सोशल मीडिया पर किसी टीवी चैनल के ब्रॉडकास्ट का एक वीडियो काफ़ी शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में ब्रेकिंग न्यूज़ बताते हुए लिखा है – “ममता बनर्जी से बंगाल HC ने माँगा स्तीफा!”, “गृहमंत्रालय टीम पहुंची बंगाल, ममता पर एक्शन तय”, “बीजेपी नेताओं की हो रही लगातार हत्या गुस्से में शाह”, “गृह मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम पहुंची बंगाल”, “शाह का एक्शन बंगाल में लगेगा राष्ट्रपति शासन”, “ममता का वीडियो वायरल हिंसा के लिए भड़काया”. बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद राज्य में हुई हिंसा में 17 लोग मारे गए हैं. इसी के चलते सोशल मीडिया पर लोगों ने ममता बनर्जी के इस्तीफ़े की मांग करना शुरू किया था. गौर करें कि सुप्रीम कोर्ट में भी पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर इंडिया कलेक्टिव नाम की एक गैर-सरकारी संस्था ने याचिका दाखिल की थी. लेकिन अभी तक राज्य में राष्ट्रपति शासन के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं.

इस दौरान, ट्विटर हैन्डल ‘@khaitan48’ ने ये वायरल वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “ब्रेकिंग न्यूज़…..!! कोलकाता HC ने कहा! “अगर राज्य सरकार से नहीं संभल रहा राज्य तो CM तुरंत दें इस्तीफा” बंगाल के महान सपूत सुभाषचन्द्र बोस की भूमि को “जेहादन” ने बहुत रक्तरंजित कर दिया अब वक्त आ गया हैं “डायन” को जेल में ठूंसने का!”. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 1,700 बार देखा और 369 बार रीट्वीट किया जा चुका है. (आर्काइव लिंक)

एक और ट्विटर यूज़र ने ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया है. (आर्काइव लिंक)

फ़ेसबुक पर इस वीडियो के स्क्रीनशॉट्स शेयर किये जा रहे हैं. वहीं ट्विटर पर ये वीडियो वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

सबसे पहले तो वीडियो में शुरुआत में ही “इस्तीफ़ा” की जगह “स्तीफा” लिखा हुआ है. इसके अलावा, स्क्रीन पर दिख रहे वाक्यों में कई जगह पर गलतियां दिखती है. किसी भी मीडिया आउटलेट के प्रसारण में इस तरह की गलतियां होना अस्वाभाविक है. यहीं से हमें इस वीडियो पर संदेह हुआ.

आगे, सर्च करने हुए हमें वीडियो में दिख रही ख़बर की पुष्टि करने वाली कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली. यानी पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट ने ममता बनर्जी से इस्तीफ़े की मांग नहीं की है.

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो यूट्यूब चैनल “CSK News” पर 7 मई 2021 को अपलोड किया हुआ मिला.

CSK News के डिस्क्रिप्शन में लिखा है – “PM मोदी सरकारी न्यूज़, लेटेस्ट न्यूज़ मोदी, पीएम मोदी, सरकारी योजना”. ये चैनल 29 जून 2019 में बना है. इसके अलावा, हमने पाया कि इस चैनल पर कई ऐसे वीडियोज़ शेयर किये गए हैं जिसमें फ़र्ज़ी ख़बरें दिखाई गई हैं. जैसे 6 मई को इस चैनल ने एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें बंगाल में राष्ट्रपति शासन के ऐलान की बात बताई गई है. लेकिन हकीकत में पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगने का कोई ऐलान नहीं किया गया है.

एक और बात, जो वीडियो में बताई गई है कि लगातार भाजपा नेताओं की हत्या हो रही है और इसी वजह से गृह मंत्री अमित शाह गुस्से में हैं. बता दें कि विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा में भाजपा, तृणमूल कांग्रेस और इंडियन सेक्युलर फ्रंट के कुल 17 लोग मारे गए हैं. ये हिंसा किसी एक पार्टी के खिलाफ़ नहीं हुई थी.

हकीकत में 7 मई को कोलकाता हाईकोर्ट ने ममता बनर्जी को हाल के राज्य के हालत के बारे में 3 दिनों के अंदर एक हलफ़नामा दाखिल करने को कहा है. कलकत्ता हाईकोर्ट की 5 सदस्यीय पीठ ने राज्य में किस-किस जगह पर हिंसा हुई और हिंसा को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए इस पर रिपोर्ट मांगी थी. इस मामले में दुबारा 10 मई को हुई सुनवाई में कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की. साथ ही हाईकोर्ट ने केंद्र के एसआईटी गठन की मांग खारिज कर दी. राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ भी इस हिंसा को लेकर राज्य सरकार से काफ़ी नाराज़ थे. 12 मई की हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ममता सरकार ने हाईकोर्ट में बताया था कि 8 मई के बाद राज्य में हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है. लेकिन राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) ने बताया है कि पश्चिम बंगाल में 2 मई के बाद से जाति आधारित हिंसा होने के बारे में ख़त मिल रहे हैं. NCSC 13 और 14 मई को राज्य के दौरे के लिए आनेवाली है. लेकिन राज्य सरकार ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए इसे रद्द करने की मांग थी. इसके बावजूद NCSC राज्य के दौरे पर जाएगी और जांच करेगी.

इस तरह, एक फ़र्ज़ी वीडियो के सहारे सोशल मीडिया पर झूठी ख़बर चलाई गई कि पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट ने ममता बनर्जी से इस्तीफ़े की मांग की है.


क्या RSS ने इंदौर में बनाया देश का दूसरा सबसे बड़ा COVID केयर सेंटर? :

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Kinjal Parmar holds a Bachelor of Science in Microbiology. However, her keen interest in journalism, drove her to pursue journalism from the Indian Institute of Mass Communication. At Alt News since 2019, she focuses on authentication of information which includes visual verification, media misreports, examining mis/disinformation across social media. She is the lead video producer at Alt News and manages social media accounts for the organization.