सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के साथ भारत को सावधान करते हुए दावा किया जा रहा है कि फ्रांस में मुस्लिम घुसपैथियों ने पुलिस पर हमला कर दिया, पुलिस के पलटवार हमले में एक घुसपैठि की जान चली गयी। आगे लिखा है, फ्रांस का कानून पुलिस को इज़ाजत देता है कि उनपर अगर हमला हो तो वे जान ले सकते हैं, लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं है।

“सावधान भारत फ्रांस पुलिस क टीम पर जब मुस्लिम घुसपैठियों ने हमला किया तो पलटकर उन्होंने उन्होंने एक की जान ले ली। उन्हें छूट है कि अगर उन पर हमला होता है तो वे जान से मार सकते हैं, यहां नहीं। दिल्ली में चालान पर दो पुलिस को मुस्लिम भीड़ ने जम कर धुनाई कर दी। भागकर जान बचा पाए।”

 

@punarutthana नामक एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ पोस्ट किया है।

 

इस वीडियो की पड़ताल के कई अनुरोध ऑल्ट न्यूज़ के एप पर भेजे गए हैं। जहां इसके साथ शेयर किये गए सन्देश का अनुवाद कुछ इस प्रकार है, “नए मुस्लिम शरणार्थियों के साथ लड़ती पुलिस, जिन्हें ऐसा करने की अनुमति दी गयी है। शरणार्थियों ने पहले ही फ्रांस की सड़कों पर दंगे शुरू कर दिए हैं। ये लोग शरिया इस्लामिक कानून की मांग कर रहे हैं और मुस्लिम बहुल इलाकों में नहीं जाते हैं। यह स्थिति आने वाले समय में मुस्लिम प्रवासियों को शरण देने के बाद यूके और अन्य यूरोपीय देशों में हो सकती है। कम-से-कम फ्रांस की पुलिस को उन्हें गोली मारने की छूट है।”

“Police fighting with New Muslim Immigrants whom were allowed in. They have already started rioting on the streets of France. They want Shariah Islamic Law and no go to Muslim areas. This may be future situation in 🇬🇧 UK and other European Countries for giving asylum to Muslim migrants. At least French Police have liberty to shoot them”

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ब्राज़ील का वीडियो

इस वीडियो और इसके साथ किए जा रहे दावे की पड़ताल के लिए हमने InVID टूल का इस्तेमाल किया। पहली की-फ्रेम को गूगल पर रिर्वस इमेज सर्च करने से हमें कई सारे लिंक मिले, जिसमें इस वीडियो से जुड़ी जानकारी साझा की गई है।

पहली ही लिंक Coronel Tadeu द्वारा पोस्ट की गई ट्वीट की है, जो ब्राज़ील के सोशल लिबरल पार्टी के नेता हैं। उन्होंने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है, “यह साओ पाउलो शहर में हुआ है! डाकुओं ने GCM बंदूक चुरा ली और गोली मार दी! त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद, ज़्यादा कुछ बुरा नहीं हुआ।” (अनुवाद)

इस घटना की अन्य खबर के अनुसार, “शहर साओ पाउलो में महानगरीय सिविल गार्ड (GCM) और ड्रग लेने वालों के बीच झड़प में एक व्यक्ति और एक GCM को गोली लगी। व्यक्ति गार्ड के गिरने पर चोरी की गई बंदूक से कई बार फायर करता है, जिसमें एक GCM को गोली लगती है। फिर, अन्य GCM बंदूक चुराने वाले व्यक्ति के पेट में गोली मारते हैं, और वह गिर जाता है। दोनों गार्ड और हमलावर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।” (अनुवाद)

ब्राज़ील के लोकल पुलिस ने भी फेसबुक पर, 9 नवम्बर को यह वीडियो पोस्ट किया है।

 

इस तरह ब्राज़ील में हुई घटना के वीडियो को इस गलत दावे से शेयर किया गया है कि यह फ्रांस में मुस्लिम घुसपैठियों पर पुलिस की कार्यवाही को दर्शाता है।

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