“ये कैसा ब्राह्मण DNA है जो शिव मंदिर में नवाज़ पढ़ रहा है … कितना सुतिया बनाएगा देश को” – यह संदेश कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तस्वीर के साथ सोशल मीडिया में खूब शेयर किया गया है। इस तस्वीर में श्री गांधी को सामने हाथ जोड़े मंदिर के अंदर बैठे देखा जा सकता है। ग्वालियर के अचलेश्वर शिव मंदिर में राहुल गाँधी ने प्रार्थना की थी।
अबे मंदबुद्धि यह मंन्दिर है मस्जिद नही है……
Posted by राजनीति on Tuesday, 16 October 2018
उपर्युक्त पोस्ट फेसबुक पेज राजनीति का है, जिसे 10000 से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चूका है। एक अन्य पेज, आई सपोर्ट नरेन्द्र मोदी कट्टर हिन्दू का पेज ने भी शिव मंदिर के अंदर इस्लामी तरीके से अनुष्ठान करने के लिए राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए इस तस्वीर को पोस्ट किया है। एक अन्य लोकप्रिय पेज, पॉलिटिक्स सॉलिटिक्स, जिसके 1,10,000 से अधिक फ़ॉलोअर्स हैं, ने भी इस तस्वीर को पोस्ट किया था, हालांकि वहां से उसे अब हटा दिया गया है।
15 अक्टूबर को, राहुल गांधी ने दतिया में पीतांबारा पीठ मंदिर की यात्रा के साथ मध्य प्रदेश का दो दिवसीय दौरा शुरू किया था।
तस्वीर का गलत विश्लेषण
राहुल गांधी को आगे मुड़े हाथों के साथ दिखाती तस्वीर के लिए यह दावा करना कि वह नमाज़ अदा कर रहे थे, यह दावा करना गलत है। घटनाओं का क्रम नीचे दिखाया गया है।
जैसा कि स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, श्री गांधी नमाज़ अदा नहीं कर रहे, बल्कि पुजारी से मंदिर की भेंट ले रहे हैं। यह तस्वीर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक प्रशंसक पेज पर देखी जा सकती है। इस घटना की क्रमिक तस्वीरें यहां देखी जा सकती हैं। राहुल गांधी की मंदिर यात्रा का वीडियो भी नीचे पोस्ट किया गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कांग्रेस नेता कमल नाथ को पुजारी मंदिर की भेंट सौंप रहै हैं।
राजनीतिक विरोधियों द्वारा राहुल गांधी के मंदिर दौरों को नियमित और आक्रामक रूप से निशाना बनाया गया है। इससे पहले, कैलाश मानसरोवर की यात्रा को लेकर सोशल मीडिया में कांग्रेस अध्यक्ष की आलोचना की गई थी और मजाक उड़ाया गया था। 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान गलत दावा किया गया था कि श्री गांधी ने गैर-हिंदू के रूप में रजिस्टर में हस्ताक्षर किए थे। इस उदाहरण में भी, मंदिर दर्शन की उनकी एक सामान्य तस्वीर लेकर एक झूठे दावे के साथ उसे प्रस्तुत किया गया।
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