सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज वायरल है जिसमें एक लड़का गाय के बछड़े का यौन शोषण करते हुए दिख रहा है. फुटेज पर 25 फ़रवरी 2023 की तारीख है. ट्विटर वेरिफ़ाइड हैन्डल ‘@AchAnkurArya’ ने ये फुटेज ट्वीट करते हुए लिखा कि छतीसगढ़ में रमजान से पहले मोहम्मदीन गाय के बच्चे के साथ क्रूरता करता दिखा. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 1 लाख से ज़्यादा व्यूज़ मिले. फ़िलहाल ट्विटर ने इस अकाउंट को सस्पेन्ड कर दिया है लेकिन इस ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न आप यहां देख सकते हैं. वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए ऑल्ट न्यूज़ ने आर्टिकल में इसके स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया है.

ऐसे ही दावे के साथ ये वीडियो वेरिफ़ाइड यूज़र निर्वेश यादव ने भी ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)

और भी कई वेरिफ़ाइड हैन्डल ने ये वीडियो सांप्रदायिक ऐंगल के साथ ट्वीट किया है. (लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3)

This slideshow requires JavaScript.

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये वीडियो ऐसे ही सांप्रदायिक दावे के साथ फ़ेसबुक और ट्विटर पर वायरल है.

प्रोफ़ेसर अब्दुल किताबी ने ऑल्ट न्यूज़ के को-फ़ाउन्डर मोहम्मद ज़ुबैर को टैग करते हुए इस वीडियो की सच्चाई पता करने की रिक्वेस्ट की.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए की-वर्ड्स सर्च किया. हमें इस मामले से जुड़ी कई रिपोर्ट्स मिलीं. 28 फ़रवरी 2023 को दैनिक भास्कर ने इस घटना के बारे में आर्टिकल पब्लिश किया था. रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के बालोद शहर में एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें एक लड़का गाय के साथ गलत हरकत करते हुए दिखा. वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने 17 साल के नाबालिग लड़के को गिरफ़्तार किया था. वहीं पुलिस ने आरोपी के खिलाफ़ आईपीसी की धारा 377 के तहत केस दर्ज किया है. ध्यान देने वाली बात है कि रिपोर्ट में किसी भी तरह के सांप्रदायिक ऐंगल का ज़िक्र नहीं है.

ऑल्ट न्यूज़ ने बजरंग दल से जुड़े ओमेश सेन से बात की जिनका ज़िक्र दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में किया गया है. ओमेश सेन ने बताया कि उन्होंने ऐसी कई घटनाओं की जानकारी पुलिस को दी है. उन्होंने वायरल वीडियो देखकर बताया कि ये घटना बालोद की है. ओमेश सेन ने कहा, “ये घटना पिछले महीने की है. वीडियो में दिखने वाला लड़का नाबालिग़ है और हिन्दू समुदाय से है.” उन्होंने आगे कहा कि इस घटना में पुलिस ने आरोपी लड़के के खिलाफ़ केस दर्ज कर लिया था.

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के बारे में बालोद पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी से बात की. उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच वही कर रहे हैं. साथ ही आरोपी के कृत्य का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की और आरोपी लड़के के खिलाफ़ केस दर्ज किया. थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी नाबालिक है और हिन्दू समुदाय से है. फिलहाल आरोपी को चाइल्ड कस्टडी में रखा गया है.

वीडियो के साथ शेयर किया गया दावा

हालांकि वायरल वीडियो के साथ कुछ यूज़र्स ने कैप्शन में मोहम्मद साहिल नामक लड़के के गिरफ़्तार होने की बात कही है. सर्च करने पर हमें 9 मार्च 2023 की ABP लाइव की रिपोर्ट मिली. इस आर्टिकल में बताया गया है कि होली के मौके पर नशे में धुत 4 लड़कों ने गाय के साथ अनैतिक संबंध बनाया था. इस घटना की जानकारी मिलने पर छत्तीसगढ़ के भट्टी थाना पुलिस ने मौकाये वारदात से 4 लड़कों को गिरफ़्तार किया. वहीं इनमें से 2 लड़के नाबालिग़ थे.

पुलिस के हवाले से रिपोर्ट में लिखा है कि मुर्गा चौक के पास कुछ लड़कों द्वारा गाय के साथ अप्राकृतिक व्यवहार करने की शिकायत मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे. लेकिन उन्होंने 2 नाबालिग़ समेत चारों आरोपियों को पकड़ लिया. पुलिस के मुताबिक, 2 नाबालिगों के अलावा मिलन चौक के रहनेवाले 20 वर्षीय सतीश चंद्र दास और गांधी चौक निवासी 18 वर्षीय मोहम्मद साहिल को इस मामले में गिरफ़्तार किया गया है.

ऑल्ट न्यूज़ ने छतीसगढ़ के भट्टी थाना पुलिस स्टेशन में संपर्क किया. वहां के थाना प्रभारी ने हमें बताया कि ये घटना होली के दौरान की है. पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लड़के गाय के साथ असभ्य व्यवहार कर रहे हैं. पुलिस ने एक्शन लेते हुए 4 आरोपियों को गिरफ़्तार किया जिसमें 2 लड़के नाबालिग हैं. ऑल्ट न्यूज़ ने सोशल मीडिया पर किये जा रहे दावों के बारे में उनसे बात की. उन्होंने कहा कि इस घटना में 1 आरोपी मुस्लिम समुदाय से हैं वहीं बाकी 3 आरोपी हिन्दू हैं. हालांकि इसके अलावा उन्होंने हमें और कोई जानकारी देने से मना कर दिया.

यानी, सोशल मीडिया पर छत्तीसगढ़ में हुई 2 अलग-अलग घटनाओं को जोड़कर झूठा सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है. वायरल CCTV फ़ुटेज में गाय के साथ अनैतिक संबंध बनाने वाला लड़का नाबालिग़ है और हिन्दू समुदाय से है. वहीं वीडियो के साथ दावे में बताई घटना में 2 नाबालिक लड़कों समेत 4 लोगों को पुलिस ने गाय के साथ असभ्य व्यवहार करने के आरोप में गिरफ़्तार किया था.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Kinjal Parmar holds a Bachelor of Science in Microbiology. However, her keen interest in journalism, drove her to pursue journalism from the Indian Institute of Mass Communication. At Alt News since 2019, she focuses on authentication of information which includes visual verification, media misreports, examining mis/disinformation across social media. She is the lead video producer at Alt News and manages social media accounts for the organization.