11 मई को सुदर्शन न्यूज़ चैनल के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके ने एक फ़ोटो ट्वीट की जिसमें एक गुलाबी रंग के कपड़े के बैग पर ‘ईद मुबारक रमज़ान गिफ्ट गवर्नमेंट ऑफ तेलंगाना’ छपा हुआ था. इस ट्वीट के साथ चव्हाणके ने लिखा, “तेलंगाना सरकार मुसलमानों को रमज़ान कि स्पेशल किट फ्रि में दे रही है। हिन्दू के त्यौहार रामनवमी,हनुमान जयंती,उगादि पर घर से भी बाहर निकलना मना था.” यह ट्वीट 8,000 से ज़्यादा बार रिट्वीट हो चुका है. (आर्काइव किया हुआ लिंक)
कई फ़ेसबुक और ट्विटर यूज़र्स ने यह वायरल तस्वीर शेयर की.
पुराना फ़ोटो
ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो कोई ऐसी खबर नहीं मिली कि तेलंगाना सरकार ने 2020 के रमज़ान में किसी तरह के गिफ्ट बाटे हैं.
12 मई को तेलंगाना सरकार के अधिकारी ने ‘न्यूज़ मीटर’ को बताया, “इस साल कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए तेलंगाना सरकार रमज़ान पर गिफ्ट नहीं बांट रही है. यह ट्वीट झूठ है और इसमें यह बताने की कोशिश की गई है कि तेलंगाना सरकार केवल मुस्लिमों के त्योहार पर गिफ्ट बांटती है.” न्यूज़ मीटर के फैक्ट चेक में सरकारी नोटिस को भी जगह दी गई है जो अधिकारी के बयान की पुष्टि करता है.
फिर हमने गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो पता चला कि चव्हाणके ने जो तस्वीर शेयर की है वह कम से कम 2015 से इंटरनेट पर मौजूद है. इसे एक तमिल ब्लॉग पर पोस्ट किया गया था.
यह वायरल तस्वीर भाजपा सदस्य राजा सिंह ने 2015 में सवाल करते हुए ट्वीट किया था कि, “मैं इंतजार कर रहा हूँ कि तेलंगाना सरकार हिंदुओं के त्योहारों पर भी इसी तरह गिफ्ट पैक बांटेगी. क्या वह ऐसा करेगी?” (आर्काइव लिंक)
I am waiting for Telangana Govt to distributing gift pack for Hindu Festivals also
WILL HE ? pic.twitter.com/kH9BziVHiX
— Raja Singh (@TigerRajaSingh) July 9, 2015
चव्हाणके की तरह राजा सिंह ने भी यह बताने की कोशिश की कि तेलंगाना सरकार हिन्दू त्योहारों को नज़रअंदाज करती है. यहां ध्यान रखने योग्य बात है कि अतीत में तेलंगाना सरकार ने न केवल रमज़ान पर बल्कि क्रिसमस और बाथूकम्मा पर भी गिफ्ट बांटे हैं, जो कि हिन्दू त्योहार है. नीचे स्क्रीनशॉट में 2019 की खबरें देखी जा सकती हैं जिनमें बताया गया है कि तेलंगाना सरकार ने बाथूकम्मा, क्रिसमस और रमज़ान पर गिफ्ट बांटे.
यही नहीं, चव्हाणके का दूसरा दावा भी गलत है कि लॉकडाउन के दौरान हिन्दू त्योहार नहीं मनाए जा रहे हैं. अप्रैल में कई मीडिया संस्थानों जैसे इकॉनमिक टाइम्स, द प्रिंट, न्यू इंडियन एक्सप्रेस और स्क्रॉल ने ख़बरें प्रकाशित थीं कि रामनवमी में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं.
संक्षेप में कहा जाए तो सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके ने रमज़ान गिफ्ट पैक की कम से कम 5 साल पुरानी तस्वीर ट्वीट करते हुए दावा किया कि तेलंगाना सरकार रमज़ान में मुस्लिमों को फ्री गिफ्ट बांट रही है जबकि हिन्दू त्योहारों के साथ ऐसा नहीं होता. सामान्य गूगल सर्च में ही इसकी पोल खुल जाती है कि यह सफेद झूठ है.
[इसे भी पढ़ें: सुदर्शन न्यूज़ का सांप्रदायिक-विभाजनकारी गलत सूचनाओं का इतिहास]सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.