सोशल मीडिया पर छापेमारी का एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ पुलिसकर्मीयों के कुछ व्यक्तियों को गिरफ़्तार करने का . यूज़र्स इस वीडियो को मुंबई के पायधुनी में आतंकी हमले से जुड़ा बताकर शेयर कर रहे हैं. एक फ़ेसबुक यूज़र ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “साउथ मुंबइ के पाययधुनी ऐरीया से आतंकवादी पकडे गये है..” एक अंग्रेज़ी मेसेज के साथ भी ये वीडियो पोस्ट किया गया है.
साउथ मुंबइ के पाययधुनी ऐरीया से आतंकवादी पकडे गये है..
Posted by Ratan Jaiswal on Wednesday, 17 February 2021
फ़ेसबुक पेज ‘Guarding The Valley’ ने ये वीडियो उत्तर प्रदेश का बताते हुए पोस्ट किया है.
ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (+917600011160) और ऑफ़िशियल एंड्रॉयड ऐप पर इस दावे की सच्चाई जानने के लिए कुछ रीक्वेस्ट भी आई हैं.
फ़ैक्ट-चेक
इस दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पायधुनी पुलिस स्टेशन के कांस्टेबल सुनील पेंडकर से संपर्क किया. उन्होंने बताया, “ये वीडियो किसी आतंकी हमले का नहीं है. हकीकत में ये वीडियो 14 फ़रवरी को हुई एक शूटिंग का है. वीडियो में दिखने वाली गाड़िया और व्यक्ति मुंबई पुलिस से जुड़े हुए नहीं हैं.”
आगे सुनील ने हमें बताया कि उन्हें शूटिंग के प्रोडक्शन हाउस के बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन उनके मुताबिक, शूटिंग के लिए इजाज़त ली गई थी.
मुंबई के एक फ़ेसबुक यूज़र यासीन कुरेशी जदीद इंक़लाब ने बताया कि ये वीडियो क्राइम पेट्रोल की शूटिंग का है. क्राइम पेट्रोल, सोनी एंटेरटैनमेंट टेलिविज़न चैनल पर आने वाला एक क्राइम शो है. ये शो भारत में होने वाले क्राइम पर आधारित एक काल्पनिक सिरीज़ है.
ऑल्ट न्यूज़ से बात करते हुए यासीन ने बताया, “पोस्ट में क्राइम पेट्रोल लिखने से मेरा मतलब क्राइम वेब सिरीज़ से था, मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि ये कौनसे प्रोडक्शन हाउस की शूटिंग थी.”
इस वीडियो की जांच Fact Crescendo ने भी की है. इस आर्टिकल में सीनियर पीआई सुभाश दूधगांवकर के हवाले से बताया गया है, “14 फ़रवरी को ये शूटिंग हुई थी. मुझे इस वेब सिरीज़ का नाम तो नहीं पता है लेकिन हमने शूटिंग के लिए NOC दी थी. इस वीडियो का संबंध किसी आतंकवादी की गिरफ़्तारी से नहीं है.”
कुल मिलाकर, एक शूटिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर मुंबई के पायधुनी में आतंकवादी की गिरफ़्तारी का बताकर शेयर किया गया.
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