कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरी दुनिया में इसका डर फ़ैला हुआ है. कई देश आंशिक रूप से या पूरी तरह लॉकडाउन में बंद हैं. इसी बीच सोशल मीडिया में कोरोना वायरस को लेकर यूज़र्स तरह-तरह के दावे शेयर कर रहे हैं. कई लोग पुराने और कोरोना संक्रमण से वास्ता न रखने वाले वीडियोज़ को शेयर कर मुस्लिम समुदाय पर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप भी लगा रहा है. ऐसा दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तबलीग़ी जमात द्वारा मार्च में आयोजित किये गए एक बड़े कार्यक्रम के बाद उससे जुड़े हुए काफ़ी लोगों के कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव आने के बाद से हो रहा है.
ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया में शेयर हो रहा है जिसमें मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा गया है. वीडियो में एक व्यक्ति अपने कस्टमर की शेव करता हुआ दिखाई दे रहा है लेकिन बाद में वो अपने थूक से उस व्यक्ति के चेहरे पे मालिश करता है. दावा है कि इस दुकान का नाम सलीम हेयर सैलून है. ‘हिन्दुस्तानी पटेल’ नाम के एक यूज़र ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा -“👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆सलीम हेयर सैलून सभी हिन्दू भाई इस वीडियो को ध्यान से देखे और फिर तय करें कि हमे शेविंग मुस्लिम से करानी चाहिए या खुद करे या किसी हिन्दू से करवाएं। इसे जागरूकता के लिए शेयर करना या न करना आपके स्वविवेक पर निर्भर है।” (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
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सलीम हेयर सैलून
सभी हिन्दू भाई इस वीडियो को ध्यान से देखे और फिर तय करें कि हमे शेविंग मुस्लिम से करानी चाहिए या खुद करे या किसी हिन्दू से करवाएं। इसे जागरूकता के लिए शेयर करना या न करना आपके स्वविवेक पर निर्भर है।Posted by Hindustanii Patel on Thursday, 6 February 2020
ये वीडियो फ़ेसबुक बहुत वायरल है. इसे ट्विटर पर भी शेयर किया गया है.
ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल मोबाईल ऐप पर इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कई रीक्वेस्ट मिलीं.
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो के बारे में जानने के लिए हमने यूट्यूब पर की-वर्ड्स ‘saliva facial massage’ से सर्च किया. ‘अमेजिंग वीडियो’ नाम के एक यूट्यूब चैनल ने ये वीडियो 6 जून 2015 को अपलोड किया था.
एक और यूट्यूब चेनल ‘SibteinTV Official’ ने ये वीडियो शेयर करते हुए इसे मज़ाकिया बताया है. चैनल ने ये वीडियो 30 मई 2015 को शेयर किया था. ‘SibteinTV’ ने डेली मोशन पर भी ये वीडियो शेयर किया था. इसके मुताबिक ये एक प्रैंक वीडियो है.
हालांकि ऑल्ट न्यूज़ इस वीडियो के पीछे के मकसद का पता नहीं लगा पाया है. हां, वीडियो में किसी भी जगह पर दिख रही दुकान का नाम नहीं लिया गया है. इस तरह से सोशल मीडिया में चल रहे दावे – दुकान का नाम सलीम हेयर सैलून है, तथ्यहीन है.
अंत में, 2015 के एक वीडियो को सोशल मीडिया में शेयर किया जा रहा है. साथ में दुकान का नाम सलीम हेयर सैलून बताकर लोगों से किसी मुस्लिम बार्बर शॉप में ना जाने की अपील की जा रही है. इस वीडियो को हाल के कोरोना वायरस संक्रमण के बीच शेयर कर लोगों में ये डर फैलाने की कोशिश की जा रही है कि मुस्लिम समुदाय के लोग खाने-पीने की चीज़ों में या सार्वजनिक स्थानों पर थूककर कोरोना वायरस फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. पहले भी ऐसे कई वीडियो शेयर किये गए है जिन पर किये गए ऑल्ट न्यूज़ के फ़ैक्ट-चेक को आप यहां पढ़ सकते हैं.
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