सोशल मीडिया पर भीड़ का एक वीडियो काफ़ी शेयर किया जा रहा है. इस क्लिप को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली में भीड़ के रूप में शेयर किया गया.

प्रीमियम सब्सक्राइब्ड X (ट्विटर) यूज़र दिव्या कुमारी ने ये क्लिप ट्वीट किया और लिखा, “राहुल गाँधी के समर्थन मे ये जन सैलाब मोदी जी की नींद हराम कर देगा #LokSabaElection2024.”

एक और प्रीमियम सब्सक्राइब्ड X यूज़र जीतू बुरदक ने ये वीडियो इस कैप्शन के साथ ट्वीट किया: “ये जनसैलाब तानाशाह के अंत की इशारा है…?” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 5 लाख से ज़्यादा बार देखा गया और 3,100 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है.

X पर कई यूजर्स ने ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें 11 मार्च की @hosanna_fellowship_official की एक इंस्टाग्राम रील मिली जिसमें वायरल वीडियो मौजूद था. कैप्शन का हिंदी अनुवाद कुछ यूं है: “होसन्ना मंत्रालयों की ओर से टैबरनेकल के 47वें अंतर्राष्ट्रीय पर्व को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए #ग्लोरी.”

आगे, इस वीडियो और वायरल वीडियो के फ़्रेम्स की तुलना करने पर हमें मालूम हुआ कि ये एक ही वीडियो है.

यूट्यूब पर सर्च करने पर हमें एक वीडियो मिला जिसका टाइटल था: “HOSANNA MINISTRIES 47th FEAST OF TABERNACLES HIGHLIGHTS.” ये वीडियो चैनल होसान्ना मिनिस्ट्रीज ऑफ़िशियल ने पोस्ट किया था. इस वीडियो में भी वायरल वीडियो और इंस्टाग्राम रील की तरह ही भीड़ के विज़ुअल्स थे.

टैबरनेकल का पर्व जिसे ‘गुदराला पांडुगा’ भी कहा जाता है, एक वार्षिक ईसाई त्योहार है जो आंध्र प्रदेश में होसन्ना मंत्रालयों द्वारा आयोजित किया जाता है.

हमें होसन्ना मिनिस्ट्रीज कुरनूल द्वारा पोस्ट किया गया एक और यूट्यूब वीडियो मिला जिसका टाइटल था: “होसन्ना 47वां गुडाराला पांडुगा 2024 | झोपड़ियों का पर्व – होसन्ना मंत्रालय.” वीडियो 7 मार्च को पोस्ट किया गया था. ये कार्यक्रम 7 मार्च से 10 मार्च तक आंध्र प्रदेश के गुंटूर के गोरंटला में आयोजित किया गया था.

कुल मिलाकर, ये दावा ग़लत है कि वायरल वीडियो में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए भीड़ इकट्ठा होती दिख रही है. ये वीडियो मार्च 2024 में आंध्र प्रदेश में होसन्ना मंत्रालयों द्वारा आयोजित एक वार्षिक ईसाई कार्यक्रम का है.

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