दिल्ली के महरौली में 26 साल की श्रद्धा वाकर की हत्या की ख़बर के तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर आरोपी आफ़ताब अमीन पूनावाला का धर्म चर्चा का विषय बन गया. (मीडिया आउटलेट्स ने आफ़ताब के नाम की स्पेल्लिंग अलग-अलग लिखी है.)

‘द ड्यूड’ नामक एक ट्विटर यूज़र ने पूनावाला के फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया और लिखा, “हालांकि पूनावाला आमतौर पर एक पारसी उपनाम है और ये आरोपी खुद मानवतावादी होने का दावा करता है, लेकिन एक महिला के खिलाफ़ इस तरह के जघन्य अपराध करने वाले को सज़ा ज़रूर मिलनी चाहिए. उसकी मान्यताओं के बावजूद उसे जितनी हो सके उतनी कठोर सज़ा दी जानी चाहिए. साथ ही, हमें ऐसे लोगों की पहचान करने की ज़रूरत है ++.“ (आर्काइव)

देवेंदर पाल सिंह नाम के एक यूज़र ने भी ऐसा ही दावा किया.

‘RVAIDYA2000’ नामक एक अन्य यूज़र ने लिखा, “यंगिस्तान मैं हमेशा की तरह कन्फ्यूज्ड हूं: ये आफताब पूनावाला शिया या भोरा या पारसी है या ?? कई अलग-अलग मीडिया में कई अलग-अलग पूनावाला के बारे में बताया जा रहा है…” (आर्काइव)

यूज़र अंशुल सक्सेना के एक ट्वीट का जवाब देते हुए यूज़र ‘मेनज़ालिक’ ने लिखा, “आफताब पारसी पूनावाला मुस्लिम नहीं है.” (आर्काइव)

एक अन्य ट्विटर यूज़र, ‘Yedz’ ने NDTV की रिपोर्ट को कोट-ट्वीट करते हुए अपने ट्वीट में दावा किया कि आरोपी एक पारसी था न कि मुसलमान.

कुछ अन्य यूज़र्स ने ये भी दावा किया कि आरोपी हिंदू था.

फ़ैक्ट-चेक

इस मामले की पड़ताल करते हुए ऑल्ट न्यूज़ ने आफताब अमीन पूनावाला का इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल खंगाला. हमने देखा कि अपने एक पोस्ट पर आए एक कमेंट का जवाब देते हुए आफ़ताब ने लिखा था, “मैं एक मुस्लिम हूं, और दूसरा आप हिंदू हैं. भगवान कृष्ण हिंदुओं के भगवान हैं. क्या मैं पूछ सकता हूं कि मेरे धर्म के बारे में इतनी जिज्ञासा क्यों?”

ऑल्ट न्यूज़ ने घटना की FIR कॉपी भी देखी और पाया कि पीड़िता के पिता के मुताबिक, आफताब अमीन पूनावाला एक मुसलमान है. पुलिस कम्प्लेन में सबंधित हिस्से में लिखा है, “मेरी लड़की ने मेरी बीवी को सन 2019 में बोला था कि उसे आफ़ताब अमीन पूनावाला के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना है जिसके लिए मैं और मेरी पत्नी ने उसको मना किया था क्यूंकि मैं हिंदू हूं और मेरी जाति कोली है तथा वह लड़का मुस्लिम है तो हमारे यहां inter-religion/inter-caste marraige को नहीं करते हैं…”

आफताब अमीन पूनावाला के अपने इंस्टाग्राम पेज और FIR कॉपी के आधार पर, हम ये कह सकते हैं कि वो मुस्लिम समुदाय से है. सोशल मीडिया पर उसके पारसी या हिंदू होने का दावा सच नहीं है.

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About the Author

Indradeep, a journalist with over 10 years' experience in print and digital media, is a Senior Editor at Alt News. Earlier, he has worked with The Times of India and The Wire. Politics and literature are among his areas of interest.