उत्तर-पूर्वी दिल्ली में चल रही सांप्रदायिक हिंसा के बीच सोशल मीडिया में एक परिवार का वीडियो शेयर किया जा रहा है. दावा है कि जाफ़राबाद इलाके में दिल्ली पुलिस मुस्लिम घरों के अंदर केमिकल गैस के गोले दाग रही है. वीडियो में लोगों को आस-पास फैले धुएं की शिकायत करते हुए सुना जा सकता है.
दिल दहला देने वाली घटना
#दिल्ली के जफराबाद का वीडियो है, दिल्ली पुलिस मुसलमानों के घरों में केमिकल गैस छोड़ रही है, जिससे छोटे छोटे मासूम बच्चों की हालत बेहद खराब है!दिल्ली पुलिस कुछ तो शर्म करो कम से कम इन बच्चों का तो ख्याल करो। Folded hands
Posted by Jabeen Fatma on Tuesday, 25 February 2020
25 फ़रवरी को ट्विटर यूज़र दिनेश मिश्रा ने 39 सेकंड के इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा कि दिल्ली के जाफ़राबाद में दिल्ली पुलिस मुस्लिम आबादी के घरों में केमिकल गैस छोड़ रही है और लोगों की हालत काफ़ी ख़राब है. इस ट्वीट को नीचे देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें स्क्रीन पर ‘CTV न्यूज़ इंडिया’ नाम के एक यूट्यूब चैनल का लोगो दिखाई दिया. इसी से संबंधित की-वर्ड्स से यूट्यूब पर सर्च किया तो 17 दिसंबर, 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो का शीर्षक ये है -“दिल्ली के जफराबाद मे पुलिस मुसलमानों को घरों मे केमिकल गैस छोड़ रही है.” हालांकि, ‘CTV न्यूज़ इंडिया’ ने यूट्यूब वीडियो को डिलीट कर दिया है, मगर इसे इनके फ़ेसबुक पेज पर देखा जा सकता है. (फ़ेसबुक पोस्ट का आर्काइव लिंक)
जब आप वीडियो देखेंगे तो 14वे सेकंड के बाद एक महिला को कहते सुनेंगे कि पुलिस उनके घर में आंसू गैस के गोले फेंक रही है. वो कहती हैं, “यहां की पुलिस बहुत ज़्यादा बेरहम हो रही है. घरों में घुस के टियर गैस छोड़ रही है.”
दिल्ली के जफराबाद का वीडियो है दिल्ली पुलिस मुसलमानों के घरों में केमिकल गैस छोड़ रही है जिससे छोटे छोटे मासूम बच्चों की हालत बेहद खराब है
Posted by CTV News INDIA on Tuesday, 17 December 2019
17 दिसंबर, 2019 को दिल्ली के जाफ़राबाद इलाके में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) को लेकर चल रहे प्रदर्शन के बीच प्रदर्शनकारियों और दिल्ली पुलिस के बीच टकराव हो गया था. 18 दिसंबर, 2019 की ‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया है कि पुलिस ने उस दिन स्थिति को नियत्रण में लाने के लिए तक़रीबन 350 आंसू गैस के गोले दागे थे.
अंत में हमने पाया कि, सोशल मीडिया में दो महीने पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया गया कि पुलिस दिल्ली में चल रहे दंगों के बीच मुस्लिम परिवारों के घरों में आंसू गैस के गोले दाग रही है.
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