सोशल मीडिया वायरल एक तस्वीर में एक चोटिल महिला जिसके सिर से खून बह रहा है, अपने बच्चे को स्तनपान करा रही है. ये तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि ये हिंसाग्रस्त मणिपुर के हालात हैं. कई यूज़र्स ने ये कहते हुए ये तस्वीर शेयर की है कि ये सीरिया, सूडान या यूक्रेन में नहीं हुआ है, बल्कि मणिपुर में हुआ है जहां पिछले दो महीनों से निर्दोष नागरिक मर रहे हैं.

इस तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए ट्विटर ब्लू सब्सक्राइबर ‘@jadonjpr’ ने लिखा: “हे मां, दर्द ,भय, बेबसी की यह कारूणिक तस्वीर सीरिया , सूडान, यूक्रेन की नहीं वरन भारत गणराज्य के मणिपुर की है, जहां विगत 2 महिनों से चहूओर चीखे -चित्कारे गूंज रही, निर्दोष जनता मारी जा रही है, !! एक महामानव इन हालातों में देश को छोड़कर दो दिन बाद अमेरिकी वाईट हाउस की भीड़ के आगे हाथ लहराते नजर आने वाले हैं, साथ ही हिंसाग्रस्त राष्ट्रों को अमन चैन के उपदेश देते भी नजर आएंगे । जिस लोकतंत्र का विपक्ष सडा और मरा हुआ होता हैं, बहुसंख्यक जनता पर राजनैतिक गुलामी हावी हो, वहां ऐसे हालात खड़े होना स्वाभाविक है.”

आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 61 हज़ार से ज़्यादा बार देखा और 1 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव लिंक)

कई और यूज़र्स ने भी ये तस्वीर ट्विटर और फ़ेसबुक पर शेयर की और कहा कि ये तस्वीर मणिपुर की है.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 2021 की ऐसी कई सोशल मीडिया पोस्ट मिलीं जिनमें ये तस्वीर शेयर की गई थी. इनमें से ज़्यादातर पोस्ट के कैप्शन्स म्यांमार की ऑफ़िशियल भाषा बर्मीज़ में थे. कुछ यूज़र्स ने ये भी दावा किया कि ये विज़ुअल्स यांगून के खयान टाउनशिप के हैं और उन्होंने म्यांमार सरकार की डिफ़ेंस फ़ोर्स – पीपुल्स डिफ़ेंस फ़ोर्स (PDF) की निंदा की. कुछ और यूज़र्स ने ये तस्वीर घरेलू हिंसा के मामले की बताकर शेयर की.

फ़ेसबुक पेज ‘သတင်းစုံ‘ ने 30 सितंबर 2021 को बर्मीज़ में इस कैप्शन के साथ तस्वीर पोस्ट की जिसमें कहा गया है कि ख्यान टाउनशिप की रहने वाली इस महिला पर साफ़ तौर पर PDF के सदस्यों ने हमला किया था. ‘पेज ट्रांसपरेंसी‘ सेक्शन से पता चलता है कि प्रोफ़ाइल मुख्य रूप से म्यांमार से मैनेज की जाती है.

हमें Fact Crescendo की अक्टूबर 2021 की एक फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में वायरल दावे का खंडन किया गया है कि तस्वीर में दिख रही महिला पर PDF सदस्यों ने हमला किया था या ये म्यांमार की थी. रिपोर्ट में ख्याल चैनल नामक पेज का एक फ़ेसबुक पोस्ट भी है. ये पेज नियमित रूप से म्यांमार में ख्याल टाउनशिप के बारे में अपडेट शेयर करता था. इस पोस्ट में कहा गया है कि ये तस्वीर असल में थाईलैंड की है.

तस्वीर को ऑनलाइन शेयर करने का सबसे पुराना इंस्टैंस जो हमें मिल सका वो 28 सितंबर 2021 का है. इसे थोल बेना नामक एक यूज़र ने फ़ेसबुक पर पोस्ट किया था. इस पोस्ट का कैप्शन ‘खमेर’ भाषा में लिखा गया था जो कंबोडिया की ऑफ़िशियल भाषा है.

कुल मिलाकर, ये तस्वीर हाल की नहीं है या किसी भी तरह से मणिपुर में चल रही हिंसा से संबंधित नहीं है. तस्वीर करीब 2 साल पुरानी है और मणिपुर की नहीं है.


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