हज यात्रा पर गए भारतीय मुसलमानों का एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल है कि वे तमिल में भारत के विनाश के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. यूज़र @HinduHate ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा “…ये आदमी कह रहा है ‘हमारे देश की बर्बादी के लिए दुआ करो. और RSS के विनाश के लिए और भाजपा को जीत न मिलने की भी दुआ करो.” यूज़र ने गृह मंत्रालय से आग्रह भी किया कि वीडियो में दिख रहे लोगों की ‘नागरिकता रद्द कर’ दी जाय. वीडियो का क्रेडिट @Mohsinrazabjpup को दिया गया है. (आर्काइव)
Indian Muslims in Haj praying for destruction of India. In Tamil the man is saying “do dua for destruction of our country. Also do due for destruction of RSS and that BJP shouldn’t win”. @HMO pls cancel citizenship of these people.
Video credit: @Mohsinrazabjpup pic.twitter.com/bv0jYPkJ1y— Stop Hindu Hate Advocacy Network (SHHAN) (@HinduHate) June 21, 2023
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य मोहसिन रज़ा ने इसी दावे के साथ क्लिप को शेयर किया. उन्होंने भारत सरकार से वीडियो में दिख रहे लोगों और उनके पीछे के संगठनों की जांच करने की मांग की. उनका मानना है कि उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज़ किया जाना चाहिए और उनकी नागरिकता भी खत्म कर दी जानी चाहिए. (आर्काइव)
कई यूज़र्स ने वायरल क्लिप को इसी दावे के साथ ट्वीट किया है, जिनमें पत्रकार सुरभि तिवारी और अन्य वेरिफ़ाईड एकाउंट्स शामिल हैं. (आर्काइव- 1, 2, 3, 4)
फ़ैक्ट-चेक
इसी वीडियो को दिवंगत लेखक और कॉलमिस्ट तारिक फतह ने 30 अप्रैल, 2019 को ट्विटर पर शेयर किया था. उन्होंने लिखा था: “मक्का के काबा में तमिल मुसलमानों का वीडियो #RSS और बीजेपी के विनाश के लिए प्रार्थना किया जा रहा है. ताकि भारत में पीएम मोदी के शासन को अल्लाह के शासन से बदला जा सके.” (आर्काइव)
हमें मई 2019 का डेक्कन क्रॉनिकल का एक आर्टिकल भी मिला जिसमें बताया गया था कि तमिल लोगों द्वारा “RSS का पूरी तरह विनाश और भाजपा की हार” के लिए प्रार्थना किया जा रहा था. यानी, ये वीडियो करीब चार साल पुराना है.
जहां तक कंटेंट की बात है तो हमने देखा कि वायरल दावे भ्रामक हैं. तीर्थयात्री किसी भी तरह से देश के विनाश के लिए प्रार्थना नहीं कर रहे हैं, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है. वायरल वीडियो के पहले 40 सेकंड में उन्हें अरबी में दुआ करते हुए सुना जा सकता है. ये प्रार्थना तब की जाती है जब कोई तीर्थयात्री पहली बार काबा देखता है. प्रार्थना و وَتَعْظِيماً وَتَكْرِيماً وَمَهَابَةً، وَزِدْ مَن شَرَّفَهُ وَكَرَّمَهُ مِمَّنْ حَجَّهُ أَو اعتَمَرَهُ تَشرِيفاً وَتَكرِيماً وَتَعظِيماً وَبِرّاً (अल्लाहुम्मा जिद हदहा-एल-बयता तशरीफन वा ता’जिमन वा तकरीमन वा माहबा, वा जिद मन शर्राफहु वा कर्रमहु मिम्मन हज्जाहु अवी- ‘तमराहु तशरीफन वा तकरीमन वा ता’जीमन वा बिर्रा) का शाब्दिक अनुवाद है:
“अल्लाह, इस सदन का मान, सम्मान, आदर और श्रद्धा बढ़ाओ. और जो लोग इसका आदर और सम्मान करते हैं, जो हज या उमरा करते हैं, उनमें सम्मान, देखभाल, स्नेह और पवित्रता विकसित करें.
इसके बाद तीर्थयात्रियों को तमिल में प्रार्थना करते हुए सुना जाता है. प्रार्थना के इस हिस्से का सटीक अनुवाद इस तरह है:
“कृपया दुआ कीजिए. कृपया दुआ कीजिए. विशेष रूप से हमारे देश में मौजूदा स्थिति की बेहतरी के लिए. RSS पार्टी का विनाश कर देना चाहिए. खास तौर पर अल्लाह से दुआ करें कि बीजेपी दोबारा न जीते.”
यानी, तमिल मुसलमानों द्वारा भाजपा की हार और RSS के विनाश के लिए प्रार्थना करने का एक पुराना वीडियो इस दावे के साथ ग़लत तरीके से वायरल हुआ है कि वो देश के विनाश के लिए प्रार्थना कर रहे थे.
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