सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग सड़क पर ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगा रहे हैं. इन लोगों ने मुस्लिम धर्म से जुड़ी टोपी पहनी है. दावा है कि कोलकाता में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काली मठ मंदिर में पूजा रोकने के लिए प्रदर्शन किया. इसके साथ लिखा जा रहा है कि ये लोग मंदिर बंद करने की मांग कर रहे थे. ट्विटर यूज़र ‘धर्मो रक्षति रक्षितः’ ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए यही दावा किया. आर्टिकल लिखे जाने तक ये वीडियो 2,100 बार देखा जा चुका है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

ट्विटर यूज़र सौरभ श्रीवास्तव ने भी ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

फ़ेसबुक यूज़र ‘ರಜನಿ ಕಟ್ಟೇ’ ने ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया.

 

🔥Hundreds of Muslims shouting to stop Poojas at Kali Matha Mandir in Kolkata, once poojas conducted by Sri Ramakrishna Paramahamsa. They (so-called peace lovers) want to close the Mandir. What is this happening in our own country? Where are we? People of India to awake soon from their long sleep and observe what is happening around us. 🚩🙏

Posted by ರಜನಿ ಕಟ್ಟೇ on Thursday, 21 October 2021

फ़ेसबुक और ट्विटर पर और भी कई यूज़र्स ने ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया. ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल मोबाइल ऐप पर इस वीडियो की जांच के लिए कुछ रीक्वेस्ट आयी हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

गौर से देखने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि वीडियो रिकॉर्ड कर रहा शख्स बांग्ला भाषा बोल रहा है. लेकिन ये लहज़ा बांग्लादेश का है. वायरल पोस्ट्स पर कई यूज़र्स ने जवाब भी दिया है कि ये वीडियो बांगलादेश के फेनी शहर का है.

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें बांग्ला टीवी की 16 अक्टूबर की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में दिख रही जगह वायरल वीडियो से मेल खाती है. लेकिन ये वीडियो रात को रिकॉर्ड किया गया है. 16 अक्टूबर को एक और ट्विटर यूज़र ने ये वीडियो बांगलादेश के फेनी शहर में हिन्दू-मुस्लिम समुदाय के बीच हुए विवाद का बताकर शेयर किया.

आगे, की-वर्ड्स सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को bd न्यूज़ 24 का आर्टिकल मिला. रिपोर्ट के मुताबिक, फेनी शहर में दुर्गा पूजा पंडाल पर हुए सिलसिलेवार हमलों के बाद ये विवाद हुआ था.

बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट प्रोथोम आलो ने 17 अक्टूबर को इस टकराव के बारे में रिपोर्ट शेयर की थी. आर्टिकल के मुताबिक, मंदिरों पर हुए हमलों को लेकर ज़िला पूजा उत्सव काउंसिल ने ट्रंक रोड पर मौजूद काली मंदिर के बाहर ह्यूमन चैन प्रोग्राम शुरू किया था. इस दौरान, बोरो मस्जिद से नमाज़ पढ़ कर लौट रहे लोग और पूजा काउंसिल के लोगों के बीच टकराव हुआ था. इस विवाद में 15 से ज़्यादा लोग घायल हो गए हैं. इसे रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था. घायल हुए लोगों में ज़िला पुलिस अधिकारी भी शामिल थे. और भी कई बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट्स ने इस टकराव के बारे में खबर पब्लिश की थीं. (लिंक 1, लिंक 2)

गूगल पर फेनी में स्थित बोरो जामा मस्जिद की कुछ तस्वीरें मौजूद हैं. ये तस्वीरें वीडियो में दिख रही जगह से मेल खाती है. ये आप नीचे तस्वीर में भी देख सकते हैं.

बांग्लादेशी यूट्यूब चैनल ‘JazaKallah Media’ ने ये वीडियो 16 अक्टूबर को इस टकराव का बताकर पोस्ट किया था.

बता दें कि बांग्लादेश में चटगांव डिवीज़न के कुमिला में दुर्गा पूजा के दौरान क़ुरान के अपमान की एक कथित घटना के चलते अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के खिलाफ़ हिंसा भड़की थी. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत की ख़बर मिली है.

कुल मिलाकर, बांग्लादेश में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के बीच हुए विवाद का वीडियो भारतीय सोशल मीडिया पर इस झूठे दावे के साथ शेयर किया गया कि कोलकाता में मुस्लिम समुदाय के लोगों मंदिर बंद करवाने के लिए प्रदर्शन किया.


दुर्गा पूजा के दौरान हिंसा के सन्दर्भ में शेयर की गयीं ये फ़र्ज़ी ख़बरें :

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