सड़क पर एक बड़े गड्ढे की तस्वीर सोशल मीडिया में उत्तर प्रदेश के बनारस शहर की बताते हुए शेयर हो रही है. कई लोगों ने ये तस्वीर शेयर की है.
विश्व का पहला “अंडरग्राउंड क्रिकेट “स्टेडियम “बनारस में बन कर तैयार__वो भी सड़क के बीचों-बीच 🤣🤣🤣 pic.twitter.com/nwhPeLCuxB
— AaMir sHaikh (@AaMirsHaikh051) August 5, 2021
फ़ेसबुक पर कई पेजों ने ये तस्वीर शेयर करते हुए इसे बनारस का बताया है.
2020 से वायरल
समाजवादी पार्टी से जुड़े राजेश एसपी ने गड्ढे की ये तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “दुनिया का पहला इंटरनेशनल अंडरग्राउंड क्रिकेट स्टेडियम अपने भारत मे… जी हां भारत के क्योटो शहर मे पहला इंटरनेशनल अंडरग्राउंड क्रिकेट स्टेडियम सड़क के बीचों-बीच स्थित… आदरणीय श्री @yadavakhilesh जी को इस मामले बाबाजी पीछे कर दिए हैं #गढ्ढायुक्त_यूपी बाबा ने 13027cr. BJP लूटी” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 150 बार रीट्वीट किया गया है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक) राजेश ने ये तस्वीर अपने फ़ेसबुक अकाउंट से भी शेयर की है.
दुनिया का पहला इंटरनेशनल अंडरग्राउंड क्रिकेट स्टेडियम अपने भारत मे… जी हां भारत के क्योटो शहर मे पहला इंटरनेशनल अंडरग्राउंड क्रिकेट स्टेडियम सड़क के बीचों-बीच स्थित… आदरणीय श्री @yadavakhilesh जी को इस मामले बाबाजी पीछे कर दिए हैं 🤣#गढ्ढायुक्त_यूपी बाबा ने 13027cr. BJP लूटी pic.twitter.com/gIAfIyUp32
— Rajesh SP (@ARajesh_SP) August 11, 2020
फ़ेसबुक पेज ‘नये भारत की बुलंद आवाज़’ ने ये तस्वीर बनारस की बताते हुए पोस्ट की.
ये तस्वीर एक ग्राफ़िक के रूप में शेयर हो रही है.
और भी कुछ यूज़र्स ये तस्वीर बनारस की बताते हुए फ़ेसबुक और ट्विटर पर शेयर कर रहे हैं.
फ़ैक्ट-चेक
रिवर्स इमेज सर्च करने पर गड्ढे की ये तस्वीर 29 जुलाई 2017 को शेयर की हुई मिली. गुजरात से पूर्व आईपीएस (IPS) अफ़सर संजीव भट्ट ने ये तस्वीर अहमदाबाद की बताते हुए ट्वीट की थी. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह ने भी ये तस्वीर 29 जुलाई 2017 को ट्वीट की थी. दिव्या स्पंदना ने भी ये तस्वीर अहमदाबाद की बताते हुए 7 अगस्त 2017 को शेयर की थी.
This morning’s pictures from the smart city of Ahmedabad. 🙂 pic.twitter.com/VXislkEkZr
— Sanjiv Bhatt (IPS) (@sanjivbhatt) July 29, 2017
उपरोक्त ट्वीट में शेयर की गई तस्वीर को अगर आप ध्यान से देखें तो गड्ढे के पीछे दिखने वाले बोर्ड में ‘AMC’ लिखा हुआ है. यहां पर ‘AMC’ का मतलब अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन है. इसके अलावा, बोर्ड पर ‘भय’ शब्द भी गुजराती में लिखा हुआ है.
जुलाई 2017 में बारिश की वजह से अहमदाबाद शहर के रास्तों की हालत काफ़ी खराब थी. 23 जुलाई 2017 की टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट में अहमदाबाद के वस्त्रापुर-आईआईएम एरिया के रास्तों की खस्ता हालत दिखाई गई है. लोकल मीडिया संगठन VTV गुजरात ने भी रास्तों की ख़राब हालत को लेकर रिपोर्ट शेयर की थी. 2 जून 2018 को जागरण ने इस तस्वीर की सच्चाई बताते हुए एक फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट शेयर की थी. उस वक़्त भी ये तस्वीर उत्तर-प्रदेश के वाराणसी की बताते हुए शेयर हुई थी.
गड्ढे की तस्वीर के अलावा राजेश एसपी ने जिस स्टेडियम की तस्वीर शेयर की है वो लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की है.
इस तरह, गुजरात के अहमदाबाद शहर में जुलाई 2017 की बारिश के दौरान सड़क पर बड़े गड्ढे की तस्वीर इस ग़लत दावे से शेयर की गई कि ये बनारस की सड़क का हाल है.
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