सोशल मीडिया पर भीड़ की एक तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि ये 3 मार्च को पटना के गांधी मैदान में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की रैली में उमड़ी भीड़ का दृश्य है. इस रैली में INDIA अलाइन्स के कई नेता मौजूद थे. इनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए थे.
ट्विटर यूज़र रोहिणी आनंद (@mrs_roh08) ने 3 मार्च को वायरल तस्वीर को इस कैप्शन के साथ शेयर किया: “पटना के प्रतिष्ठित गांधी मैदान में भीड़ की सुनामी. आज ऐतिहासिक रैली में 12 लाख से ज़्यादा लोग शामिल हुए.” इस ट्वीट को 4.8 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और 1,400 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)
Tsunami of crowd at the iconic Gandhi Maidan in Patna 🔥
Over 12 lakh people joined the historic rally today. pic.twitter.com/VFq0DV4BXl
— Rohini Anand (@mrs_roh08) March 3, 2024
संदीप सौरव, सुप्रिया भारद्वाज, अब्दुर रहमान अंसारी, रेशमा आलम जैसे अन्य यूज़र्स ने भी ऐसे ही दावे के साथ वही तस्वीर शेयर की.
फ़ैक्ट-चेक
हमने देखा कि रोहिणी आनंद (@mrs_roh08) के ट्वीट पर कई यूज़र्स ने बताया कि तस्वीर पुरानी थी.
इसके अलावा, हमें यूज़र वरुण कुमार राणा (@VarunKrRana) का एक ट्वीट मिला. इसमें रोहिणी आनंद के पोस्ट को कोट कर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के 2017 के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया गया था.
Actually they have been standing there since 27 August 2017 😹 https://t.co/4raWsTnbpJ pic.twitter.com/AeXWlmmu8P
— Varun Kumar Rana (@VarunKrRana) March 3, 2024
राजद नेता लालू प्रसाद यादव की टाइमलाइन पर भी ये ट्वीट मौजूद है. ट्वीट में यही तस्वीर थी जो अभी वायरल है और 27 अगस्त, 2017 को पोस्ट की गई थी.
राजद अध्यक्ष ने ये तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया था कि ये 2017 में पटना के गांधी मैदान में आयोजित राजद की मेगा रैली की है. हालांकि, ये तस्वीर एडिट की गई थी. ऑल्ट न्यूज़ ने 2017 में इस दावे की फ़ैक्ट-चेक की थी. हमें मालूम चल कि असली तस्वीर फ़ेसबुक यूज़र शमशीर अहमद ने शेयर की थी.
No “Face” will stand in front of Lalu’s “Base”. Come & Count as much as u can in Gandhi Maidan, Patna #DeshBachao pic.twitter.com/sXoAcpwNKw
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) August 27, 2017
कुल मिलाकर, जिस वायरल तस्वीर को यूज़र्स इस साल राजद की रैली में गांधी मैदान, पटना की भीड़ का होने का दावा कर रहे हैं, वो एक तो एडिट की गई है और कम से कम सात साल पहले भी भ्रामक दावे के साथ शेयर की गई थी.
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