सोशल मीडिया में वायरल एक दावे में बताया गया है कि राहुल गांधी ने न्यूनतम आय गारंटी योजना को लेकर अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गरीबों को प्रति माह 12,000 रुपये देने का वादा किया, लेकिन कहा कि हर साल उनके खातों में 72,000 रुपये जमा किए जाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के गणित का मजाक उड़ाते हुए, सोशल मीडिया में कई यूजर्स और पेजों ने बाकी के 72,000 रुपये को लेकर सवाल उठाए।
ऐसा दावा करने वाले लोगों में भारतीय वायुसेना के एक पूर्व अधिकारी और एक जिम्मेदार भाजपा सदस्य, मेजर सुरेंद्र पूनिया रहे (आर्काइव)। इस लेख को लिखते समय, पूनिया द्वारा शेयर किए गए राहुल गांधी के वीडियो को लगभग 52,000 बार देखा गया और 6,000 रिट्वीट हुए।
#MinimumIncomeGuarantee योजना की गणित देखो
12,000/महीना देने का वादा
12,000×12=1,44000/साल का
फिर कहते है की हर ग़रीब के अकाउंट में साल में 72,000 रुपये आ जायेंगेबाक़ी 72,000 कहाँ जायेंगे🤔?
अपनी जेब में या Swish बैंक मेंराहुलजी गणित सीख लो🙏देश @narendramodi जी चला लेंगे pic.twitter.com/T3vdG7negp
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) March 25, 2019
एक अन्य ट्विटर हैंडल @narendramodi177 ने भी उस वीडियो को शेयर किया जहां से इसे 20,000 से अधिक बार देखा गया है (आर्काइव)।
इस फुटेज में दो क्लिप हैं, जिनमें बाईं ओर वाले में गांधी को यह कहते सुना जा सकता है – “मैं ये आपको, हिंदुस्तान की जनता को, हिंदुस्तान के गरीबो से कहना चाहता हूँ कि लाइन 12,000 रुपए महीने की होगी।”
दाईं ओर वाली क्लिप में, कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं, “20प्रतीशत सबसे गरीब परिवारों को हर साल 72हज़ार रूपए देने जा रही है।“ यह वीडियो एक फेसबुक पेज नेशन वांट्स नमो द्वारा बनाया गया था (आर्काइव)।
अभी से घोटाला शुरू?
Posted by Nation Wants NaMo on Monday, March 25, 2019
क्लिप्ड वीडियो
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो, न्यूनतम आय गारंटी योजना पर राहुल गांधी की 25 मार्च की प्रेस ब्रीफिंग के कुछ हिस्सों की क्लिपिंग करके बनाया गया है। पूरा वीडियो बताता है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने यह नहीं कहा कि प्रति माह 12,000 रुपये गरीबों को दिए जाएंगे और यह राशि प्रति वर्ष 72,000 रुपये होगी।
वास्तव में, उन्होंने कहा कि 12,000 रुपये से कम आय वाले व्यक्ति इस योजना के लाभार्थी होंगे, जिन्हें उनके बैंक खातों में प्रति वर्ष अधिकतम 72,000 रुपये प्राप्त होंगे।
इस पूरे वीडियो में, 0:54वें सेकंड पर, गांधी कहते हैं, “जहा भी मैं जाता हूँ युवा, जनता, किसान, मज़दूर मुझसे पूछते है कि ये आमदनी की लाइन, मिनिमम आमदनी की लाइन क्या होगी और इस स्कीम की स्ट्रेंथ क्या होगी, ये स्कीम कितने लोगो की मदद करेगी. तो मैं ये आपको, हिंदुस्तान की जनता को, हिंदुस्तान के गरीबो से कहना चाहता हूँ कि लाइन 12,000 रुपए महीने की होगी।”
अपने संबोधन के 1:43वें मिनट पर, वह आगे कहते हैं, “कांग्रेस पार्टी…गारंटी करती है की 20 प्रतीशत सबसे गरीब परिवारों को हर साल बहत्तर हज़ार रूपए देने जा रही है।”
पूर्ण वीडियो में, 5:48वें मिनट पर, कांग्रेस अध्यक्ष ने इस योजना के बारे में गहराई से कुछ और समझाया है — “मिनिमम इनकम लाइन 12000 रुपए की है। मिनिमम इनकम लाइन और उनकी जो इनकम में फर्क है वो सरकार देगी। तो मान लो अगर आपकी इनकम 6000 है तो जो 12000 से इनकम कम है आपकी उसको टॉप अप करेगी।”
इस प्रकार, राहुल गांधी के गणित का मजाक उड़ाने वाले, सोशल मीडिया के दावे एक भ्रामक वीडियो पर आधारित हैं। कांग्रेस अध्यक्ष को अक्सर इसी प्रकार, बदली हुई क्लिपों और फोटोशॉप की हुई तस्वीरों का इस्तेमाल करके ऑनलाइन निशाना बनाया जाता रहा है।
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