सोशल मीडिया पर 15 सेकंड का एक वीडियो वायरल है. वीडियो में आर्मी की वर्दी जैसे दिखने वाले कपड़े पहने कुछ लोग हिंसक नारे लगा रहे थे. ये वीडियो शेयर करते हुए यूज़र्स दावा करने लगे कि सेना के जवान भाजपा और RSS के खिलाफ़ नारे लगा रहे थे. फ़ेसबुक यूज़र प्रिया बांगा ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए यही दावा किया. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
ਮੋਦੀ ਨੇ ਤਾ ਆਰਮੀ ਵਾਲੇ ਵੀ ਧਰਨੇ ਲਾਉਣ ਲਈ ਲਾ ਦਿੱਤੇ ਇਤਿਹਾਸ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲੀ ਵਾਰ ਹੋਇਆ ਕਰੋ ਸ਼ੈਅਰ
Posted by Priya Banga on Wednesday, 25 August 2021
एक और फ़ेसबुक यूज़र ने ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया है.
ਹੁਣ ਤਾਂ ਫੌਜੀ ਵੀ ,ਬੀ ਜੇ ਪੀ ,ਤੇ ,RSS, ਦੇ ਵਿਰੋਧ ਵਿੱਚ ਅਾ ਗੲੇ,fouji vi aage BJP and R S S de virodh vich
ਹੁਣ ਤਾਂ ਫੌਜੀ ਵੀ ,ਬੀ ਜੇ ਪੀ ,ਤੇ ,RSS, ਦੇ ਵਿਰੋਧ ਵਿੱਚ ਆ ਗੈ,fouji vi aage BJP and R S S de virodh vich
Posted by Jagdish Warwal on Friday, 18 June 2021
फ़ेसबुक पर और भी कई यूज़र्स ने ये वीडियो शेयर किया है.
फ़ैक्ट-चेक
की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें 10 फ़रवरी 2020 का PIB का फ़ैक्ट-चेक आर्टिकल मिला. आर्टिकल में एक टिक-टॉक वीडियो शेयर किया गया है. यहां बताया गया है कि इस वीडियो में भाजपा के विरोध में कोई भी नारेबाज़ी नहीं की गई थी. आर्टिकल में टिक-टॉक वीडियो एम्बेड भी किया गया है. लेकिन हम उसे देख नहीं सकते क्योंकि भारत सरकार ने जून 2020 में टिक टॉक बैन कर दिया था.
आर्टिकल में एम्बेड किये गए पोस्ट का कैप्शन और हैशटैग देखा जा सकता है. इसके अलावा, टॉर ब्राउज़र पर ये लिंक खोलने पर ऑल्ट न्यूज़ ये वीडियो देख भी पाया. इस वीडियो में भाजपा या RSS के खिलाफ़ नारे नहीं लगाए गए थे. बल्कि सेना के कपड़ों में दिख रहे लोगों ने ये नारे लगाए थे – “देश के गद्दारों को गोली मारों ** को, जो नहीं है साथ में चूड़ी पहनो हाथ में.” आप टिक-टॉक वीडियो नीचे देख सकते हैं.
आगे, की-वर्ड्स सर्च कर करने पर ऑल्ट न्यूज़ को फ़ेसबुक पर कुछ तस्वीरें शेयर की हुई मिलीं. गौर से देखने पर हमने नोटिस किया कि इन तस्वीरों में दिख रहा शख्स वायरल वीडियो में भी दिखता है जिसने भारतीय झंडा लपेटा है. फ़ेसबुक पर ये तस्वीरें 16 फ़रवरी 2019 को चौहान विशाल ने पोस्ट की थीं.
नीचे टिक-टॉक वीडियो और फ़ेसबुक पर मिली तस्वीर में दिखने वाली समानताएं दिखती हैं :
1) भारतीय झंडा लपेटा हुआ शख्स
2) इस व्यक्ति आस-पास दिख रहे लोगों ने गले में पीले फूल की माल पहनी है
विशाल चौहान की फ़ेसबुक टाइमलाइन चेक करने पर हमें 16 फ़रवरी 2019 को पोस्ट किया हुआ एक वीडियो मिला. ये वीडियो वायरल वीडियो के जैसा ही है. इस वीडियो में भी टिक टॉक वीडियो की तरह ही नारे लगाए जा रहे हैं – “जो नहीं है साथ में चूड़ी पहनो हाथ में”.
पुलवामा (कश्मीर ) मे आतंकी हमले के दौरान हमने अपने CRPF देश के वीर बहादुर बेटो को हमने खोया है जिसके कारण पूरा देश रो रहा हे और चिल्ला -चिल्ला कर कह रहा हे “हमे निंदा नही चाहिए एक भी आतंकी जिंदा नही चाहिए,
देश के गद्दारो को गोली मारो एक भी गद्दार और आतंकी जिंदा बचना नही चाहिए।
“देश के वीरो को नमन करेंगे खुन का बदला खुन से लेंगे,
“बहुत हुआ अब नही सहेंगे इस पूरे आतंकवाद और आतंकियो को साफया करके रहेंगे,
वीर शहीद अमर रहे।
वीर शहिद अमर रहे।
वीर शहीद अमर रहे।
वीर शहीद अमर रहे।जय हिन्द जय भारत।
INDIAN BOYPosted by Chauhan Chauhan Vishal on Saturday, 16 February 2019
बूम ने चौहान विशाल से इस वीडियो के सिलसिले में बात भी की थी. आर्टिकल में चौहान विशाल के हवाले से बताया गया कि ये रेली हरिद्वार में पुलवामा शहीदों के सम्मान में निकाली गई थी. विशाल ने बूम से हुई बातचीत में बताया, “उस रैली में बीजेपी या RSS के ख़िलाफ़ ऐसा कोई नारा नहीं लगाया गया था. मैं इसका हिस्सा था. रैली हरिद्वार में भूमानंद अस्पताल और हर की पौड़ी के बीच आयोजित की गई थी.”
कुल मिलाकर, 2019 में पुलवामा में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में हरिद्वार में निकाली गई रैली का वीडियो एडिट कर झूठा दावा किया गया कि सेना से जुड़े लोग बीजेपी, RSS के खिलाफ़ नारे लगा रहे थे.
ज़ी हिंदुस्तान ने पंजशीर के दृश्य बताते हुए जिस बच्ची को बन्दूक चलाते दिखाया, वो बलूचिस्तान की थी :
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