भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने एक खंभे से बंधे हुए एक लड़के का वीडियो इस संदेश के साथ ट्वीट किया,“ये तो एक छोटा सा प्यादा है मानव अंगों की तस्करी का, इस जैसे कितने लोग लगे हैं इस घृणित कार्य में”। भीड़ द्वारा उस लड़के को बंधक बनाने की इस घटना को एक व्यक्ति कैमरा में कैद कर । वीडियो में, एक व्यक्ति ने दावा किया है कि लड़के ने बच्चा-चोर होने की बात खुद कबूल की है। यह लेख लिखने तक, इस ट्वीट के 1,200 से अधिक रीट्वीट हुए।

यह वीडियो उसी संदेश के साथ यूट्यूब पर भी साझा किया गया है।

19 अगस्त को फेसबुक पेज लाइव न्यूज 24/7 ने यह वीडियो कन्नड़ संदेश के साथ पोस्ट किया था।

तथ्य-जांच

वीडियो की बातचीत सुनकर, हम यह पता लगा सके कि लड़के पर बच्चा चोर का आरोप लगाया गया था और यह घटना किसी टोल बूथ के पास हुई थी। ऑल्ट न्यूज़ ने फेसबुक पर “टोल बच्चा चोरी” कीवर्ड से खोज की तो कृष्णन्यूज़ नामक एक स्थानीय समाचार वेबसाइट द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला। इस रिपोर्ट के अनुसार, बच्चा-चोर होने के संदेह में सोनू श्रीवास नामक लड़के को अंकित वाल्मीकि और उसके दोस्तों ने टोल प्लाजा के पास पकड़ा था और उसकी पिटाई की थी। उन्होंने उस पूरी घटना का वीडियो बनाकर बच्चा चोर की अफवाहों के साथ उसे सोशल मीडिया में प्रसारित कर दिया था। 14 अगस्त, 2019 को, अमर उजाला ने खबर दी कि वह किशोर बस का इंतज़ार कर रहा था जब अंकित अपने दोस्तों के साथ वहां आया और उसपे बच्चा चोर होने का झूठा आरोप लगाया। घटना यूपी में जालौन जिले के एक छोटे से शहर एटा के पास हुई।

जालौन पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, इस बारे में मामला दर्ज किया गया है और इस घटना को रिकॉर्ड करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रेस नोट में बताया गया कि लड़के को कैमरे के सामने खुद को बच्चा-चोर कहने के लिए मजबूर किया गया था। अमर उजाला ने खबर दी कि लड़का मानसिक रूप से बीमार था, जबकि ऑल्ट न्यूज़ को एटा पुलिस ने बताया कि लड़के का मेडिकल चेकअप हुआ था और वह मानसिक रूप से बीमार नहीं है। प्रेस नोट में लड़के के मानसिक रूप से बीमार होने का कोई ज़िक्र नहीं है।

इसके अलावा, हमें उस वीडियो का एक विस्तृत संस्करण मिला, जिसमें आरोपी द्वारा लड़के को प्रताड़ित करते हुए, तलाशी लेते हुए देखा जा सकता है। हालाँकि, वीडियो के साथ प्रकाशित किया गया दावा झूठा है।

निष्कर्ष रूप में, बच्चा-चोर होने के झूठे संदेह में एक लड़के को बंधक बना लेने का वीडियो, भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने झूठे दावे के साथ साझा किया कि यह लड़का मानव अंग का तस्कर है। इससे पहले, राजस्थान में भीड़ द्वारा पीटे गए मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति के इसी तरह के वीडियो को राज्य में बच्चा चोर के सक्रिय होने के बारे में अफवाहें फैलाने के लिए प्रसारित किया गया था। आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही बिहार के सिर्फ पटना में, बाल-अपहरण के संदेह में निर्दोष लोगों को पीटे जाने की कम से कम 20 घटनाएं सामने आयी है। इस क्षेत्र में इन घटनाओं के कारण दो लोगों की मौत हो गई है। ऑल्ट न्यूज़ ने ऐसे कई उदाहरणों को संकलित किया है जिनमें वीडियो और तस्वीरों को प्रसारित करके बच्चा चोर की अफवाहों को आगे बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को ज़िम्मेदारी से काम करना चाहिए, जब उनके सामने बच्चा चोर के आरोपों वाले वीडियो आए तो उचित सत्यापन के बिना उन्हें साझा ना करें।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.