सोशल मीडिया में पुलिसकर्मी की मौजूदगी में एक व्यक्ति द्वारा महिला को पीटने का वीडियो इस दावे से वायरल है कि यह घटना पुलिस स्टेशन के भीतर हुई है और महिला को पीट रहा व्यक्ति पुलिस कर्मी है।

 

👆🏻👇🏻👉 पुलिस चौकी में महिला को बेल्ट से पिट रहा है पुलिस वाला।जबकि महिला को पुरुष पुलिसवाले हाथ भी नहीं लगा सकते।नियमानुसार।इस वीडियो को इतना फैलाओ की इन कुत्तों के खिलाफ कार्यवाही हो।😡😡😡 Share kare
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Posted by SKS स्टोरीज on Friday, 13 September 2019

वीडियो के साथ कुछ इस तरह का दावा किया गया है –“पुलिस चौकी में महिला को बेल्ट से पिट रहा है पुलिस वाला।जबकि महिला को पुरुष पुलिसवाले हाथ भी नहीं लगा सकते।नियमानुसार।इस वीडियो को इतना फैलाओ की इन कुत्तों के खिलाफ कार्यवाही हो। Share kare.”

फेसबुक पर भी इस वीडियो को कई लोगों ने साझा किया है।

इसे ट्विटर पर भी पोस्ट किया गया है।

घटना पुरानी मगर सत्य है

गूगल पर कीवर्ड्स से सर्च करने पर, ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि वायरल वीडियो अक्टूबर 2018 में हरियाणा के फरीदाबाद में हुई एक घटना को दर्शाता है। दो प्रमुख कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया था और मई 2019 में वीडियो के ऑनलाइन होने के बाद तीन पुलिस अधिकारियों की सेवाओं को ख़त्म कर दिया गया था। NDTV के मुताबिक,“पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने बताया था कि यह घटना पिछले साल अक्टूबर में हुई थी और महिला ने पुलिस के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं करवाया था”-अनुवादित।

अन्य मीडिया संगठन –इंडिया टुडे, द इकनोमिक टाइम्स, स्क्रॉल, द इंडियन एक्सप्रेस -ने भी इस घटना पर लेख प्रकाशित किया था।

यह घटना पार्क में हुई थी नाकि पुलिस स्टेशन में, जैसा कि सोशल मीडिया में दावा किया गया है।

द इंडियन एक्सप्रेस ने फरीदाबाद पुलिस के PRO सुबे सिंह के हवाले से बताया,“आदर्श नगर पुलिस को सूचना मिली कि एक आदमी और एक महिला पार्क में कुछ गलत कर रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो वह व्यक्ति भाग गया। पुलिसकर्मियों ने महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया और उससे पूछताछ करते हुए उसे पीटा”-अनुवादित।

अतिरिक्त पुलिस महानिर्देशक कानून एवं व्यवस्था (हरियाणा) नवदीप विर्क ने 27 मई, 2019 को आरोपियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई का विवरण देते हुए कई ट्वीट किए थे।

सोशल मीडिया में फरीदाबाद पुलिस द्वारा महिला को बेल्ट से मारने का वीडियो प्रसारित है, जिससे यह प्रतीत होता है कि यह घटना हाल ही की है। यह घटना अक्टूबर 2018 में आदर्श नगर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में एक पार्क में हुई थी। मई 2019 में यह वीडियो व्यापक रूप से वायरल होने के बाद पांच पुलिसकर्मी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.