दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी 2025 को 70 निर्वाचन क्षेत्रों में होने जा रहे हैं. इस चुनाव में तीन प्रमुख पार्टियां, आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस, मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए अपने प्रचार पर जोर लगा चुकी है. हर पार्टी और प्रत्याशियों ने ज़मीनी स्तर के साथ-साथ अपनी पहुँच को मतदाताओं तक बढ़ाने के लिए डिजिटल साधनों का भी जमकर प्रयोग किया. कुछ वर्षों से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म राजनीतिक संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक कारगर साबित हुई हैं जिसमें पार्टियां मतदाताओं को जोड़ने के लिए टारगेटेड विज्ञापनों में भारी निवेश करती हैं.
फिलहाल चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार 3 फरवरी की शाम 6 बजे से ‘साइलेंस पीरियड’ लागू हो चुका है और दिल्ली चुनाव को लेकर चल रही रैली, प्रचार इत्यादि का सिलसिला थम चुका है.
Silence Period….. #DelhiElections #DelhiElection2025@ECISVEEP pic.twitter.com/P7BPAEU1kR
— CEO, Delhi Office (@CeodelhiOffice) February 3, 2025
10 जनवरी 2025 को दिल्ली चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद, चुनाव आयोग ने नामांकन के आखिरी दिन 17 जनवरी 2025 को दिल्ली चुनावों के संबंध में एक निर्देश जारी किया, जिसमें बताया गया है कि रीप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट, 1951 की धारा 126(1)(बी) मतदान के समापन के लिए निर्धारित घंटे के साथ समाप्त होने वाले 48 घंटे की ‘साइलेंस पीरियड’ के दौरान मतदान क्षेत्रों में टेलीविजन, सिनेमैटोग्राफ या इसी तरह के उपकरणों के माध्यम से किसी भी चुनावी मामले के प्रदर्शन पर रोक लगाती है. यह मतदाताओं को अंतिम समय के प्रचार के प्रभाव के बिना निर्णय लेने के लिए एक शांत वातावरण प्रदान करने की अवधि होती है.
चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देश के प्वाइंट 4 में स्पष्ट रूप से कहा गया है, “मतदान क्षेत्र में किसी भी चुनाव के लिए मतदान समाप्ति के लिए निर्धारित समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घंटे की अवधि के दौरान टीवी, केबल नेटवर्क, रेडियो, सिनेमा हॉल में किसी भी चुनावी मामले पर राजनीतिक विज्ञापन, बल्क एसएमएस/वॉयस मैसेज का उपयोग, ऑडियो विजुअल डिस्प्ले भी प्रतिबंधित है. चुनाव मामलों से संबंधित राजनीतिक विज्ञापन, भले ही किसी अन्य रूप में प्रच्छन्न हों, जैसे समाचार आइटम/हेडलाइन के रूप में विज्ञापन, पूर्व शेड्यूलिंग के बावजूद मतदान क्षेत्र में साइलेंस पीरियड के दौरान प्रदर्शित करने से सख्त वर्जित हैं.”
ऑल्ट न्यूज़ लगातार मेटा एड लाइब्रेरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे तीन प्रमुख दलों के आधिकारिक फेसबुक पेजों पर नज़र बना रखा है. इस दौरान हमने पाया कि भाजपा दिल्ली का आधिकारिक पेज वर्तमान में ‘साइलेंस पीरियड’ के दौरान विज्ञापन चला रहा है जो चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के स्पष्ट उल्लंघन है. चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन पार्टी के चुनावी नियमों के पालन करने की नीयत पर सवाल उठाता है. यह पहली बार नहीं है जब पार्टियों द्वारा ‘साइलेंस पीरियड’ का उल्लंघन किया गया हो. इससे पहले ऑल्ट न्यूज़ ने गुजरात विधानसभा चुनाव, कर्नाटक विधानसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के प्रॉक्सी पेजों द्वारा ‘साइलेंस पीरियड’ के उल्लंघन को उजागर किया है.
इस उल्लंघन को लेकर हमने फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा को मेल किया है. उनके द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई होने या प्रतिक्रिया आने पर इस आर्टिकल को अपडेट कर दिया जाएगा.
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