22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए और कई घायल हो गए. हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित करने और अटारी बॉर्डर को बंद करने जैसे कई फ़ैसले लिए, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू समेत कई और देश के राजनेताओं ने 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ़ भारत की लड़ाई का समर्थन किया.

इसी बीच सोशल मीडिया पर इज़रायल के पूर्व भारत में राजदूत नाओर गिलोन के हस्ताक्षर वाला एक नोट वर्बल (राजनयिक संदेश) शेयर किया गया. कथित नोट में इज़रायल ने भारतीय विदेश मंत्रालय को पत्र जारी कर जम्मू-कश्मीर में एक सैन्य अभ्यास के दौरान एक अनाम भारतीय सेना अधिकारी पर इजरायली डिफेंस फोर्स की महिला सैनिक त्ज़िपी कोहेन के यौन शोषण का आरोप लगाया है. साथ ही घटना को प्रथागत अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत भारत के दायित्वों का उल्लंघन बताते हुए घटना की त्वरित, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच शुरू किये जाने की बात भी लिखी गई है.

पाकिस्तान के X-हैंडल @commandeleven ने दावा किया कि इज़राइल के दूतावास ने भारत के विदेश मंत्रालय को एक औपचारिक राजनयिक विरोध (नोट वर्बल) जारी किया है. इसमें भारतीय सेना के कर्नल कमलदीप सिंह, 6 पैरा (एसएफ) के कमांडिंग ऑफिसर पर कश्मीर के जम्मू क्षेत्र में एक संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान आईडीएफ सार्जेंट त्ज़िपी कोहेन का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है. (आर्काइव लिंक)

पाकिस्तानी प्रॉपगेंडा X-हैंडल @MaddyViews ने भी ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

पाकिस्तानी मीडिया आधारित साईट ‘द पाकिस्तान फ्रंटियर’ ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज और इंस्टाग्राम पर एक पोस्टर करते हुए ऐसा ही दावा किया.(आर्काइव लिंक-1, लिंक-2)

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फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि वायरल नोट वर्बल में भारत में इजरायल के पूर्व राजदूत नाओर गिलोन के हस्ताक्षर हैं जो भारत में 2024 तक इजरायल के राजदूत के रूप में भारत में कार्यरत थे जबकि वर्तमान में राजदूत के रूप में रुवेन अजार कार्यरत हैं.

नोट- “नोट वर्बल” (Note Verbale) एक राजनयिक संदेश है जो एक सरकार से दूसरी सरकार को भेजा जाता है, और इसे दूतावास के माध्यम से आधिकारिक तौर पर दिया जाता है. यह एक तरह का औपचारिक संवाद है जो आमतौर पर तीसरे व्यक्ति में लिखा जाता है और इस पर हस्ताक्षर नहीं किए जाते हैं.

हमनें वायरल दावे के अनुसार, इजरायली दूतावास के नोट वर्बल के कस्टमाइज्ड की-वर्ड्स सर्च किया, लेकिन हमें कोई भी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जो इस वायरल दावे की पुष्टि कर सके.

आगे, हमें X(पूर्व में ट्विटर) पर भारत स्थित इजरायली दूतावास का एक पोस्ट मिला. इस पोस्ट में वायरल ‘नोट वर्बल’ के स्क्रीनशॉट को पोस्ट करते हुए कथित दावों का खंडन किया गया है और इस ‘नोट वर्बल’ को भी फर्जी बताया गया है, साथ ही पोस्ट में लिखा है, “अविश्वसनीय, इजरायल और भारत के बीच संबंध इतने मजबूत हैं कि नफरत करने वाले इसे नुकसान पहुंचाने के लिए फर्जी खबरों का सहारा लेते हैं, यह काम नहीं करेगा.”

यानी, इज़राइल के दूतावास ने भारत के विदेश मंत्रालय को कोई ‘नोट वर्बल’ जारी नहीं किया हैं. और वायरल दावा कि भारतीय सेना के एक अधिकारी ने इज़रायली महिला सैनिक का यौन उत्पीड़न किया, वो भी गलत है. 

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