एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें कुछ लोग कांग्रेस को वोट नहीं देने का संकल्प ले रहे हैं. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि 2022 में राजस्थान के करौली में हुई धार्मिक हिंसा से नाराज़ ये लोग सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस को वोट नहीं देने की शपथ ले रहे हैं.
फ़ेसबुक पर ‘मनोज तिवारी फ़ॉर दिल्ली‘ नाम के पेज ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “रामनवमी करौली कांड राजस्थान से हम संकल्प लेते है की कांग्रेस को वोट नहीं देंगे !!कांग्रेस भगाओ देश बसाओ!! जय श्री राम” इस वीडियो को अबतक 63 हज़ार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 1 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
एक यूज़र ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)
रामनवमी करौली कांड राजस्थान से हम
संकल्प लेते है की कांग्रेस को वोट नहीं देंगे 🚩!!कांग्रेस भगाओ देश बसाओ!!
‼️जय श्री राम ‼️वैसे ये राजस्थान वाले हर ५ साल में ऐसी क़सम खाते हैं 😜😜🏃♂️🏃♂️ pic.twitter.com/zPGPWqc4Ks
— तैमूर का जीजा💪🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@brijeshchaodhry) April 12, 2022
एक यूज़र ने अपने ट्वीट में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मेंशन करते हुए वीडियो शेयर किया और लिखा “राम नवमी करौली कांड राजस्थान से हम संकल्प लेते है कि कॉंग्रेस को वोट नहीं देगें. कॉंग्रेस भगाओ देश बचाओ”. (आर्काइव लिंक)
ये वीडियो फ़ेसबुक और ट्विटर पर इसी दावे के साथ वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो को गौर से देखने पर उसमें एक पोस्टर नज़र आता है जिसपर ‘बेरोजगार एकीकृत महासंघ’ लिखा है.
हमने इस पोस्टर को ध्यान में रखते हुए की-वर्ड्स सर्च किया तो हमें पत्रिका द्वारा प्रकाशित 4 नवंबर 2020 का एक आर्टिकल मिला. इस रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने अपने बैठक में निर्णय लिया कि वे 17 नवंबर से कांग्रेस सरकार के ख़िलाफ़ हस्ताक्षर अभियान शुरू करेंगे व कांग्रेस पार्टी को वोट नहीं देने की अपील करेंगे.
कुछ कीवर्ड की मदद से हमें पत्रिका द्वारा प्रकाशित 17 नवंबर 2020 का एक आर्टिकल मिला. इसके मुताबिक, 17 नवंबर को सीकर के रामलीला मैदान में राजस्थान एकीकृत बेरोजगार महासंघ की अगुआई में बेरोजगारों ने सभा आयोजित की. प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने सभा में कहा, “राज्य सरकार को ज़िला परिषद व पंचायत चुनाव से पहले भर्तियों की घोषणा करनी हेागी. यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रदेश के बेरोजगार लामबंद होकर कांग्रेस का न केवल बहिष्कार करेंगे, बल्कि चुनाव में ख़िलाफ़ प्रचार भी करेंगे. सभा के दौरान बेरोजगारों ने शपथ भी ली.”
पत्रिका के आर्टिकल में मौजूद तस्वीर, वायरल वीडियो के एक फ़्रेम से मेल खाती है. यानी, वायरल वीडियो सीकर के रामलीला मैदान की है.
ट्विटर पर कुछ की-वर्ड्स के साथ डेट फ़िल्टर करने पर हमें इस सभा से जुड़ी अख़बार में प्रकाशित ख़बर की तस्वीर मिली और वायरल वीडियो भी मिला. (आर्काइव लिंक)
कुल मिलाकर, राजस्थान के सीकर में बेरोजगारों द्वारा भर्तियों की मांगें पूरी ना होने पर सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के ख़िलाफ़ लिए गए संकल्प का पुराना वीडियो हाल में हुए करौली हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया.
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