भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में हुए विवाद के चलते 20 भारतीय सैनिकों की मौत हो गई. 18 जून को चीन ने 10 भारतीय जवानों को रिहा किया जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल और 3 मेजर शामिल हैं.

इसी के चलते डॉ. आनंद राय ने एक सिपाही की तस्वीर ट्वीट की जिसकी पीठ पर काफ़ी चोटें आई हुई हैं. आपको बता दें कि आनंद राय व्यापम स्कैम को उजागर करने के लिए जाने जाते है. तस्वीर ट्वीट करते हुए राय ने लिखा, “This is one of the soldiers who survived the barbaric attack by Chinese forces on galwan valley. He has nail injuries all over his body. They were completely unarmed and yet they fought back the Chinese army. फ़ौज को हथियार उठाने से किसने रोका था (why were soldiers stopped from using weapons) @PMOIndia”

(अनुवाद – ये वो सिपाही है जिसने गलवान घाटी में चीनी सिपाहियों की बर्बरता को झेला है. इसके पूरे शरीर पर नाख़ूनों के निशान है. ये जवान पूरी तरह से निहत्थे थे लेकिन फिर भी उन्होंने चीनी सिपाहियों का सामना किया. फ़ौज को हथियार उठाने से किसने रोका था @PMOIndia) (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

ये तस्वीर उस वक़्त के बाद शेयर होने लगी जब चीनी सिपाहियों द्वारा भारतीय जवानों को नाख़ून मारने का दावा किया जाने लगा.

ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल मोबाइल ऐप और व्हाट्सऐप नंबर (+917600011160) पर इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए कई रीक्वेस्ट मिलीं.

फ़ैक्ट-चेक

तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने इसे 2016 के कई थाई ब्लॉग में पोस्ट किया हुआ पाया.

हमें मिले रिज़ल्ट्स में इस तस्वीर को सबसे पहले पोस्ट करने वाली वेबसाइट है – ‘kaupyime.blogpost.com.’

ऑल्ट न्यूज़ स्वतंत्र रूप से तस्वीर के पीछे की हकीकत नहीं जान पाया है लेकिन ये तस्वीर 2016 के कई ब्लॉग पोस्ट में शेयर की गई है. इस तरह डॉ. राय ने तस्वीर के साथ जो दावा किया है कि ये हालिया भारत-चीन विवाद से संबंधित तस्वीर है, ग़लत साबित होता है. पहले भी ऑल्ट न्यूज़ ने कई बार डॉ. राय को सोशल मीडिया पर ग़लत दावे शेयर करते हुए पाया है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.