सोशल मीडिया में प्रसारित एक वीडियो क्लिप इस दावे से शेयर की जा रही है कि यह, लोकसभा चुनाव में नामांकन पत्र भरने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में इकट्ठा हुए लोगों की भारी संख्या का प्रतिनिधित्व करती है। “इसे कहते है फार्म भरने जाना,,आंखें फाड़ के देख लो चमचों शेर की चाल।” -यह कैप्शन, क्लिप को प्रसारित करने के लिए इस्तेमाल किया गया। एक, सृष्टिराज चौहान, के व्यक्तिगत अकाउंट से पोस्ट किए गए इस वीडियो को 70,000 से ज्यादा बार देखा गया।
इसे कहते है फार्म भरने जाना,,आंखें फाड़ के देख लो चमचों शेर की चाल
Posted by Srishtiraj Chauhan on Tuesday, 9 April 2019
दूसरे सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी यही क्लिप ऐसे ही संदेश के साथ शेयर की है।
वाजपेयी की अंतिम यात्रा का वीडियो
वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह, सुरक्षा कर्मियों से घिरे हुए और फूलों से सजे एक वाहन के पीछे चल रहे, दिखलाई पड़ते हैं। अगर कोई बारीकी से देखे तो जुलूस के बगल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर के साथ होर्डिंग दिखाई दे रही है।
ऑल्ट न्यूज़ ने यूट्यूब पर ‘अटल बिहारी वाजपेयी जुलूस’ कीवर्ड्स से, इस वीडियो की खोज की तो पहले परिणाम में जो वीडियो सामने आया, वह वर्तमान में सोशल मीडिया में वायरल वीडियो जैसा था।
वह वीडियो, पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की अंतिम यात्रा का था, जिसका विभिन्न मीडिया संगठनों ने प्रसारण किया था। बूमलाइव ने वायरल क्लिप की पहले तथ्य-जांच की थी।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नामांकन पत्र दाखिल करना अभी बाकी है। प्रधानमंत्री संभवतः वाराणसी से 26 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
17वीं लोकसभा के चुनाव में बड़ी संख्या में चुनाव-संबंधी भ्रामक सूचनाओं को प्रसारित किया गया है। बुर्का-पहनी महिलाओं को चुनाव में फ़र्ज़ी वोट डालते दिखलाने के लिए एक और पुराना, असंबद्ध वीडियो, पिछले सप्ताह वायरल हुआ था।
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