“लोकसभा चुनावों में वोट देने नहीं गए तो बैंक अकाउंट से कटेंगे ₹350” -यह शीर्षक, सोशल मीडिया में वायरल एक अखबार की क्लिप जैसी लगने वाली तस्वीर में है। इस कथित क्लिपिंग की खबर में चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता को भी यह कहते हुए उद्धृत किया गया है, कि आने वाले आम चुनाव में वोट नहीं देने वाले लोगों के बैंक खाते से 350 रुपये कट जाएंगे। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस क्लिपिंग का स्क्रीनशॉट ऑल्ट न्यूज़ को भेजकर इसकी प्रामाणिकता को लेकर पूछताछ की है।
यह क्लिप ट्विटर और फेसबुक पर भी प्रसारित की गई है।
व्यंग्य लेख
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि सोशल मीडिया में वायरल लेख का यह स्क्रीनशॉट, नवभारत टाइम्स द्वारा 21 मार्च 2019 को प्रकाशित एक व्यंग्य लेख का है। इस लेख के साथ यह भी लिखा है, “इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है। यह मजाक है और किसी को आहत करना इसका मकसद नहीं है।”
मराठी दैनिक लोक मत ने भी यही व्यंग्य खबर, अंत में उसी स्पष्टीकरण के साथ, जो नवभारत टाइम्स में दिया गया था, “बुरा न मानो होली है” लिखते हुए प्रकाशित की है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि इस दैनिक के द्वारा काल्पनिक समाचारों और विज्ञापनों का पूरा एक पेज प्रकाशित किया गया। इसमें नीचे दिए गए डिस्क्लेमर में लिखा गया है, “इस पेज के सभी समाचार और विज्ञापन काल्पनिक हैं”। उदाहरण के लिए, पहले पन्ने की एक खबर का शीर्षक है, “पाक ने हाफिज सईद को भारत के हवाले किया, अब दाऊद की बारी।”
एक व्यंग्य लेख का स्क्रीनशॉट, बिना किसी संदर्भ के, सोशल मीडिया यूजर्स को गुमराह करने के लिए प्रसारित किया गया। नवभारत टाइम्स ऐसे व्यंग्य प्रत्येक वर्ष होली पर प्रकाशित करता है। पिछले साल, ज़ी न्यूज़, ओपइंडिया और पोस्टकार्ड न्यूज़, नवभारत टाइम्स द्वारा प्रकाशित ऐसे ही एक व्यंग्य लेख के झांसे में आ गए थे और इसे प्रामाणिक खबर मानकर प्रसारित कर दिया था।
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