ट्रिगर चेतावनी: वीडियो के कुछ दृश्य मन को विचलित कर सकते हैं.

वैन जैसी एंबुलेंस में बेहोश पड़े एक व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए प्रशांत उमराव ने लिखा, “बुलंदशहर में ज्वेलरी शॉप लूट के आरोपी अब्दुल को खुर्जा पुलिस ने किया ढेर.” ज्ञात हो कि प्रशांत उमराव सुप्रीम कोर्ट में स्थायी वकील और बीजेपी यूपी के मीडिया पैनलिस्ट हैं.

भाजपा समर्थक प्रोपेगैंडा आउटलेट सुदर्शन न्यूज़ से जुड़े सागर कुमार ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बुलंदशहर में ज्वेलरी शॉप लूट के आरोपी अब्दुल को खुर्जा पुलिस ने किया ‘ढेर’ यूपी में योगी जी का साफ़ संदेश है, कि ‘अपराधी’ या अपराध छोड़ दे , या ‘उत्तर प्रदेश’ छोड़ दे. बाबा जी Rocks.”

ज़ी हिंदुस्तान के पत्रकार तुषार श्रीवास्तव ने भी मुठभेड़ के बारे में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, “बुलंदशहर में अब्दुल पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. अब्दुल ने कुछ दिन पूर्व एक सर्राफा व्यापारी से लूट की थी.

जनार्दन मिश्रा नाम के एक यूज़र ने भी ट्विटर पर लिखा, “बुलंदशहर में ज्वेलरी शॉप लूट के आरोपी अब्दुल को खुर्जा पुलिस ने किया ढेर. जान लो, सत्ता में अब बाबर नहीं बाबा हैं.”

इस दावे को फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी कई बार शेयर किया गया.

फ़ैक्ट चेक

ट्विटर पर अंग्रेजी में की-वर्ड्स सर्च से हमें पत्रकार पीयूष राय का एक ट्वीट मिला. ये ट्वीट 3 जनवरी का है. पीयूष राय के ट्वीट के मुताबिक, आशीष और अब्दुल नाम के दो संदिग्ध थे जिन्होंने पिछले साल नवंबर में यूपी के बुलंदशहर में आभूषण की एक दुकान लूट ली थी. और वे हाल ही में अलग-अलग पुलिस मुठभेड़ों में मारे गए थे. एक आरोपी ने जौहरी को गोली मार दी थी.

इसके अलावा, हमने सबंधित की-वर्ड्स से एक गूगल पर सर्च किया, हमें 3 जनवरी को पब्लिश अमर उजाला की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक, 3 नवंबर 2022 को बुलंदशहर के कोतवाली शहर में दो बदमाशों ने लूट की घटना को अंज़ाम दिया था. इसी लूट के दौरान उन्होंने उतरावली गांव निवासी और जौहरी राहुल को गोली मार दी. राहुल को गंभीर चोटें आई हैं.

बाद में पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ़ मामला दर्ज कर बदमाशों की मदद करने और लूट का कुछ हिस्सा खरीदने के आरोप में चार लोगों को गिरफ़्तार किया. हालांकि, लूट के दो मुख्य आरोपी आशीष और अब्दुल फरार हो गए थे.

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 3 जनवरी की सुबह पुलिस ने आशीष ठाकुर को एनकाउंटर में मार गिराया. हालांकि उसका सह आरोपी अब्दुल अब भी फरार था. बाद में पुलिस जांच के दौरान उसे पकड़ लिया गया, जहां उसने कथित तौर पर अधिकारियों पर फायरिंग की. जवाबी फायरिंग में अब्दुल मारा गया.

बुलंदशहर के SSP श्लोक कुमार के साथ एक बातचीत का वीडियो यूट्यूब पर भी मौजूद है जहां वो मुठभेड़ और दोनों आरोपियों के कथित आपराधिक इतिहास को डिटेल में बता रहे हैं.

कुल मिलाकर, 3 जनवरी को अलग-अलग मुठभेड़ों में लूट में शामिल दो बदमाश मारे गए. एंबुलेंस के अंदर पड़े एक अभियुक्त का वीडियो शेयर करते हुए प्रशांत पटेल उमराव और सागर कुमार ने सिर्फ आधी जानकारी देकर मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की.

जब झूठे और भ्रामक दावों को शेयर करने की बात आती है तो प्रशांत उमराव और सागर कुमार दोनों आगे रहते हैं. 2022 में दोनों ने कम-से-कम 9 बार ग़लत सूचनाएं शेयर कीं. ये जानकारी ऑल्ट न्यूज़ के साल के अंत के कंपाइलेशन में आप पढ़ सकते हैं.

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