16 जनवरी को हमलोग नाम की एक वेबसाइट ने एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसमें दावा किया गया कि बजरंग दल ने एक मुस्लिम व्यक्ति आतिफ़ को पकड़ लिया क्यूंकि उसने एक विवाहित जैन महिला का अपहरण करने की कोशिश की थी.
इस पोस्ट को कई प्रमुख फ़ेसबुक पेज/ग्रुप्स ने पोस्ट किया है जिनमें RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ [2 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स], सीएम योगी आदित्यनाथ [1.5 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स]], पूछता है भारत ®️ ☑ [4 लाख से ज़्यादा फॉलोअर्स], सोनू सूद (एक्टर) द किंगस्टार[2 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स]], डॉ. सुधांशु त्रिवेदी फ़ैन क्लब [2 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स] और शिफूजी [4 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स] शामिल हैं.
हमलोग के आर्टिकल में बजरंग दल के एक सदस्य का बयान शामिल है. ये बयान स्थानीय मीडिया आउटलेट लोकमंच टुडे को दिया गया था. बजरंग दल के सदस्य ने बताया, ‘सूचना मिलते ही बजरंग दल की टीम रेलवे स्टेशन पहुंची. और अजमेर से जयपुर जो गाड़ी जा रही थी उसमें AC बोगी नंबर बी1 में से 13 और 14 नंबर की सीट पर बैठे लड़का और लड़की को पकड़ लिया. उनको थाने ले जा कर क़ानूनी कार्यवाई करने के लिए बोला. लड़का महू का है, शादीशुदा है और एक बच्चे का बाप भी है. इस लड़के की उम्र 30 साल है.”
हिंदूवादी संगठन के सदस्यों ने उज्जैन में युवक-युवती को ट्रेन से उतारकर, युवक की पहले पिटाई की फिर पुलिस को सौंपा pic.twitter.com/R40McDyQ5N
— Lokmanchtoday (@lokmanchtoday) January 14, 2022
हिंदी न्यूज़ आउटलेट अमर उजाला और दैनिक भास्कर ने भी ऐसी ही रिपोर्ट्स पब्लिश कीं. अमर उजाला ने बताया कि एक युवती मुस्लिम व्यक्ति के साथ जा कर रही थी और दोनों की शादी हो चुकी थी. दैनिक भास्कर ने बताया कि आतिफ़ उस हिन्दू महिला से शादी करने के लिए उसे अजमेर ले जा रहा था. दोनों रिपोर्टों के अनुसार, आदमी और महिला महू के रहने वाले थे.
ट्विटर यूज़र @Saffron_Smoke ने इस मामले का एक लंबा वीडियो पोस्ट किया जिसमें देखा जा सकता है कि बजरंग दल का एक सदस्य ट्रेन के डिब्बे के अंदर मुस्लिम व्यक्ति के साथ मारपीट करता है. वीडियो में उस आदमी और महिला को रेलवे प्लेटफ़ॉर्म पर GRPF स्टेशन तक ले जाते हुए भी दिखाया गया है. इसके बाद बजरंग दल के सदस्य ने लोकमंच टुडे को जो बयान दिया, वो दिखता है. इस वीडियो को आर्टिकल लिखे जाने तक 50 हज़ार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है.
DoPolitics के सह-संस्थापक और ऑपइंडिया के पूर्व हिंदी संपादक अजीत भारती ने ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर को फ़ैक्ट-चेक करने के लिए तंज कसते हुए ये वीडियो ट्वीट किया. उनके ट्वीट को 1,500 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है.
.@zoo_bear का कोई अपना तो नहीं? ❤️ड़े के फैक्टचेकर ही बता पाएँगे कि घरों में क्या सिखाते हैं कि बीवी रहते हुए दूसरों की लड़कियों को झूठ बोल कर फँसाते हैं। ये तो बुल्ली बाई बनाने वालों के बाप हैं। https://t.co/OMmtOchsxm
— Ajeet Bharti (@NijiSachiv) January 17, 2022
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने उज्जैन के GRP इंस्पेक्टर RS महाजन से बात की. उन्होंने बताया, “ये घटना 14 जनवरी को हुई थी. घटना में कोई ‘लव-जिहाद’ ऐंगल नहीं है. आदमी और महिला दोनों विवाहित हैं [एक दूसरे से नहीं]. वे इंदौर से जयपुर जा रहे थे. ये दोनों दोस्त हैं और इनके परिवार वाले परिचित हैं. हंगामे के तुरंत बाद उन्हें छोड़ दिया गया.” RS महाजन ने बताया, “पीड़ितों ने कोई मामला दर्ज नहीं किया.”
हमने GRP की पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता से भी बात की. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि इस घटना का ‘लव जिहाद’ से कोई संबंध नहीं था. और पीड़ितों की पहचान जारी नहीं करने के लिए उनसे संबंधित कोई भी जानकारी शेयर करने से परहेज किया.
यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें लाइव हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट मिली. वीडियो में 1 मिनट 20 सेकेंड पर महिला थाने के अंदर ये कहती है, “आपकी गलतफहमी ने मेरी पूरी लाइफ़ स्पॉइल कर दी है, आपको समझ में आ रहा है? आप वीडियो बना रहे हो, आप फ़ोटो ले रहे हो…आप मुझसे तो पूछो मैं बालिग़ हूं… मुझे पता है कि क्या सही है और क्या गलत है.. मैं प्रोफेशनली एक टीचर हूं, एलेवेनथ-ट्वेल्थ के बच्चों को पढ़ाती हूं.” बजरंग दल के सदस्य ने उसे जवाब देते हुए कहा, “मैं तो आपसे बात भी नहीं कर रहा हूं ना.. मेरे को आपसे कोई मतलब?” वीडियो देखने पर मालूम पड़ता है कि एक वयस्क महिला की बात को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया गया जिन्होंने खुद ये साफ तौर पर बताया कि उनके साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई थी.
मध्यप्रदेश के पत्रकारों की मदद से ऑल्ट न्यूज़ बजरंग दल के इस सदस्य की पहचान कर पाया जिसने उस मुस्लिम व्यक्ति पर हमला किया था. उसका नाम पिंटू कौशल (नीचे तस्वीर में बीच में दिख रहा आदमी) है.
इस तरह, बजरंग दल के सदस्यों ने ट्रेन में यात्रा कर रहे दो दोस्तों को पकड़कर ‘लव जिहाद’ का आरोप लगाया. पुलिस ने ये साफ तौर पर बताया कि घटना में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है. साथ ही महिला ने भी खुद बताया था कि वो बालिग़ है और उन्हें पता है कि क्या सही है और क्या गलत.
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