ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल ऐप पर एक मिनट के एक वीडियो के पड़ताल के लिए कई रिक्वेस्ट आयी हैं. ये वीडियो इंडिया टीवी के ब्रॉडकास्ट से लिया गया है. वीडियो की शुरुआत इन शब्दों से होती है, “WhatsApp रात 11:30 से सुबह 6 बजे तक बंद रहेगा…”
वीडियो में ऐंकर स्क्रीन पर दिख रहे पूरे मेसेज को पढ़ता है. जिसमें लिखा है, “ये सन्देश सेंट्रल गवर्नमेंट पीएम मोदी द्वारा दिया गया है. अगर आपको इस समस्या से बचना है तो आपको ये मेसेज आपके सभी कांटेक्ट लिस्ट में भेजना होगा…” व्हाट्सऐप पर वायरल हो रहे इस एक मिनट के वीडियो को नीचे देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट-चेक
जैसा कि देख के ही लग रहा है, ये एक मिनट का वीडियो इंडिया टीवी के एक लम्बे ब्रॉडकास्ट का हिस्सा है. साथ ही वीडियो में ऊपर स्क्रीन पर फ़्लैश हो रहा टेक्स्ट क्वेश्चन मार्क के साथ आ रहा है, जिसमें लिखा है, “क्या आधी रात से बंद हो जाएगा आपका व्हाट्सऐप?” और मेसेज के ऊपर ‘आज का वायरल’ लिखा है. ‘आज का वायरल’ इंडिया टीवी पर दिखाया जाने वाला एक कार्यक्रम है, जिसमें हर दिन वायरल हो रही ख़बरों के बारे में बात की जाती है.
एक साधारण सा कीवर्ड सर्च इस वीडियो की सच्चाई बता देता है. हमने यूट्यूब पर सिर्फ ‘whatsapp india tv‘ सर्च किया. सर्च रिजल्ट का पहला वीडियो इंडिया टीवी का है, जो सितम्बर 2019 में अपलोड किया गया है. इसमें बताया गया है कि इंडिया टीवी के वीडियो का गलत इस्तेमाल कर फ़ेक न्यूज़ फैलाई जा रही है.
असल में एक मेसेज वायरल हो रहा था जिसके अनुसार व्हाट्सऐप बंद होने वाला था और कुछ मासिक भुगतान करने के बाद ही लोग उसका इस्तेमाल कर सकते थे. ये ग़लत ख़बर थी और इंडिया टीवी इस मेसेज की पड़ताल कर रहा था. इसी पड़ताल के वीडियो को क्लिप करके, उसका एक मिनट का हिस्सा शेयर किया जाने लगा जिसमें यही दिखाने की कोशिश की जा रही थी कि व्हाट्सऐप बंद हो रहा था और उसके इस्तेमाल के लिए कुछ रुपयों का मासिक भुगतान करना होगा. यानी जिस दावे की पड़ताल इंडिया टीवी कर रहा था, वीडियो काटकर उसी ग़लत दावे को और वायरल करने की कोशिश की गयी.
ऑल्ट न्यूज़ ने जुलाई, 2019 में ही इस वायरल मेसेज की सच्चाई बताई थी. ये मेसेज पिछले साल इसी महीने यानी जुलाई में वायरल हुआ था. ऑल्ट न्यूज़ से बातचीत के दौरान, व्हाट्सऐप के प्रवक्ता ने इसे अफ़वाह बताया. उस समय फ़ेसबुक द्वारा संचालित एप्लीकेशन, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम वैश्विक तौर पर 9-10 घंटो के लिए बंद हुई थी. इसी गड़बड़ ने इन अफ़वाहों को प्रसारित किया. हालांकि, फ़ेसबुक ने 4 जुलाई, 2019 को ही ट्वीट करके ये बताया था कि इस समस्या को सुलझा लिया गया है.
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