सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. दावा है कि हमास के खिलाफ़ युद्ध में “इज़राइल को अमेरिकी सेना भारी-भरकम उपकरणों से भरे विशाल एयरक्राफ्ट भेज रही है.” X यूज़र @MattWallace888 ने वीडियो पोस्ट करते हुए यही दावा ट्वीट किया जिसे करीब 6 हज़ार लाइक्स और 1500 से ज़्यादा रीट्वीट मिले. (आर्काइव)

वेरिफ़ाईड हैंडल सहित कई यूज़र्स ने भी वायरल क्लिप को इसी दावे के साथ ट्वीट किया है. (आर्काइव्स- लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4, लिंक 5)

This slideshow requires JavaScript.

ये क्लिप फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

वायरल वीडियो में चार कट हैं जिसका मतलब है कि ये चार अलग-अलग वीडियो क्लिप का संकलन है. नीचे हमने चारों क्लिप से लिए गए चार स्क्रीनग्रैब रखे हैं.

This slideshow requires JavaScript.

पहले और चौथे स्क्रीनशॉट पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें अक्टूबर 2019 का एक यूट्यूब वीडियो मिला. वायरल वीडियो की पहली क्लिप यूट्यूब वीडियो में 5 सेकेंड पर शुरू होती है. चौथी क्लिप यूट्यूब वीडियो में 57 सेकेंड से शुरू होती है. यूट्यूब वीडियो के दृश्यों को वायरल वीडियो के स्क्रीनग्रैब से तुलना करके हमें पता चला कि वायरल वीडियो असली वीडियो का सिर्फ एक मिरर और ज़ूम-इन वर्जन है.

This slideshow requires JavaScript.

यूट्यूब वीडियो 4 अक्टूबर, 2019 को कैलिफ़ोर्निया के मरीन कॉर्प्स एयर स्टेशन कैंप पेंडलटन से उड़ान भरने वाले अमेरिकी वायु सेना के C-5M सुपर गैलेक्सी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का है.

हमें एक अन्य यूट्यूब वीडियो में दूसरी और तीसरी क्लिप भी मिली जिसका टाइटल था, ‘120 मीट्रिक टन के पेलोड के साथ पावर्ड वर्टिकल टेकऑफ़: C-5M सुपर गैलेक्सी’ जिसे मई 2023 में अपलोड किया गया था. दूसरे वीडियोज़ की तरह, वायरल वीडियो में इन क्लिप्स को भी ज़ूम इन किया गया है साथ ही हॉरिजॉन्टल रूप से फ़्लिप किया गया है. नीचे वायरल वीडियो के स्क्रीनग्रैब और यूट्यूब वीडियो से लिए गए स्क्रीनशॉट के बीच समानताएं देखी जा सकती हैं.

This slideshow requires JavaScript.

ध्यान देने वाली बात ये है कि पहली क्लिप में एयरक्राफ्ट पर लिखा नंबर 7030 है जबकि दूसरी क्लिप में एयरक्राफ्ट पर लिखा नंबर 7045 है. यानी, वायरल वीडियो में एक नहीं बल्कि दो अलग-अलग एयरक्राफ्ट दिख रहे हैं.

कुल मिलाकर, ये साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि ये वीडियो पुराना और असंबंधित है. और ये अमेरिकी सेना द्वारा इजरायल में भारी-भरकम उपकरणों से भरे विशाल एयरक्राफ्ट भेजने के ग़लत दावे से वायरल है. हालांकि, “महत्वपूर्ण सैन्य अभियानों को सुविधाजनक बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया” एडवांस हथियार ले जाने वाला एक एयरक्राफ्ट 10 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल में नेवातिम एयरबेस पर लैंड हुआ था. IDF ने एक बयान में कहा, “हम इस चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान IDF और सामान्य तौर पर इज़राइल राज्य को अमेरिकी समर्थन और सहायता के लिए आभारी हैं. हमारे आम दुश्मन जानते हैं कि हमारी सेनाओं के बीच सहयोग पहले से कहीं ज़्यादा मजबूत है, और क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में ये एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.” इस पर एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट का हवाला X यूजर @MattWallace888 ने अपने ट्वीट में भी दिया था.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.