग सोसाइटी के पास की है. ईद के मौके पर भैंस को कुर्बानी दी जानी थी तभी वो भैंस बेकाबू हो गई. इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसपर फ़ायरिंग शुरू कर दी. इस वीडियो के वायरल होने के बाद इसे संज्ञान में लेते हुए कराची पुलिस ने पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. ये कानून लोगों को “अनावश्यक रूप से क्रूर तरीके से” किसी भी जानवर को मारने से रोकता है. इस घटना में संलिप्त आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
आगे, सर्च करने पर हमें पाकिस्तानी मीडिया ‘DAWN‘ और ‘समा टीवी‘ की रिपोर्ट्स मिलीं. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक लोकल कोर्ट ने मामले से जुड़े 8 आरोपियों को 10,000 रुपये के ज़मानती बॉन्ड पर उनकी बेल मंज़ूर कर दी थी.
यानी, पाकिस्तान के कराची में हुई पशु क्रूरता का वीडियो भारतीय सोशल मीडिया यूज़र्स शेयर कर रहे हैं. और साथ ही मेसेज में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ़ हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.
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