“पोर्न देखने से ज़्यादा बच्चे पैदा होते हैं”- इस बयान को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बताकर इस तरह साझा किया गया है जैसे एबीपी न्यूज़ चैनल ने इसे प्रसारित किया हो। इसे साझा करने वालों में kabirmerchant11 नामक ट्विटर हैंडल भी शामिल है।

इस बयान को फेसबुक पर भी पोस्ट किया गया है।

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि कई व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं ने इस बयान को एबीपी न्यूज़ चैनल की ग्राफ़िक के बिना भी साझा किया है।

2016 में लिखी गई व्यंगनात्मक लेख

यही उद्धरण सोशल मीडिया में 2016 से प्रसारित किया जा रहा है।

इस बयान को सबसे पहले 14 जून, 2016 को सोशल मीडिया में पाया गया था, जिसके बाद कई लोगों ने mindthenews.com नाम की एक वेबसाइट का ऐसा ही एक व्यंगपूर्ण लेख साझा किया था। पत्रिका के हाइपरलिंक में योगी आदित्यनाथ के हवाले से बताया गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा हिंदुओं की संख्या को कम करना संकटपूर्ण हो सकता है, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में वेबसाइट द्वारा व्यंगपूर्ण लेख को प्रकाशित किया गया है। लेख के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हिंदुओं को पोर्न ज़्यादा देखना चाहिए और कम से कम चार बच्चें पैदा करने चाहिए। mindthenews.com वेबसाइट ने अपने खुद के बारे में और लेख के प्रारंभिक अध्याय में लिखा है कि-“इस साइट के लेख काल्पनिक हैं. इनका मकसद केवल मनोरंजन करना, व्यंग्य करना और सिस्टम पर कटाक्ष करना है नाकि किसी की मानहानि करना.।”

एबीपी न्यूज़ की नकली ग्राफ़िक

ऑल्ट न्यूज़ ने एबीपी न्यूज़ चैनल के एडिटर पंकज झा से संपर्क किया, उन्होंने बताया कि,“यह नकली ग्राफ़िक है। हम लिखावट के लिए इस तरह के फॉन्ट का उपयोग नहीं करते हैं”। प्रसारित किये गए एबीपी न्यूज़ के ग्राफ़िक प्लेट और एबीपी न्यूज़ चैनल द्वारा ब्रॉडकास्ट की एक ग्राफ़िक प्लेट की तुलना करने से हमें फर्क साफ दिखाई देता है।

स्क्रीनशॉट में अन्य लाल रंग के झंडे भी दिखाई दे रहे हैं।

1. प्रसारित तस्वीर में एक उद्धरण चिह्न के साथ वाक्य की शुरुआत होती है, जो उलटी दिशा में है।

2. कोई भी बयान हमेशा दो उद्धरण चिह्न से शुरू किया जाता है, ना कि एक उद्धरण चिह्न से।

3. एबीपी न्यूज़ चैनल का लोगो लिखावट के इतने पास नहीं होता है।

पहले भी, एबीपी न्यूज़ की ग्राफ़िक प्लेट का इस्तेमाल करके राहुल गांधी, स्मृति ईरानी और संबित पात्रा को निशाना बनाया गया है।

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.