एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें एक लड़की को कुछ पुलिसकर्मी अपने साथ लेकर जा रहे हैं. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये लखनऊ की प्रियदर्शनी यादव है जो हाल ही में एक कैब ड्राईवर को पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा में आयी थी. कहा जा रहा है कि उसे अब गिरफ़्तार कर लिया गया है.
Finally #Lucknow Girl is Arrested
Finally #Lucknow Girl is Arrested 🙄
लखनऊ थप्पड़बाज लड़की गिरफ्तार की गई।Posted by We Are Lucknowites on Friday, 6 August 2021
इंडियन न्यूज़ नाम के एक फ़ेसबुक पेज ने भी ये वीडियो दिखाया और प्रियदर्शिनी यादव की गिरफ़्तारी की ख़बर दी. चैनल ने एक तरफ़ प्रियदर्शिनी यादव का मीडिया से बातचीत का वीडियो चलाया और दूसरी तरफ़ इस लड़की को गिरफ़्तार किए जाने का वीडियो.
Arrested Priyadarshini Narayan Yadav || Lucknow Beaten Girl Arrest || प्रियदर्शिनी हुई गिरफ्तार !
Arrested Priyadarshini Narayan Yadav || Lucknow Beaten Girl Arrest || प्रियदर्शिनी हुई गिरफ्तार !
Posted by Indian News on Saturday, 7 August 2021
इसके अलावा और भी कई फ़ेसबुक पेजों ने ये वीडियो शेयर करते हुए यही दावा किया. X24 News सत्यमेव जयते, We Are Lucknowites ऐसे कुछ नाम हैं.
फ़ैक्ट-चेक
सबसे पहले तो इस वीडियो में कोरोना गाइडलाइन का पालन होते नहीं दिखता है. न किसी ने मास्क लगाया है और न ही सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन होते दिख रहा है. इससे हमें ऐसा लगा कि ये वीडियो हाल का नहीं हो सकता. साथ ही, वीडियो में दिख रही लड़की का चेहरा प्रियदर्शिनी यादव से काफ़ी अलग दिख रहा है. इसके बाद हमने वीडियो के फ़्रेम का कीवर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ये वीडियो यूट्यूब पर 30 मार्च 2017 को अपलोड किया गया मिला. वीडियो के साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “आनंदपाल की साथी अनुराधा को पुलिस ने किया गिरफ़्तार.”
न्यूज़ 24 के जून 2016 की वीडियो रिपोर्ट में भी अभी वायरल हो रहे वीडियो के दृश्य दिखते हैं. इस रिपोर्ट में बताया गया कि राजस्थान की अनुराधा चौधरी को ‘लेडी डॉन’ के नाम से जाना जाता था. साथ ही, इसमें दी गयी जानकारी के मुताबिक, राजस्थान की अदालत ने अनुराधा को 2 साल की सज़ा सुनायी और 20 हज़ार रुपये का ज़ुर्माना भी लगाया.
हाल ही में दैनिक जागरण और TV9 भारतवर्ष ने भी अनुराधा चौधरी की फिर से गिरफ़्तारी की ख़बर दी है. इन रिपोर्ट्स में भी वीडियो के स्क्रीनग्रैब का इस्तेमाल किया गया है. TV9 भारतवर्ष की रिपोर्ट में लिखा है, “अनुराधा चौधरी साल 2016 में नागौर जिले की एक अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई थी. इसी के साथ 20 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था. अनुराधा का जन्म राजस्थान के सीकर जिले में हुआ था. वो गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की सहयोगी भी रही है. अनुराधा अवैध हथियारों की हेराफेरी में आनंदपाल का सहयोग करती थी. अनुराधा पर लूट, किडनैपिंग, रंगदारी मांगने समेत कई गंभीर अपराध दर्ज हैं.”
यानी. राजस्थान की अनुराधा चौधरी की गिरफ़्तारी का 5 साल पुराना वीडियो लखनऊ की प्रिदार्शिनी यादव का बताकर शेयर किया जा रहा है.
गिरफ़्तारी के सवाल पर प्रियदर्शिनी ने आज तक से बात करते हुए कहा कि अगर मुझे अरेस्ट किया गया होता तो मैं लाइव टीवी पर नहीं बैठी होती. सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जाने पर प्रियदर्शिनी ने कहा कि अगर यह सब जारी रहा तो वो साइबर सेल की मदद लेंगी.
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